RE: Hindi Kamuk Kahani मेरी मजबूरी
मेरे मुह से कुछ अल्फाज नही निकले। मै अपना मुह झुकाये खड़ा रहा थोड़ी देर और दीदी मुझे घूरती रही।
फिर मैं वहा से निकल लिया और अपने रूम में आ गया
मेरे और दीदी के बीच कोई बात नही हुई।
मैं आकर बेड पर लेट गया और सोचने लगा कि मेरे घर मे सभी सेक्स की आग में जल रहे है क्या?
दीदी और मम्मी की काम ज्वाला मै देख चुका हूं, आगे बाकी दो बहनों का क्या देखना पड़ेगा । और सोचने लगा कि अगर दीदी ने सुबह मम्मी को बता दिया कि मैं उनके रूम में झांक रहा था तो मुझे क्या जवाब देना है
आँख बंद करते ही मेरी नजरो के सामने मम्मी का नँगा बदन दौड़ने लगा और अपने लण्ड को सहलाने लगा।
आज पहली बार अपनी मा को याद करके मुठ लगाई।
और नींद की आगोश में चला गया
सुबह रोशनी ने मुझे जगाया और एक मस्त लण्ड चुसाई का मजा दिया।
मैं फ्रेश होकर नीचे आया। अंदर ही अंदर मेरी गांड फटी पड़ी थी कि अगर किरण दी ने मम्मी को बोल दिया होगा तो अब क्या बनेगा मेरे साथ।
नीचे पहुचा तो रानी डाइनिंग टेबल पर बैठि थी और रोशनी और किरण रसोई में। मम्मी और रीटा दी दिखाई नही दिए। मैं भी रानी के पास जाकर बैठ गया।
उठ गए भैया किरण की आवाज आई।
मैने जैसेतैसे जवाब दिया हाँ दी।
नास्ता रेडी है लगा दु।
हां दी
दिदी नार्मल बात कर रही थी उनकी बातो से लगा ही नही की वो नाराज है।
दी ने नास्ता लगा दिया और मैं फटाफट नास्ता करके बाहर गार्डन में निकल आया।
मैं फिर से अपनी उदेड भून में जुट गया। कैसे अपनी फैमिली को सेक्स की दुनिया मे गुसने से बचाऊ।
अगर मेरी बहन बाहर चुदने लग गयी तो मैं क्या करुगा।
जल्द से जल्द मुझे मालुम करना था कि कौन है वो जो बाहर सेक्स करना चाह रही है।
तभी रानी भी मेरे पास आ गयी और अपनी टूर की पूछने लगी।
क्या जाना जरूरी है रानी--- मैंने पूछा
भैया सभी फ्रेंड जा रही है---रानी
मैंने अचानक से सवाल किया -- रानी क्या तुमारा कोई बॉयफ्रेंड भी है?
रानी मेरे सवाल को सुनकर मुझे आश्चर्य से देखने लगी।
भैया आपको कैसे लगा कि मेरा बॉयफ्रेंड भी होगा।
मैंने जो पूछा उसका जवाब दो सचाई से-- कुछ सख्त लहजे में बोला।
रानी का फेस उतर गया और आँखों मे नमी आ गयी।
और बोली " नही भैया मैंने कभी किसी लड़के से दोस्ती तो दूर बात भी नही की है।" आपको ऐसा क्यों लगा कि मैं बाहर किसी लड़के से दोस्ती की है।
मैंने माहौल को संभालने के लिए बोला--- अरे गुड़िया तुम तो सीरियस हो गयी। मैं तो ऐसे ही मजाक कर रहा था कि कहि कोई तुमारा बॉयफ्रेंड हो और तभी टूर के लिए कह रही हो।
नही भैया सच्ची सिर्फ गर्ल टूर है
मैंने उसको इजाजत दे दी टूर पर जाने की और वो खुशी से मुझसे लिपट गयी। उसकी नन्ही नन्ही छातियया मेरे सीने से बिच गयी। मुझे एक करेन्ट सा लगा। आज तक कभी भी मेने अपनी फैमिली के बारे में गंदा नही सोचा था लेकिन दो दिन में मेरा पूरा नजरिया ही चेंज हो गया था।
रानी की बातों से लगा नही की उसके मन मे सेक्स जैसी कोई बात है।
तभी मेरे ध्यान आया कि घर वाले फोन में वौइस् रिकॉर्ड है मैं तुरन्त उठा और अंदर जाकर फ़ोन उठाया और वौइस् रेकॉर्ड एक्टिवेट कर दिया।
और बाहर आ गया । बाहर आकर मनोज को फ़ोन किया और पूछा कि क्या प्लान है।
उसने मुझे मेरे बाहर वाले रूम पर मिलने को बोला।
