RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
सोबिया हँसते हुए मेरे क़रीब आई ऑर बोली.... अरे अंबर छोड़ो इतने सवालों जवाब को. बच्चे की जान ले गी क्या..... अब देख अयान को जाग गया है ऑर मुझे तुम दोनो के बारे मे भी सब पता है तो क्यू ना हम एंजाय करें???? यह बोल कर सोबिया ने सवालिया अंदाज़ मे खाला की तरफ देखा तो खाला ने कहा.... नही ऐसा नही होगा..
सोबिया ने कहा...अरे अंबर ऐसा क्यू नही हो सकता यार... यार आज मोका है जितना एंजाय कर सकती हो कर लो... कल तुम्हारे भाई भाबी ने आ जाना है तो इतना मोक़ा नही मिले गा....
खाला का दिल कर भी रहा था मगर वो सोबिया के सामने इनकार कर रही थी.... काफ़ी बहस के बाद जब खाला थ्रीसम सेक्स के लिए नही मानी तो सोबिया ने नाराज़गी से उठ कर लाइट ऑफ कर दी....
रूम मे अंधेरे के साथ साथ सन्नाटा छा गया... सिर्फ़ हम लोगो के साँस लेने की आवाज़ें आ रही थी....
सोबिया ने खाला की तरफ करवट ली ओर उनसे आहिस्ता से कहा.... अंबर तू मेरी बचपन की दोस्त है ऑर तुझे भी पता है के तेरे सिवा मेरी कोई ऑर दोस्त नही है... आज तक मैने तेरी हर बात मानी है तो क्या तू मेरी इतनी सी बात नही मान सकती... खाला ने सोबिया को कोई जवाब नही दिया...
सोबिया ने फिर से खाला को आवाज़ दी तो खाला ने नाराज़ बोलने मे उसको जवाब दिया... सोबी.. तुझे पता भी था कि अयान जाग रहा है उसके बावजूद भी तू मेरे साथ... खाला ने अपनी बात अधूरी छोड़ दी.... सोबिया ने आहिस्ता मगर बहुत प्यार से उसको कहा.... अंबर इस मे ऐसी कौनसी बुरी बात है यार. मुझे पता है अयान से तेरा कुछ सीक्रेट नही है... बस मैं भी तुम दोनो के साथ एंजाय करना चाहती थी.... कुछ देर बाद सोबिया ने एमोशनल हो कर उदासी भरे बोलने मे खाला से कहा... ठीक है यार, मैं अपनी ग़लती आक्सेप्ट करती हूँ, मुझे ऐसा नही करना चाहये था... आइ आम सॉरी अंबर आंड सॉरी अयान..... सोबिया के बोलने मे नाराज़गी की झलक सॉफ तोर पर महसूस हो रही थी... अब फिर से हम तीनो खामोश हो गये थे.. रूम का माहॉल अचानक से ऐसा उदास हो गया था... वो दोनो तो जिसस बात पर भी उदास हों सो हों मैं तो इस बात पर उदास था कि मैं पूरे जोश मे था ऑर अपनी प्यास नही मिटा सका था... सोबिया की हाथ आती हुई चूत मुझे अब हाथों से निकलती हुई महसूस हुई.... कुछ देर बाद खाला ने सोबिया को आवाज़ दी.... सोबी................. अब वो दोनो इतनी आवाज़ मे बातें कर रहे थे जो मुझे भी आसानी सुनाई दे रही थी... खाला ने सोबिया को फिर से आवाज़ दी... सोबीईईई सो गई है क्या.... सोबिया ने उदासी भरे बोलने मे जवाब दिया.... नही जाग रही हूँ.....
खाला ने सोबिया से कहा.... अगर तू एंजाय करना चाहती है तो अयान के साथ एंजाय कर सकती है..... सोबिया ने उसी बोलने मे खाला से पूछा..... ऑर तू...????
खाला ने सिर्फ़ इतना कहा कि तुम दोनो एंजाय करो. मुझे नींद आ रही है...... ऑर खाला ने दूसरी तरफ करवट ले ली........ अब सोबिया मेरे साथ लेटी हुई थी ऑर खाला बेड के दूसरे कॉर्नर मे.... सोबिया ने मेरी तरफ अपना फेस किया ऑर मुझसे आहिस्ता से बोली....अयान.... मैने भी कोई जवाब नही दिया... सोबिया ने अपना फेस थोड़ा उपर उठाया ऑर मेरे कान मे आहिस्ता से सरगोशी की... अयान तुम दरमियाँ मे आ कर लेटो ओर अपनी खाला को मनाओ... वो तुमसे नाराज़ है.....
