RE: Sex Hindi Kahani रेशमा - मेरी पड़ोसन
रेशमा के आने का टाइम भी हो गया
किसी भी वक्त मेरे घर की बेल बज सकती है
रेशमा के आने का टाइम होते ही मैं ने अपना अंडरवेर और रेशमा की पैंटी निकाल दी
अब तो असली पार्टी की शुरुआत हुई थी
रेशमा तो इतनी गरम हो गयी थी कि खुद अपनी चूत मे उंगली कर रही थी
जैसा सोचा था वैसा ही हुआ पहले बाल्कनी की तरफ से कुछ आवज़ आई
मुझे पता था कि बाल्कनी से रस्सी खींच कर कोई फ़ायदा नही होगा रेशमा को
रेशमा तो अपने कपड़े मेरी बाल्कनी मे देख कर शॉक्ड हो गयी
उसको तो समझ मे नही आ रहा था कि क्या करे
सारे कपड़े धोने को डाले थे जिस से उसको मुश्किल दिखाई दे रही थी
अब क्या पहन कर ऑफीस जाएगी
इस लिए रेशमा बाल्कनी से मुझे आवाज़ देने लगी तो मैं ने इग्नोर कर दिया
आवाज़ देने से काम ना चलने से रेशमा ने मेरे अपार्टमेंट की डोर की बेल बजानी शुरू कर दी
रेशमा-अब कौन आया
अवी- तुम ध्यान मत दो जो होगा वो बेल बजा कर वापस चला जाएगा
रेशमा-पार्टी मे भंग कौन डाल रहा है
अवी- तुम पार्टी पे ध्यान दो
और रेशमा वापस मुझे खुश करने लगी
रेशमा बेल बजा बजा कर थक गयी
पर मैं ने डोर नही खोला
इतनी बेल बजाने से मिसेज़ गुप्ता भी बाहर आ गयी होगी
तब जाके रेशमा को पता लगा कि मैं घर पर नही हूँ , और मैं 2 दिन बाद आउन्गा
ये सुनते ही रेशमा को तो कुछ समझ मे नही आया
अगर कपड़े मेरी बाल्कनी से नही निकाले तो वो कल क्या पहन कर जाएगी
और मैं परसो भी वापस नही आया तो
रेशमा को तो कुछ समझ नही आ रहा था
रेशमा वापस अपनी बाल्कनी मे आई
और लकड़ी के मदद से कपड़े निकालने की कॉसिश करने लगी
पर मैं ने बाल्कनी मे गुलाब के पौधो के काटो मे फँसा कर रखे थे ड्रेस
एक ड्रेस रेशमा निकालने मे कामयाब हुई लेकिन काटो की वजह से फट गयी
मतलब लकड़ी की मदद से कोई फ़ायदा नही होगा
अब तो रेशमा के पसीने निकलने लगे
ऐसे मे बस एक काम हो सकता है
रेशमा को अपनी बाल्कनी से मेरी बाल्कनी मे आना होगा
रेशमा के ऐसा करते ही मुझे पता चल जाएगा
लेकिन अब तक कोई आवाज़ नही आई
अंधेरा हो चुका था
रेशमा अंधेरा होने का इंतज़ार कर रही थी
अंधेरा होते ही रेशमा मेरी बाल्कनी मे आने का ट्राइ करने लगी
उसको डर लग रहा था लेकिन ये करना ही था
वो आराम से मेरी बाल्कनी मे आ गयी
पर जैसे ही रेशमा ने मेरी बॉल्कानी मे कदम रखा तो ग्लास गिरने की आवज़ आई
ये मैने ग्लास ऐसा सेट किया था कि कोई बाल्कनी से मेरी बाल्कनी मे आए तो आवाज़ हो जाए
मुझे पता चल गया कि रेशमा मेरी बाल्कनी मे आ गयी
रेशमा को इस आवाज़ से फरक नही पड़ा क्यूँ कि उसको तो पता था कि मैं घर पर नही हूँ
रेशमा मेरी बाल्कनी मे आते ही अपने कपड़े जमा करने लगी
मैं ने बाल्कनी का डोर खुला रखा था
कपड़े जमा करते हुए रेशमा के हाथो मे काटे चुभने लगे
हमारी बिल्डिंग मे लॉक ऑटोमॅटिक थे जो अंदर से खुल सकते है और लॉक लगाने को बस डोर बंद
करना पड़ता है तो ऑटोमॅटिक डोर लग जाते है
रेशमा ने कपड़े जमा करने शुरू किए
मैं ने रेशमा के कपड़े जानबूझ कर बाल्कनी से घर के अंदर भी फेके
रेशमा को लगा कि ये भी उसके ही कपड़े होंगे
वो बाल्कनी के डोर से घर के अंदर आ गयी
यही तो मैं चाहता था
जैसे ही रेशमा अंदर आई तो मैं भी हॉल मे आ गया
मैं डोर के पास से छुप कर देख ही रहा था
मैं आवाज़ करते हुए हॉल मे आने लगा
.तो रेशमा मेरी आवाज़ से डर गयी
और बाल्कनी की खिड़की के पास जो पर्दे है उसके पीछे छुप गयी
रेशमा को तो समझ मे नही आया कि ये क्या हो रहा है
अचानक मैं घर के अंदर कैसे आ गया
रेशमा को तो डर लग रहा था
वो चोरो की तरह घर के अंदर आई थी
पर उसने सोचा कि वो मुझे सब सच बता देंगी और कपड़े लेकर चली जाएगी
तो उसने परदा हटा कर देखा तो मैं पूरा नंगा खड़ा था हॉल मे
मुझे इस तरह नंगा देख कर रेशमा तो शॉक्ड हो गयी
उसको समझ नही आ रहा था कि मैं नंगा क्या कर रहा हूँ
मेरा लंड खड़ा था उस पे ही रेशमा की नज़र थी
मैं हॉल के बेड पर बैठ गया जहाँ से रेशमा को अच्छा व्यू मिले
मैं बेडरूम से बाहर आया तो रेशमा भी बाहर आ गयी
रेशमा भी पूरी नंगी थी
हम दोनो को नंगा देख कर रेशमा समझ गयी कि हम क्या कर रहे है
रेशमा तो खुद को कोष रही होगी कि वो यहाँ क्यूँ आई
रेशमा तो हॉल मे आते ही मुझ पे टूट पड़ी
अब मेरी पड़ोसन रेशमा लाइव चुदाई देखेगी
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