मैं अपनी बाइक से रूम पर पहुच गया। मेरा ये मकान काफी अलग था मार्किट से । शहर के बीच मे होने पर भी काफी सुनसान ही रहता था। आसपास काफी कम रिहाईश थी।
मेरे पहुचने के 20 मिनेट बाद मनोज भी आ गया।
और आते ही मुझे गालिया देने लगा--- साले गांडू अपने लैपटॉप को गांड में दे ले। अछि सेटिंग हो रही थी बीच मे अपनी माँ चुदवा ली।
मन मे सोचते हुए देख साला मेरे लेपटॉप से मेरी ही घर की चुत चोदना चाहता है।
"गांडू क्यो भड़क रहा है अर्जेंट काम हो गया था इसलिए मंगवा लिया था। साले लेपटॉप न सही फोन पर तो बात की होगी तूने।" मैने कहा।
मनोज-- नही यार फ़ोन पर ज्यादा बात नही हुई। डरती है कहती है कि फ़ोन पे बात पॉसिबल नही है।
मैं---- मसेज से बात कर ले । क्या वो बाहर आ सकती ह मिलने को।
मनोज-- हां आना चाहती है लेकिन पहले ऐतबार करना चाहती है।
मैं सोचने लगा अगर इस गांडू को मालूम चल गया कि वो लड़की मेरे परिवार से है तो क्या बोलेगा।
मेने कहा कि अभी मेसेज करे उसको और बात करे तो वो बोला कि वो सिर्फ रात में ही बात करती है और गर दिन में करनी हो तो खुद मैसेज करती है।
फिर बात बदल कर सरोज का प्रोग्राम सेट करने की बोला। उसने सरोज को फ़ोन किया और मिलने को बोला तो उसने बताया कि उसको महीना हुआ है तो नही मिल सकती।
तभी मुझे घर के नंबर से फ़ोन आया । मम्मी थी फ़ोन पर और घर आने को बोला।
मैं घर के लिए निकल गया और घर पहुच गया।
मम्मी ने कहा कि मेरे मामाजी का फ़ोन था कि उनके लड़के की सगाई है तो सबको बुलाया है।
मेरी मामाजी से नही बनती थी तो मैंने मना कर दिया और मम्मी को बोला कि आप चले जाओ।
मैंने रोशन चाचा को काल करके बुलाया और बोला कि मम्मी रीटा दी और किरण को मामाजी के यहा ले जाये। रानी को कल टूर पर जाना था तो वो भी नही गयी।
मामाजी का घर 60 किलोमीटर दूर था यहा से तो शाम को ही मम्मी और दोनो दीदी निकल गए गांव के लिए।
घर पर मैं रोशनि और रानी रह गए।
मैं मम्मी के जाते ही बाहर निकल आया और मनोज के साथ ड्रिंक का प्रोग्राम बनाया।
जब हम ड्रिंक कर रहे थे तो मनोज टॉइलेट चला गया था तो पीछे से उसका फ़ोन बजा। मैं फ़ोन पर जो नंबर फ़्लैश हो रहा था उसको देख कर चौक गया। वो मेरे घर का नम्बर था । फ़ोन तो मम्मी ले गयी है साथ तो फ़ोन कोन कर रहा है।
मैंने काल पिक की और थोड़ा आवाज चेंज करके हैल्लो किया जैसे मनोज काल अटेंड करता है। उधर से फुसफुसाने की आवाज आई । आवाज इतनी धीमे थी कि लग रहा था कि बोलने वाली नही चाहती थी कि उस्की आवाज कोई सुने।
धीरे से उसने हेलो किया और बताया कि वो सहर से बाहर जा रही है और आज रात को बात करेगी । फोन चालू रखना। और फ़ोन काट दिया।
मेरा दिमाग बन्ना गया साला मैं यहा उनकी चुदाई रोकना चाहता हु और वो वहा जो कोई भी है चुत फैलाये बैठी है।
तभी मनोज आ गया और पूछा कि किसका फ़ोन था तो मैने नंबर दिखा दिया
उसने नंबर देखते ही पूछा की क्या कह रही थी।
मैं बोला कि आवाज साफ नही आई तो कुछ समझ ही नही आया क्या बोल रही थी।
उसने कहा किस्मत ही चुतीया है अब फ़ोन भी नही कर सकता साली ने मना किया हुआ है।
मैं अपनी ही सोच में था कि रात को गर फ़ोन आया तो मे क्या करुगा।
इनका प्रोग्राम सेट हो ज्यायेगा और मनोज ने मुझे नही बताया तो मैं क्या करुगा।
क्या करूँ मैं अब?
