RE: Rishton Mai Chudai गन्ने की मिठास
हरिया- अरे मेरी रंडी भौजी तू फिकर मत कर आज दिन भर तुझे इन खेतो और गन्नो के बीच पूरी नंगी ही
रखूँगा और खूब तेरी चूत मारूँगा, हरिया की बात सुन कर सुधिया एक दम से उठी और हरिया के मोटे लंड को
झुक कर अपने मूह मे भर कर चाटने लगी, हरिया ने भी अपने लंड को उसके मूह मे अच्छे से दे दिया और
सुधिया उसके आंड्को को खूब कस कस कर दबोचते हुए उसके लंड के सूपदे को चूसने लगी,
हरिया उसके मोटे
मोटे दूध को खूब कस कस कर मसल रहा था और एक हाथ से सुधिया का घाघरा उसकी गंद के उपर तक उठा
कर सुधिया की गुदा को अपनी उंगली से कुरेदने लगा,
सुधिया की गंद एक दम मेरे मूह की तरफ थी और उसकी फैली हुई गोरी गुदाज गंद और उसका बड़ा सा भूरा छेद
देख कर मेरा लंड झटके देने लगा, सुधिया की मोटी गंद देख कर मुझे अपनी मम्मी की पॅंटी मे कसी हुई
गुदाज मोटी गंद याद आ गई और मैं अपने लंड को सहलाते हुए उनका तमाशा देखने लगा,
हरिया ने सुधिया का ब्लौज खोल कर उसके मोटे मोटे दूध को कभी दबाते हुए चूसना और कभी चूस्ते हुए
दबाना शुरू कर दिया सुधिया अपने हाथो मे हरिया के गोटे पकड़ पकड़ कर दबा रही थी और उनसे खेल रही
थी,
तभी हरिया ने सुधिया को वही ज़मीन पर लेटा दिया और उसका घाघरा उठा कर उसकी मोटी जाँघो को फैला कर
चूम लिया उसके बाद हरिया ने जैसे ही सुधिया की चूत को फिर से चाटना शुरू किया सुधिया एक दम से तड़प उठी
और उठ कर हरिया के मोटे लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद से भिड़ा दिया,
हरिया ने बिना कुच्छ कहे एक
कस कर धक्का मारा और उसका लंड सटाक से सुधिया की पूरी चूत को खोल कर अंदर जड़ तक समा गया और
सुधिया ने हरिया को अपनी बाँहो मे दबोच कर उसके लंड की ओर अपनी छूट को खूब ज़ोर से उठा दिया, सुधिया की
इस हरकत से हरिया का लंड पूरी तरह सुधिया की चूत मे फिट हो गया और हरिया सुधिया के मोटे मोटे बोबे
दबाते हुए उसकी चूत को कस कस कर ठोकने लगा,
सुधिया खूब गंद उठा उठा कर लंड ले रही थी और हरिया खूब हुमच हुमच कर सुधिया को चोद रहा था
सुधिया का भारी भरकम बदन पूरी मस्ती मे हरिया के बदन से चिपका हुआ था और जब हरिया सतसट
सुधिया की चूत ठोकता तो ठप ठप की आवाज़ सुधिया की जाँघो से आने लगती थी हरिया पूरी ताक़त से उसकी चूत
चोद रहा था और सुधिया आह आह करती हुई खूब कस कस कर चूत मरवा रही थी,
हरिया ने लगभग एक घंटे तक सुधिया की चूत को कभी सीधा करके कभी उसकी गंद की तरफ से खूब कस कस
कर ठोका और उसके बाद सुधिया का पानी निकल गया, जब सुधिया और हरिया अलग अलग हुए तो मैने सोचा अब
थोड़ी देर रुकने के बाद हरिया के पास जाउन्गा लेकिन हरिया की दूसरी हरकत देख कर मे समझ गया कि अभी उसका
पेट उसकी भौजी से भरा नही है, हरिया ने सुधिया के खड़े हो जाने के बाद उसकी गंद के पिछे से घाघरा
उठा कर उसके मोटे मोटे चूतादो के पाटो को फैला कर उसकी गंद के छेद को चाटना शुरू कर दिया,
सुधिया एक दम से उसके मूह से अपनी गंद को हटाते हुए, कमिने अब क्या मेरी गंद भी चतेगा,
हरिया- भौजी तुम्हारी गंद देख कर तो कोई भी इसे चाटना चाहेगा ,
सुधिया- नही मैं गंद नही मर्वौन्गि, वैसे भी कल बाबाजी ने मेरी गंद मे इतना मोटा लंड डाल कर मुझे
चोदा है कि मेरी गंद अभी भी दर्द कर रही है,
हरिया- लेकिन भौजी मुझसे यह सब बाबाजी ने ही कहा था
सुधिया- हरिया को देख कर क्या कहा था बाबाजी ने
हरिया- यही कि चाहे कुच्छ भी हो सुधिया की गंद तुम रोज अपने लंड से चोदना,
मैं हरिया की बात सुन कर मंद मंद मुस्कुराने लगा और सोचने लगा साला बड़ा बदमाश आदमी है यह मेरे
बहुत काम आने वाला है,
सुधिया- क्या बाबाजी ने ऐसा कहा था
हरिया- हाँ क्या तुमसे उन्होने कुच्छ नही कहा
सुधिया- नही पर यह ज़रूर कहा था कि तू मुझे चोदने के लिए मरा जा रहा है
हरिया- हम मज़ाक नही कर रहे है भौजी, उन्होने यह कहा था कि सुधिया बेटी की गंद को हमने चोदा है अब
उस पर सिर्फ़ उसके बेटे रामू और मेरा हक रहेगा, और उन्होने कहा था कि सुधिया जितना ज़्यादा अपनी गंद
मरवाएगी उतना ज़्यादा ही उसकी जवानी और भी निखार आएगी,
सुधिया- लेकिन हरिया गंद मरवाने मे बड़ा दर्द होता है,
हरिया- अरे भौजी वह तो कल जल्दी बाजी मे तुम्हे दर्द हुआ था आज तो मैं ऐसे तरीके से तेरी गंद मारूँगा कि तू
देखना फिर रोज मुझसे अपनी गंद मरवाए बिना नही रह पाएगी, तुम जानती नही हो पहले गंद मे लंड जब
घुसता है तो थोड़ा दर्द होता है उसके बाद जब औरतो की गंद का साइज़ फैल कर लंड के बराबर हो जाता है तब
औरतो को खूब मज़ा आता है और उनका दिल करता है कि उनकी गंद को खूब रगड़ रगड़ कर चोदा जाए,
सुधिया- मुस्कुराते हुए तो तू अब क्या करने वाला है
हरिया जल्दी से झोपड़ी मे जाकर तेल ले आया और उसने तेल सुधिया के हाथो पर डाल कर उसके हाथ मे अपना मोटा
लंड थमा दिया और सुधिया उसके लंड पर तेल लगाने लगी, सुधिया जैसे जैसे हरिया के लंड पर तेल लगा लगा
कर मसल रही थी वैसे वैसे हरिया का लंड और भी मोटा और काला नज़र आने लगा था,
क्रमशः........
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