सोबिया उठ कर बैठ गई ऑर मुझे दरमियाँ मे धकेलने लगी...
मैं भी खाला की मर्ज़ी के बिना सोबिया के साथ नही करना चाहता था. कुछ देर पहले चूँकि खाला भी गरम थी तो मैं भी सोबिया के साथ एंजाय करने लगा था मगर अब जब के रूम का माहॉल इतना कशीदा हो गया था तो मैं खाला की मर्ज़ी के बिना कुछ नही करना चाहता था....
मैं भी दरमियाँ मे हो गया तो सोबिया ने मुझे आहिस्ता से खाला की तरफ करवट लेने का कहा.... मैने खाला की तरफ करवट ली तो सोबिया मेरे पीछे चिपक कर लेट गई.... जिसकी वजह से उसके मम्मे मेरी कमर पर टच हो रहे थे... सोबिया ने उसी तरह सरगोशी के अंदाज़ मे मुझे अपनी कमीज़ उतारने का कहा... मैं उठ कर बैठा ऑर अपनी कमीज़ उतार कर अपने सिरहाने रख ली.......
सोबिया ने मेरा हाथ खाला की जाँघ पर रखा ऑर उसको आगे पीछे करने लगी ऑर फिर मेरा हाथ छोड़ दिया.... मैं उसी तरह खाला की जाँघ पर उपर नीचे आहिस्ता आहिस्ता हाथ फेरने लगा.... खाला ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी जाँघ से हटा दिया.... मैं आगे हो कर खाला की कमर से चिपक गया. जिस की वजह से मेरा लंड जो कि अभी ठीक से खड़ा भी नही हुआ. खाला की गान्ड से टच होने लगा.... खाला को अपनी गान्ड पर मेरा लंड फील हुआ तो उन्होने अपना हाथ पीछे कर के मेरा लंड चेक किया ऑर बेड पर सीधी हो कर लेट गई... अंधेरे की वजह से वो मुझे देख तो नही सकती थी. खाला मेरे लंड को हाथ मे पकड़ कर बोली.... अयान,,,, ये तुम हो??? मैं अपना फेस खाला के फेस के क़रीब ले गया ऑर आहिस्ता आवाज़ मे उन्हे ह्म्म्म्म कर के हां का सिग्नल दिया.... खाला ने फिर मुझसे पूछा कि सोबिया कहाँ है तो मैने जवाब दिया वो मेरे पीछे है..... सोबिया अभी तक खामोश लेटी हुई थी... मैने खाला के लिप्स पर लिप्स रखना चाहे मगर खाला ने मेरा फेस अपने हाथ से रोक दिया ऑर सोबिया को आवाज़ देने लगी..... सोबी..... सो गई है क्या....
खाला की आवाज़ देने की देर थी कि सोबिया ने मुझे पीछे से हग किया ऑर खाला को बोली.... मेरी जान मैं यहाँ ही हूँ... मैने कहाँ जाना है तुझे छोड़ कर.....
दूसरी तरफ सोबिया ने जैसे ही मुझे हग किया, मेरे पाओं के नाख़ून से ले कर मेरे दिमाग़ तक सर्दी की एक लहर दौड़ गई... मेरे जिस्म को एक झटका लगा ऑर मेरे जिस्म मे चीटियाँ रीँगने लगी...... क्योंकि ......... क्योंकि सोबिया के जिस्म का जो हिस्सा मुझसे टच हुआ था वो कपड़ों से बिल्कुल ही बे नियाज़ था वो कुछ ऑर नही सोबिया के मम्मे थे जो कि मेरी नंगी कमर के साथ टच हुए थे....
सोबिया मेरी कमर पर अपने मम्मे रगड़ रही थी ऑर उसने एक हाथ आगे बढ़ा कर खाला के मम्मों पर रखा, मुझे पीछे से एक ज़ोरदार झप्पी डाली ऑर खाला के मम्मे दबाने लगी.........