बस मैंने ड्रिंक खत्म की और वहाँ से चलने लगा। तो मनोज ने कुछ देर रुकने को बोला और अपने फ़ोन से एक मैसेज किया किसी को ।
तभी उसका फोन कि रिंग होने लगी उसने नंबर दिखाया मेरे ही घर का नंबर था। वो बात करने लगा कुछ देर बात करने पर बोला की वो शहर से बाहर गयी है और रात को फ़ोन करेगी।
मैं पूरी तरह से हिल गया और घर आ गया।
मेरा माइंड अपसेट था मैं कुछ भी नही कर पा रहा था
मैं घर आ गया । रोशनी मेरा इंतज़ार कर रही थी । उसने खाने का पूछा तो मैने मना कर दिया।
रानी अपने रूम में थी। मैं अपने रूम में चला गया । कुछ देर में रोशनी मेरे रूम में आ गईं।
मैंने उसको बाँहों में भर लिया मैंने उसको कसकर पकड़ लिया और उसके बूब्स को दबाने लगा | वो मुझसे कहने लगी आराम से कहि भागी नही जा रही हु। फिर मैं उसको किस करने लगा और उसकी चुचियों को मसलने लगा | मैंने उसकी साडी निकाल दी | वो ब्लाउस और पेटीकोट में और भी सेक्सी लग रही थी |
मैंने उसको उठाया और ले जाकर बेडपर पटक दिया और उसकी बूब्स को मसलने लगा | फिर मैंने उसके ब्लाउस को निकाल दिया और उसकी ब्रा भी निकाल दी | अब उसके बूब्स मेरे सामने थे मैं उनको चूसने लगा | मैं उसकी घुंडियों को मसल रहा था | वो गरम होने लगी थी | वो मेरे लंड को सहला रही थी मैंने अपना लंड खोलकर उसके मुहँ पर रख दिया | वो मेरे लंड से खेलने लगी और मेरे लंड को अपने मुहँ में लेकर चूसने लगी | मुझे बहुत आनंद प्राप्त हो रहा था | मुझे लग रहा था की जैसे मैं जन्नत में पहुँच गया हूँ | फिर मैंने उसके मुहँ को चोदना सुरु किया और उसके मुहँ में धीरे-धीरे धक्के लगाने लगा | मैंने उसकी मुहँ को 20 मिनट तक चोदा और मैं उसके मुहँ में ही झड गया | उसका पूरा मुहँ मेरे वीर्य से भर गया | वो मेरा सारा माल पी गयी |
फिर मैंने उसके बूब्स पर किस किया और उसकी नाभि पर किस करते हुए उसकी चूत तक पहुँच गया | मैंने उसका पेटीकोट निकाल दिया और उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत सहलाने लगा | वो एक दम पागल सी होने लगी | फिर मैने उसकी पैंटी निकाल दी | उसकी चूत पर बाल नहीं थे शायद आज ही बना कर आई थी | मैंने उससे पूछा की क्या तुमने झांटे आज ही साफ़ की है | उसने कहा नहीं कल साफ़ की थी | फिर मैंने उसकी चूत में अपनी एक ऊँगली डाल दी वो मचल उठी | मैंने धीरे-धीरे उँगली अन्दर-बाहर करने लगा | उसके मुहँ से अह्हह्ह् ओह्ह्ह्ह उम्म्मम्म इस्सस अह्ह्ह ओह्ह्ह इश्ह्ह्ह की आवाजे निकलने लगी थी | मैं और जोर से उँगली करने लगा वो थोड़ी देर बाद झड गयी |
मैंने उसकी चूत को साफ़ किया और उसकी चूत को चाटने लगा | वो मुझसे कहने लगी की कब तक तडपाओगे मुझे अब लंड डाल भी दो मैंने कहा की अभी तो बहुत कुछ करना बाकी है | फिर मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी | वो तड़पने लगी और कहने लगी बस करो अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है | अब अपना लंड मेरी चूत में डाल दो | मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और