RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
मंजू:हँसते हुए,आजकल के लड़को को गान्ड मे पता नही क्या मज़ा आता है,बस गान्ड के पीछे पड़े रहते है
मे:आंटी गान्ड मे ही तो मज़ा है
मंजू:हाँ मज़ा तो है ,इस बात के लिए मे इनकार नही करूगी
मे:तो आपने कभी मरवाई है
मंजू:अब तुझसे क्या छिपाऊ, तू तो जानता है मेरा पति है नही ,मुझे भी अपनी आग शांत करनी पड़ती है
मे:हाँ आगे बताओ
मंजू:दीनू हलवाई को जानता है
मे:हाँ
मंजू:वो मेरे बहुत सालो से पीछे पड़ा था,मेने पहले सोचा था कि बिना कोई ग़लत काम किए बिना जिंदगी निकाल लूँगी पर चूत की आग ने मुझे ये काम करने पे मजबूर किया
वो अक्सर मेरे पीछे पड़ा रहता था ऑर जब आस पास कोई नही होता तो अक्सर बोलता रहता "अपनी जवानी क्यो बर्बाद कर रही हो,एक बार मेरे पास आ जाओ"
उसकी ये बाते मेरी चूत गीला कर देती थी,
तो एक दिन मेने उससे चुदने की सोची,मेने उससे हाँ कर दी ऑर रात को अपने खेत की कुटिया पे बुलाया,जहाँ उसने मुझे रात भर चोदा,बहुत बुरी तरह चोदा,
उसके बाद वो अक्सर मेरी चुदाई करने लगा गया,कुछ दिनो बाद वो मेरी गान्ड के पीछे लग गया मेने बहुत मना किया पर वो मेरी बात कहाँ सुनता था,ऑर उसने ज़बरदस्ती मेरी गान्ड मार दी,बहुत दर्द हुआ था,साले ने अपना लंड ज़बरदस्ती घुसा दिया था,खून भी निकला ,कुछ दिनो तक मे चल नही पाई
मे:सरसो का तेल काम मे लेना चाहिए था
मंजू:साला उसको क्या पड़ी थी ,दर्द तो मुझे होना था
उसके बाद वो थूक लगाकर गान्ड मारने लगा,ऐसे करते करते अब गान्ड मरवाने में मज़ा आता है
मे:तो फिर बदादुर चाचा को क्यो चोदने दिया
मंजू:उस ठरकी से कोई औरत बच नही सकती ,वो हर औरत को पटा लेता है,
मे:मे भी गान्ड मारना चाहता हूँ
मंजू:वो तो तूने मुझे पलटने के लिए बोला था तभी समझ गयी थी ऑर ये कहते हुए मंजू पलट गयी ऑर अपनी गान्ड को फैला दिया,मुझे मंजू की गान्ड का छेद देखकर अंदाज़ा हो गया था कि बहुत मारी गयी है गान्ड
मुझे दीनू हलवाई पे बहुत गुस्सा रहा था ,क्योकि उसने उस औरत की गान्ड खोल दी जिसे मुझे मारना था
पर अब मे क्या कर सकता था ,मेने फिर अपने लंड पे थूक लगाया ऑर मंजू की गान्ड पे रखकर एक झटका दिया,मेरा लंड बिना किसी दिक्कत के घुस गया
मंजू:हाँ ऑर ज़ोर से घुसा
मेने एक ऑर झटका दिया ,अबकी बार आधा लंड अंदर घुस चुका था,
मंजू:हाँ शाबाश बेटा ऐसे ही
अधिकतर औरते तो गान्ड मरवाने के दोरान चिल्लाती है पर मंजू तो मुझे ऑर उकसा रही थी उसकी गान्ड चोदने को
मेने एक आखरी झटका दिया ऑर पूरा लंड अंदर घुस गया ,मेने अब अपनी जोरदार चुदाई शुरू की
मंजू:हाँ बेटा ऐसी ही मार ,ऑर ज़ोर से मार ,बहुत खुजली हो रही है ,ऑर मार
मुझे लगा कि मुझे मनोहर द्वारा दी गोली का ईस्तमाल करना चाहिए ऑर इस रंडी की बच्ची मंजू को अपनी औकात दिखानी चाहिए पर मे भी कितना मूर्ख था मे गोली ही नही लाया
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