RE: vasna story इंसान या भूखे भेड़िए
सम और रजत की मुलाकात....
सम.... रजत काम हो जाएगा, टोटल 50 लाख लगेंगे... 30 पहले 20 बाद मे....
रजत.... ये लो 50 लाख का चेक. टोटल अमाउंट अभी ही दे रहा हूँ, लेकिन काम हो जाना चाहिए.
सम.... समझो काम हो गया. बस इधर तुम सब फॅमिली हॉलिडे पर निकले और उधर रास्ते मे ही मनु और काया का काम तमाम.
रजत.... ये हुई ना यारों वाली बात... सुन जब ये सारी प्रॉपर्टी मेरी हो जाएगी, तो मैं तुम्हे अपनी कंपनी मे सब से उँची पोस्ट दूँगा...
सम... थॅंक्स यार ... तेरे लिए कुछ भी..... आज रात क्या कर रहा है, बड़े दिन हो गये पार्टी किए...
रजत.... पार्टी आज नही.... सेलेब्रेशन अब तो चौथे के बाद ही होगी... चलता हूँ....
रजत के जाते ही... दीप्ति भी पिछे से निकल आई.... "लूट लिया 50 लाख की लॉटरी... अब क्या इरादे हैं... कतल तो 10लाख मे ही हो जाएगा जो उस रात उसने अड्वान्स किया था.... ये तो तू पूरे प्रॉफिट मे आ गया"
सम.... हां सो तो है, प्रॉफिट तो जोरदार हुआ है लेकिन तेरे से बहुत कम.... एक रात के जलवे मे तूने तो 12 करोड़ का फ्लॅट पचा ली...
दीप्ति.... पर तूने उसका मर्डर करवाया तो सोच ले, एक तो बड़ा मुर्गा हाथ से जाएगा, और फसेगा वो अलग...
सम.... पागल है क्या... मैं क्यों इन मामलों मे फसु... जब तक लूट सकते हो लूटो, फिर खिसक लो...
दीप्ति.... ये तो फाइनल सेटल्मेंट था, अब तू लूटेगा कैसे...
सम.... अर्रे जो मर्डरर है वो क्या कभी जैल नही जाएगा... रोज 3 रुपया खर्च करूँगा न्यूसपेपर पढ़ुंगा........
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मूलचंदानी विला...
हर्षवर्धन.... कोई काम ही नही बचा अमृता तुम्हारे इस फालतू से प्रपोज़ल के बाद...
अमृता.... तुम भी ना हर्ष बहुत ही जल्दी अपना धैर्य खो देते हो... शांति से तमाशा देखते जाओ...
हर्षवर्धन.... कुछ पता भी है, मनु वो शिप्पिंग कांट्रॅक्ट पर पूरा ध्यान लगा रहा है....
अमृता.... हां पता है, और उस प्रॉजेक्ट को नताली हॅंडल कर रही है... डॉन'ट वरी हर्ष... अभी तो हफ्ते भी नही बीते और तुम उतावले हो रहे हो. थोड़ा शांत बैठ जाओ... हमे अभी थोड़े ना कुछ करना है... अभी तो जो भी करेंगे वो राजीव और तनु करेंगे... हम तो बस साइलेंट प्लेयर हैं ....
हर्षवर्धन.... अमृता सेफ खेलने और ज़्यादा लालच के चक्कर मे कहीं ये ना हो कि जो भी है वो भी चला जाए. मनु को तुमअंडरस्टिमेट कर रही हो....
अमृता..... नही, हर्ष तुम मुझे अंडरस्टिमेट कर रहे हो... मनु की क़ाबलियत को देख कर ही ये कदम मैने उठाया है... अब बस दूर बैठ कर तमाशा देखो .....
हर्षवर्धन.... दूर बैठ कर तमाशा क्या देखना है, अब तो सोच रहा हूँ कि एक वकेशन प्लान ही कर लूँ... तुम चल रही हो क्या....
अमृता.... तुम घूम आओ हर्ष मैं तुम्हारे नही आ सकती. सारा खेल शुरू किया हुआ मेरा है, इसलिए मेरा अभी कहीं भी जाना संभव नही....
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