खाला ने अपने मम्मो पर उसके हाथों का दबाब महसूस हुआ तो उनके मुँह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईई की आवाज़ निकली....... यहाँ सोबिया के नंगे मम्मो का लांस पा कर मेरे लंड मे तो जैसे आग भर गई ऑर वो एक दम से खड़ा हो गया..... मैं उन दोनो के बीच मे था ऑर सोबिया ने पीछे से मुझे टाइट हग किया हुआ था... मेरे हाथ फ्री थे तो सोबिया ने मेरा हाथ पकड़ा ऑर पीछे ले जा कर अपनी जाँघ पर रख दिया.... जैसे ही मेरा हाथ उसकी जाँघ पर पड़ा मेरा दिल गार्डन गार्डन हो गया..... क्योंकि वो बिल्कुल नंगी थी ऑर उसके जिस्म पर कोई कपड़ा नही था... पता नही उसने अपने कपड़े किस टाइम उतारे थे.... मैं उसके नंगी जाँघ पर हाथ फेर रहा था कि वो एक दम उठ कर बैठ गई ऑर हमारी लेग्स की तरफ आ गई....... वो मेरे उपर से होती हुई खाला की तरफ बढ़ी ऑर एक दम से खाला की लेग्स खोल कर उनके बीच मे बैठ गई.... खाला ओये ओये करती रह गई मगर जो सोबिया ने करना था वो तो कर दिया था... सोबिया ने खाला की लेग्स के बीच म बैठे ही मेरा हाथ पकड़ कर खाला के मम्मो पर रखा ऑर उनको दबाने लगी.... खाला के एक बूब को मैं दबा रहा था ऑर दूसरे बूब को सोबिया दबा रही थी.... खाला फिर से गरम होने लगी थी ऑर उनकी साँसे तेज होने लगी थी ....... मैने आहिस्ता आहिस्ता खाला की कमीज़ उपर की ऑर उनके मम्मे नंगे कर दिए.... मैं खाला के नंगे मम्मो को हाथों से पकड़ कर दबाने लगा, सोबिया भी एक हाथ से खाला के मम्मो को दबा रही थी ऑर दूसरा हाथ मेरी जाँघ पर मूव करते करते मेरे लंड की तरफ ले जा रही थी..........
जब सोबिया का हाथ मेरे लंड पर पहुँचा जो कि बिल्कुल सीधा खड़ा हुआ हिचकोले ले रहा था. उसने मेरा लंड पकड़ा ऑर फिर लंड छोड़ कर मेरी शलवार का नाडा टटोलने लगी.... जैसे ही मेरी शलवार का नाडा उसके हाथ मे आया तो उसने एक झटके नाडा खोला ऑर मेरी शलवार उतारने की कोशिश करने लगी.... मैने भी उसका साथ दिया.... ऑर अगले ही पल मेरी शलवार मेरे जिस्म से जुदा हो चुकी थी.... रूम मे सोबिया ऑर मैं बिल्कुल नंगे थे जब कि खाला ने अभी तक कपड़े पहने हुए थे.... सोबिया अब खाला को भी नंगा करना चाहती थी इसलिए उस ने खाला के बूब को जिसे वो अपने एक हाथ से दबा रही थी छोड़ा ऑर खाला की शलवार को नीचे की तरफ सरकाने की कोशिश करने लगी... उस ने खाला की शलवार को हल्का सा झटका दिया तो खाला ने फॉरन अपना हाथ आगे कर के शलवार पकड़ ली ऑर उनके मुँह से निकला..... सोबिया न्णन्न् नहियीई....
सोबिया ने खाला का हाथ पकड़ कर पीछे किया ऑर खाला की शलवार उतारने की कोशिश की.... खाला ने अपनी गान्ड बेड पर दबा कर शलवार नही उतारने दी तो मैने अपना हाथ खाला की चूत पर रख दिया ऑर अपने हाथ से खाला की चूत को मसल्ने लगा.... मैने अपना हाथ खाला के पेट पर रखा ऑर आहिस्ता आहिस्ता अपना हाथ नीचे की तरफ ले जाने लगा..... जैसे ही मैने अपना हाथ खाला की शलवार के अंदर गया... खाला ने अपनी ग्रिफ़्ट शलवार पर ढीली कर दी ऑर सोबिया तो जैसे मोके की तलाश मे थी.. जैसे ही खाला ने अपनी शलवार को छोड़ा , सोबिया ने दोनो हाथों से खाला की शलवार एक झटके से नीचे खेंची खाला बहुत मना करती रही मगर सोबिया ने नीचे करते करते खाला की शलवार भी उनके जिस्म से अलग कर के साइड पर उछाल दी.....
