RE: Sex Hindi Kahani रेशमा - मेरी पड़ोसन
और मैं ने कार हमारे सोसायटी की तरफ घुमा दी
रेशमा को मेरी बातों ने सोचने पर मज़बूर कर दिया
अब वो होश मे थी तो मेरे प्यार को समझ जाएगी
अगर नही तो उसकी दोस्ती है मेरे पास
रेशमा बस मेरी बात सुनती रही और हम सोसायटी मे आ गये
वॉच मॅन कुछ देख पाता उस से पहले कार पार्किंग मे लग गयी
रेशमा अभी भी सोच ही रही थी
रेशमा- कार क्यूँ रोकी
अवी-हम अपनी सोसायटी मे है , अब नीचे उतरो
रेशमा और मैं फिर से लिफ्ट मे अकेले होंगे
रेशमा को इस बार मेरा साथ चाहिए था
हम लिफ्ट मे आते ही खुद को सेफ समझ रहे थे
हमे किसी ने नही देखा सोसायटी मे आते हुए
रेशमा लिफ्ट मे आने के बाद भी सोच मे डूबी हुई थी
अवी-क्या सोच रही हो
रेशमा- तुम मुझे कितना प्यार करते हो
अवी-मैं तुम्हें बस प्यार करता हूँ
ना मैं तुम्हारे लिए चाँद तारे तोड़ सकता हूँ
ना तुमसे शादी कर सकता हूँ
ना तुम्हारे लिए अपनो को छोड़ सकता हूँ
पर प्यार करता हूँ तुमसे , कितना ये मैं नही जानता
मैं तुम्हारे लिए जान नही दे सकता , क्यूँ कि मरने से मैं डरता हूँ
ना मैं तुम्हारे लिए किसी को मार सकता हूँ , तुम्हारे हज़्बेंड को भी नही मार सकता क्यूँ कि मैं जैल
भी जाना नही चाहता , क्यूँ कि मैं तुम्हारे साथ जीना चाहता हूँ ,
तुम्हारी रक्षा कर सकता हूँ पर तुम्हें बदनाम होने नही दे सकता
बस इतना ही प्यार करता हूँ
मेरे जवाब ऐसे थे कि रेशमा हॅंग हो जाती
इतनी पढ़ी लिखी लड़की होने के बाद भी मेरे जवाब पे वो कोई रिक्षन दे नही पाती
जब झूठ कहो तो लड़किया खुश होती है और सच कहूँ तो सोचती रह जाती है
अवी-क्या हुआ
रेशमा- तुम्हारे जवाब ऐसे क्यूँ होते है , झूठ बोलना सीख लो
अवी-सच कहूँ रेशमा , झूठ बोलता तो आज तुम मेरे बिस्तर पर होती
रेशमा को एक और झटका दिया
बाहों की जगह बिस्तर कहना ज़्यादा ज़रूरी था
अवी- तुम्हें मेरे बिस्तर पर लाना कोई मुश्किल नही था , तुम खुद आती मेरे पास , उस रात को
बाल्कनी मे मैं झूठ बोलता तो ये दिन देखना नही पड़ता
अवी- एक झूठ से तुम मेरी बिस्तर मे होती , बिस्तर
अवी- पर मैं सच बोल कर तुम्हें अपने बाहों मे रखना चाहता हूँ
अवी- लोगो को झूठ ज़्यादा पसंद होता है सच से , क्यूँ कि झूठ से उम्मीद जिंदा रहती है और सच से सारी
उम्मीद ख़तम हो जाती है
अवी- पर सच से ही ख़ुसीया मिलती है जो ज़िंदगी भर साथ रहती है और झूठ से जो हसी मिलती है वो
चार दिन की होती है
रेशमा- काश मेरी शादी ना हुई होती
अवी- काश काश की बाते मत करो , जो हुआ वो बदला नही जाता , जो किस्मत मे लिखा है वो भी बदल
नही सकते ,
अवी- ये मत सोचो कि तुम्हारे पास सिर्फ़ एक चान्स था ओलिंपिक मेडेल जीतने का ये सोचो कि 4 साल बाद