रगड़ने लगा फिर एक झटके में पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया उसकी चीख निकल गयी | मैंने धक्के लगाने सुरु किये और उसको चोदने लगा | वो जोर से चिल्ला रही थी चोदो मुझे और जोर से चोदो आह्ह्ह्ह उम्ह्हह्ह मजा आ रहा है फाड़ दो मेरी चूत ओह्ह्ह इश्ह्ह्ह इम्म्म्म आज तक इतना मजा मुझे मेरे पति से भी नहीं मिला | उसकी ऐसी बातें सुन कर मैंने धक्के और तेज कर दिए | पूरे कमरे में फ़च्छ फच फ़च्छ की आवाजे आ रही थी | मैंने उसकी लगभग 20 मिनट तक चूत मारी फिर वो झड गयी |
पर मेरा लंड अभी नहीं झड़ने वाला था मैंने उससे घोड़ी बनने को कहा वो मना करने लगी और कहने लगी की मैं गांड में तुम्हारा लंड नहीं लूंगी मेरी गांड फट जाएगी | तुम्हारा लंड बहुत मोटा है मैंने उसे समझाया की आज दर्द नहीं करुगा मैं आराम से करूंगा पर वो फिर भी नहीं मानी | मैंने कहा मैं आज जरूर तेरी गांड मारूंगा आराम से मुझे तेरी गांड मारने दे फिर वो मान गयी | मैंने उसकी गांड पर थोडा तेल लगाया और अपना लंड उसकी गांड में डाल दिया | उसकी गांड बहुत टाइट थी मेरा लंड अन्दर नहीं घुस रहा था मैंने बहुत जोर लगाया तब जाकर मेरा लंड अन्दर घुसा | वो तड़पने लगी और कहने लगी इसे बहर निकालो मुझे बहुत दर्द हो रहा है | मैं थोडा रुका और उसकी चुचियों को सहलाने लगा | फिर मैंने और धीरे-धीरे धक्के लगाने लगा | थोड़ी देर बाद वो शांत हो गयी | अब वो भी अपनी गांड उचका कर मेरा साथ दे रही थी | मैंने उसकी कमर पकड़ी और जोर से धक्के लगाने लगा वो आह्ह्ह ओह्ह्ह्ह और जोर से मारो मेरी गांड फाड़ दो इसे कहकर चिल्ला रही थी | फिर मै उसकी गांड में ही झड गया |
मैंने उससे कहा की चलो हम साथ में नहाते है | हम दोनों बाथरूम में पहुंचे मैंने शावर सुरु किया और उसके शरीर को मसलने लगा | वो भी मेरे पूरे शरीर को सहला रही थी | मैं धीरे-धीरे उसकी चूत को सहलाने लगा और उसकी चूत में ऊँगली डाल दी वो फिर गरम होने लगी | वो अपने घुटनों पर बैठ गयी और मेरे लंड को चूसने लगी | उसने मेरा लंड चूसकर फिर खड़ा कर दिया और वो मुझसे कहने लगी की मेरी चूत में लंड डाल दो अबकी बार मैंने उसको झुकाया और पीछे से उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और उसको चोदने लगा मैं जोर से धक्के लगा रहा था और वो भी अपनी तरफ से धक्के देकर मुझसे अपनी चूत मरवा रही थी फिर मैं बाथरूम की फर्श पर लेट गया | और उससे मेरे ऊपर बैठने को कहा उसने मेरे लंड को अपनी चूत पर सेट किया और उछल-उछल कर मुझसे चूत मरवाने लगी | फिर मैंने उससे कहा की तुम थोडा सा अपने पैरो पर झुक कर कड़ी हो जाओ उसने ऐसा ही किया | फिर मैं नीचे से जोर-जोर धक्के लगाने लगा | मैंने इस बार लगभग उसकी 25 मिनट तक चुदाई की फिर वो झड गयी | मैं धक्के लगाता रहा और थोड़ी देर बाद मैं भी झड गया | उसके बाद हम दोनों ने स्नान किया और अपने कपडे पहने | और बेड पर आकर एक दूसरे से चिपक कर सो गए।
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