अब मैने अपने लिप्स खाला के लिप्स पर रखे ऑर उनके लिप्स को सक करने लगा..... खाला मदहोशी से आँखें बंद किए हुए मेरा साथ देने लगी........ खाला के उपर वाले जिस्म पर अभी भी कमीज़ मोजूद थी जो किस्सिंग करते दोरान मे उठा कर उनके गले तक ले आया था.... मैने खाला की कमीज़ को उपर की तरफ उठाया तो खाला ने खुद ही अपनी कमर बेड से उपर कर के अपनी कमीज़ उतार दी..... मैने खाला की कमर के गिर्द अपने हाथ राउंड किए ऑर अंधेरे मे खाला की ब्रा का हुक ढूँढने लगा तो खाला ने खुद ही हाथ पीछे कर के अपना ब्रा उतार दिया.. मैने खाला को शोल्डर्स से पकड़ कर बेड पर लिटा दिया ऑर खुद उन पर झुक गया... इस सब के दौरान हमे ये होश ही नही था कि सोबिया भी हमारे साथ रूम मे मोजूद है.... ऑर वो खुद भी ना जाने क्या कर रही थी...
मैं खाला के लिप्स पर किस्सिंग कर रहा था ऑर एक हाथ से उनके मम्मे दबाते हुए निपल्स को मसल रहा था......... खाला जज़्बात की रो मे बहती जा रही थी ऑर मुझे ज़ोर ज़ोर से अपनी तरफ दबा रही थी कि अचानक ही रूम की लाइट ऑन हो गई, तेज रोशनी की वजह से हमारी आँखें चौंधिया गई ऑर हम ने अपनी आँखें बंद कर ली.... कुछ सेकेंड्स बाद जब हम ने आँखें खोली तो सोबिया बेड के पास फर्श पर खड़ी हमे देख कर मुस्कुरा रही थी...... उसके चेहरे पर प्यार भरी मुस्कुराहट थी... खाला ने चिल्ला कर सोबिया को कहा... सोबिया लाइट क्यू जला दी है तू ने... लाइट ऑफ कर दे..... मेरी नज़र जब सोबिया के जिस्म पर पड़ी, मैं तो जैसे सकते मे आ गया.....मैं आँखें फाड़ फाड़ कर सोबिया के हसीन जिस्म को देखे जा रहा था..... सोबिया का गुदाज बदन,,, लंबी सुराही दार गर्दन, चौड़ा सीना ऑर उसके नीचे उसके बूब्स देख कर मेरी तो आँखें खुली की खुली रह गई........ मैने आज से पहले सोबिया के जिस्म पर इतना गौर ही नही किया था.. सोबिया जिस्मत के लिहाज़ से थोड़ी भारी ज़रूर थी मगर उसके जिस्म का हर एक हिस्सा उसके भारी जिस्म पर बहुत सूट कर रहा था....... उसके बूब्स देख कर मुझे ऐसा लगा कि इस साइज़ के बूब्स सिर्फ़ बनाए ही ऐसे जिस्म के लिए गये होंगे ...... मेरी नज़र सोबिया के पूरे जिस्म पर फिसलती जा रही थी... बूब्स से नीचे उसका पेट जो उसके चौड़े सीने के लिहाज़ से बहुत फिट नज़र आ रहा था ऑर उस से भी नीचे उसकी जाँघ के पैच ओ खाम्म,,, मोटी मोटी थाइ जिस पर क़ुदरत ने गोश्त की काफ़ी मिक़दार भर दी थी बहुत खूबसूरत लग रही थी.. गर्ज ये कि सोबिया भी अपनी जिस्मत के लिहाज़ से क़ुदरत का एक शाहकार थी....
उस टाइम मैं खाला को छोड़ कर सोबिया की तरफ ही देखे जा रहा था,,,,, सोबिया के बूब्स साइज़ मे खाला के बूब्स से बड़े थे जो उसकी बॉडी पर बहुत खूबसूरत लग रहे थे... सोबिया ने खाला की बात को सुनी अन सुनी करते हुए मेरी तरफ प्यार से देखा ओर फिर जैसे ही उसकी नज़र मेरे खड़े हुए लंड पर पड़ी तो मैं शरम के मारे अपने दोनो हाथों से अपना लंड छुपाने की कोशिश करने लगा....... सोबिया मेरी इस हरकत को देख कर मुस्कुरा दी ऑर आहिस्ता आहिस्ता बेड पर आ कर हमारे पास बैठ गई. हम सब कपड़ों से बे नियाज़ ऐसे बैठे थे जैसे यहाँ पर न्यूड फेशन शो चल रहा हो......
