Hindi Kamuk Kahani वो शाम कुछ अजीब थी
07-19-2019, 01:21 PM,
RE: Hindi Kamuk Kahani वो शाम कुछ अजीब थी
खाने के बाद सुनील को होटेल में एक अच्छा बुटीक दिखा वो दोनो को वहाँ ले गया. कविता के बार बार मना करने पर भी उसने कविता के लिए 6 साड़ी और 6 सूट खरीद डाले, कुछ सोनल और सुमन के लिए लिए फिर सवी, मिनी और रूबी के लिए भी ले लिए.

अगले दिन की फ्लाइट से ये देल्ही पहुँच गये.


घर पहुँचे तो सुमन और सवी ने कविता की आरती उतारी फिर घर में ले गयी.

सवी ने उसे अपने गले से लगा लिया……मैं तेरी माँ की जगह तो नही ले सकती…पर अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूँगी तुझे माँ की कमी महसूस ना हो.

‘माँ’ कविता रो पड़ी.

‘बस मेरी बच्ची बहुत रो लिया….अब नही…एक आँसू भी नही ‘

‘रूबी जा अपनी बहन को अंदर ले जा….आज से ये तेरे साथ ही रहेगी.

रात को सब एक साथ खाना खाते हैं….रूबी और कविता दोनो हम उम्र थी …उनके बीच जल्दी ही दोस्ती हो गयी. सुनील रमण से भी मिला उसका हाल चाल पूछा रात को सवी कविता और रूबी के पास ही रही …..दोनो बेटियाँ और माँ जाने कितनी देर तक बातें करती रही.

मिनी कमरे से बहुत कम बाहर निकलती थी…क्यूंकी रमण को कब क्या ज़रूरत पड़ जाए इसलिए वो 24 घंटे वहीं रमण के पास रहती थी. बाहर निकलती बस तब जब किचन से कुछ लेना होता था.

रात को सूमी, सोनल और सुनील एक ही कमरे में थे….सोनल ने दरवाजा और खिड़की अच्छी तरहा बंद कर लिया था.

सुनील …..सुमन की गोद में सर रख लेट गया….

‘यार मैं सोच रहा था कि सवी को समझाया जाए जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए…..वो अपना प्रोफ़ेसर. रविकान्त अच्छा बंदा है…पता नही क्यूँ अभी तक बॅचलर ही रहा……क्या कहती हो.’

‘वो नही मानेगी ….’

‘समझा तो सकते हैं ना ….मैं नही चाहता फिर उसके अंदर दबी हुई मेरे लिए जो भावनाएँ थी ज़ोर पकड़ लें….आख़िर उसकी भी ज़रूरत है….बात सिर्फ़ सेक्स की नही एक जीवन साथी की है ….जिसकी उसे बहुत ज़रूरत है…..’

‘देखते हैं कोशिश करेंगे …उठो ज़रा….’

सुनील उसकी गोद से उठ गया और सोनल की गोद में सर रख लेट गया सोनल उसके बालों में हाथ फेरने लगी.

सुमन ने अपने कपड़े उतारे और वहीं एक बहुत छोटी लिंगेरी पहन ली ……फिर ड्रेसिंग टेबल की ड्रायर से अपना समान निकाल सुहागन का मेक अप करने लगी…….

सोनल को ये देख बहुत दुख हुआ…उसकी आँखें डबडबा गयी …कितनी पीड़ा होती होगी…दिन में विधवा का रूप लेने पर….ये सिफ वही समझ सकता है…जो इसे झेल रहा हो….लेकिन

सोनल को सूमी के दिल से निकलती हुई दर्द भरी आँहें सुनाई दे रही थी…और यही हाल सुनील का भी था.

जब सुमन तयार हो गयी तो कयामत लग रही थी……..सुनील तो बस उसे देखता ही रह गया.

‘दीदी में अपना वॉर्डरोब यहीं शिफ्ट कर लूँ …..अपना कमरा में सवी को देदेति हूँ ……वो तीन एक कमरे में कैसे रहेंगी ……’

सुनील……नही उनका बेड बदल के बड़ा कर देते हैं…मैं नही चाहता कि सवी रात को अकेली रहे….और तुम्हारा कमरा अभी अलग ही होना चाहिए……हां अपनी कुछ ड्रेस यहाँ शिफ्ट कर लो.

‘ओके…..आज तो दीदी की ही ड्रेस पहननि पड़ेगी…निकाल दो ना दीदी कुछ…..’

‘सब तेरा है…जो दिल करे पहन ले’

सुनील उसकी गोद से उठ जाता है और बिस्तर पे सीधा लेट जाता है…..

सोनल…उठ के वॉर्डरोब छानने लगती है और बिल्कुल वैसे ही लाइनाये निकाल बाथरूम में घुस जाती है.

सूमी …..तुम भी तो कपड़े बदल लो…….

सुनील …उसे आने दो…नहा के ही बदलूँगा. निकाल दो कोई भी नाइट सूट.

सूमी उठ के सुनील के लिए नाइट सूट निकाल के रख देती है.

सोनल जब बाथरूम से निकली तो सुनील के मुँह से आह निकल गयी…आज ये दोनो शायद सुनील की अच्छी तरहा वाट लगने वाली थी.

सुनील बाथ रूम में घुस्स गया …..

जब सुनील बाथरूम से बाहर निकला तो तीन वाइन ग्लास तयार पड़े थे और सूमी और सोनल दोनो एक दूसरे से चिपकी एक दूसरे के जिस्म को सहला रही थी…..दोनो ने अपने होंठ….सुनील के लिए बचा रखे थे और आज दोनो ने एक ही फ्लेवर का लीप ग्लॉस लगाया था. दोनो को चिपका देख सुनील का लंड छलांगे मारने लगा

सुनील बिस्तर पे बैठ अपनी दोनो बीवियों का प्यार देखने लगा ….दोनो एक दूसरे के जिस्म को सहला रही थी…टाँगें आपस में रगड़ रही थी और एक दूसरे के मम्मे दबाते हुए सिसकियाँ भर रही थी. इंतेज़ार था दोनो को सुनील का……उसके कड़क हाथों का….उसके तपते हुए होंठों का और उसके कड़क लंड का.

दोनो की नज़र सुनील पे पड़ी जो उन्हें देख मुस्कुरा रहा था और एक दम उसपे झपटी और बीच में खींच लिया ….शायद दोनो ने ही आपस में तय कर रखा था कि कॉन क्या करेगी…सूमी के होंठ सुनील के होंठों से चिपक गये और सोनल ने उसके पाजामा को ढीला कर उसके खड़े लंड को अपने हाथ में ले लिया और सहलाने लगी.

सुनील सूमी के होंठों के स्वाद में खो गया और जब सोनल ने उसके लंड को सहलाना शुरू किया तो झटका लगा उसे ….दोनो एक साथ उसे प्यार कर रही थी…….कुछ देर बाद सुमन हट गयी और उसकी जगह सोनल ने अपने होंठ सुनील के होंठों से चिपका दिए…..सूमी ने अपनी लिंगेरी उतार फेंकी और पीछे जा कर सोनल की भी लाइनाये उतार डाली…अब दोनो ब्रा और पैंटी में थी.
Reply


Messages In This Thread
RE: Hindi Kamuk Kahani वो शाम कुछ अजीब थी - by sexstories - 07-19-2019, 01:21 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,544,988 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 549,390 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,250,977 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 945,767 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,679,564 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,102,253 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,987,783 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,177,371 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,077,079 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 289,141 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 4 Guest(s)