फिर से चान्स होगा ओलिंपिक मेडल जीतने का
रेशमा- कोई भी बात किसी और चीज़ पर लागू नही होती
अवी-ज़िंदगी एक मिलती है , उसमे सारे सपने सारी ख़ुसीया पाना पड़ता है
मुझे नही मालूम कि जन्नत और हेल है भी कि नही , मैं नही जानता कि नया जानम होता है कि नही ,
मुझे नही पता कि पाप करोगे तो अगले जनम मे बुरा होगा , मैं बस इतना जानता हूँ कि एक
ज़िंदगी है उसको जी भरके जियो , जो तुम्हें अच्छा लगता है वो करो
रेशमा- एक ज़िंदगी है तो इस का ये मतलब नही होता कि कुछ भी करो
अवी-पर ज़िंदगी खुद कह रही है कि तुम्हें एक और चान्स दे रही हूँ , जी लो , तो ज़्यादा सोचना नही
चाहिए
रेशमा- मेरी ज़िंदगी मे यही लिखी है
अवी- ज़िंदगी हम खुद बनाते है
रेशमा- तुम दूसरो जैसे क्यूँ नही हो
अवी-मैं दूसरो जैसा होता तो तुम्हें इतना प्यार नही करता , तुम्हारे लिए हवस होती मेरे दिल मे प्यार की
जगह
रेशमा- तुम पास होते हो तो लगता है तुम दूर रहो और दूर रहते हो तो लगता है पास रहो
अवी-इसे प्यार कहते है
रेशमा- इसे कन्फ्यूषन कहते है
अवी-तो फिर इस कन्फ्यूषन से बाहर निकलो , अपने दिल को बता दो कि मैं तुम्हारा दोस्त हूँ या प्रेमी
अवी- अपने दिल को बता दो कि मैं क्या हूँ , वरना तुम सो नही पाओगी जी नही पाओगि
रेशमा- ये इतना आसान नही है
अवी-आसान बनाना पड़ता है , मैं ने तुम्हें प्रपोज़ किया तो तुमने जवाब नही दिया , तो देखो मैं
दोस्त बन गया , वैसे तुम फाइनल करो कि मैं दोस्त हूँ या प्रेमी
रेशमा- मुझे टाइम चाहिए
अवी-मुझे क्यूँ बता रही हो , तुम्हें अपने दिल को बताना है कि मैं तुम्हारा कौन लगता हूँ , उसको बताओ
मुझे नही , और एक बात
रेशमा- क्या ?
अवी-हम लिफ्ट से बाहर कब जाएँगे , 2 बार उपर नीचे हो चुके है ,
रेशमा की बातों की वजह से हम लिफ्ट मे फसे हुए है
रेशमा- सॉरी मेरा ध्यान नही रहा
अवी-इसी लिए कहता हूँ कि फाइनल कर ही डालो मेरे बारे में
रेशमा- देखती हूँ
अवी- ज़्यादा सोचो ही मत , तुम प्रेमी बनाओगी तो मैं यही रहूँगा और दोस्त बनाओगी तो भी मैं
तुम्हारे साथ रहूँगा ,
अवी- दोस्त बनाओगी तो भी तुम्हें हसी दूँगा और प्रेमी बनाओगी तो भी तुम्हें ख़ुसीया दूँगा
अवी- सिर्फ़ थोडा फरक होगा दोनो मे ,
रेशमा- क्या ?
अवी- दोस्त दिन मे हसी देगा और प्रेमी दिन रात खुशी देगा,
रेशमा- तुम मुझे बहुत कन्फ्यूज़ करते हो
अवी-तुम खुद कन्फ्यूज़ रहना चाहती हो
रेशमा- मुझे सोचने दो
अवी-इतना मत सोचो , 3 बार हुआ हम उपर जाकर नीचे आए है , क्या ज़िंदगी भर लिफ्ट मे रखना
चाहती हो
रेशमा- सॉरी
अवी-अब बात मत करो , वरना इसी लिफ्ट मे खड़े खड़े मर जाउन्गा मैं
और इस बार फाइनली हम उपर जाने लगे
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