खाला ने सोबिया के सामने अपना जिस्म छुपाने की कोई ज़रूरत महसूस नही की ऑर उसको शोल्डर से हिला कर एक बार फिर कहा.... सोबी तू ने लाइट क्यू ऑन की........ सोबिया ने खाला की तरफ प्यार भरी नज़र डाली ऑर खाला के क़रीब हो कर धीमी आवाज़ मे कहा.... अंबर मेरी जान,,,,, हम ने एंजाय ही करना है ना तो फिर क्यू ना खुल कर एंजाय करें ऐसे तो हम अंधेरे मे अंधों की तरह रहेंगे ,,, ना ठीक से एंजाय कर सकें गे ऑर ना ही प्यार...... मेरी जान हमारे पास एंजाय करने का गोलडेन चान्स है, ऑर ऐसा चान्स क़िस्मत बार बार नही देती... अगर अभी भी तू इस मोक़े से भरपूर फ़ायदा नही उठाए गी तो फिर पता नही तुझे ये चान्स मिलता भी है या नही....... सोच अयान की सम्मर वाकेशन्स भी ख़तम होने वाली हैं, ये अपने घर चला जाएगा ऑर फिर तू प्यार के लिए तरसती रह जाए गी......... सोबिया की बातें सुन कर खाला खामोश हो गई ओर प्यार भरी नज़रो से मेरी तरफ देखने लगी....
मैं जो अपना लंड अपने हाथो से छुपा कर बैठा हुआ था उन दोनो के दरमियाँ होने वाली बातें सुन कर बिल्कुल खामोश बैठा था...... सोबिया ने भी मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा ऑर मुझसे कह ने लगी......अयान, तुम्हे बुरा तो नही लग रहा..... मैने खाला की तरफ देखा ऑर शर्मीली सी स्माइल कर के अपना सिर नीचे झुका लिया..... सोबिया मेरी तरफ देख कर मसनूई गुस्से से बोली...... अरे इतनी मुश्किल से तो तुम्हारी खाला की शरम ख़तम की है ऑर अब तुम शर्मा रहे हो,,, तुम लड़के हो ऑर लड़के अपने सामने नंगी लड़कियों को देख कर शरमाते नही हैं बलके मोक़े से पूरा पूरा फ़ायदा उठाते हैं.... ये कहते ही सोबिया ने मेरे हाथ मेरे लंड पर से हटा दिए ऑर मेरा लंड जो कि इतनी देर मे मुरझा कर छोटा हो चुका था को देख कर हँसने लगी ऑर मुझसे कहा... अरे वाह अभी तक तो इतना शेर बना हुआ था ऑर अब देखो कैसे छोटा सा हो गया ऑर फिर हँसने लगी..... खाला ने सोबिया को कमर पर थप्पड़ रसीद किया ऑर उस से बोली....... सोबी कंजरी मेरे भानजे को तंग मत कर अच्छा.... अगर अभी उसको गुस्सा आ गया तो वो अपना शेर तेरे अंदर डाल दे गा........ सोबिया ने मेरे लंड को हाथ मे पकड़ कर कहा.... मैं भी तो देखूं कि ये कैसा शेर है ऑर कब तक जागे गा ऑर मेरे लंड पर हल्का हल्का हाथ चलाने लगी........ अब मेरी शरम तो बिल्कुल ख़तम हो गई थी मगर खाला के सामने कुछ करने मे झिझक रहा था..... मैने खाला की तरफ देखा तो खाला ने सोबिया हाथ मेरे लंड से हटाया ऑर कहा... उसको तंग मत कर अच्छा..... सोबिया ने मेरा लंड छोड़ा ओर खाला को बेड पर गिराते हुए बोली....... अच्छा उस को तंग नही करती पहले तेरी मस्ती उतार देती हूँ ऑर खाला के उपर चढ़ कर सोबिया ने अपने लिप्स खाला के लिप्स पर रखे ऑर खाला से किस्सिंग स्टार्ट कर दी..... सोबिया खाला के उपर उसी तरह झुकी हुई थी जिसकी वजह से उसकी गान्ड के उभार ओपन हो गये थे....... अब रोशनी मे मुझे सोबिया की गान्ड सॉफ सॉफ दिख रही थी.... मैने अपना हाथ आगे बढ़ा कर सोबिया की गान्ड पर रख दिया...... सोबिया ने गर्दन मोड़ कर एक नज़र मुझे देखा ऑर फिर खाला से किस्सिंग करने लगी.....
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