RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
मामी:ऑर कमरे मे सरसो का तेल रखा है ,वो ले जाना ,इससे तू ऑर ज़्यादा देर तक चोद सकता है ऑर ध्यान रखना ,बड़ी गान्डो को जोरदार ही चोदते है ,अगर कोई रहम दिखाया ऑर तो फिर गान्ड दूसरा लंड ढूंड लेती है
मे बस मामी की ओर देखे जा रहा था
मामी:क्या ऐसे देख रहा है,मुझे सब पता है ,मे कब से देख रही हूँ तू सुधा की गान्ड देखता रहता है,ऑर हाँ ये याद रखना सुधा की हालत मेरी जैसी नही हुई तो मे तेरी ऐसी हालत कर दूँगी
जब तक मम्मी भी आ चुकी थी
मम्मी:ठीक है भाभी हम निकलते है,ऑर आपका खाना बना दिया है
मामी:ठीक है जाओ
मामी:मोहित याद रखना
मम्मी:भाभी क्या बोल रही है
मे:कुछ नही मम्मी ,बस ध्यान रखने को बोल रही है
ओर ये कहकर हम खेतो की ओर निकल गये
मम्मी ऑर मे हम दोनो खेतो की ओर निकल पड़े
मुझे बहुत ख़ुसी हो रही थी
रास्ता पतला होने के कारण दोनो साथ मे नही चल सकते थे इसलिए मे पीछे हो गया
मे मम्मी की गान्ड को देखने लगा
मम्मी की बड़ी सी गान्ड घाघरे मे उपर नीचे होते हुए बहुत ही शानदार लग रही थी ,ये वही गान्ड है जिसके पीछे मे कई महीनो से पड़ा हूँ ऑर कब से मेरी नींद हराम कर रखी है ,आज चाहे कुछ भी हो जाए मे मम्मी को चोदे बिना नही आउन्गा
मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था,ओर मेरे पाजामे के अंदर ही झटके खा रहा था,कल की तरह आज भी मेने अंदर कुछ नही पहना था
हवा भी मेरे पीछे से आगे की तरफ होने के कारण मम्मी का घाघरा बिल्कुल मम्मी की गान्ड से चिपक गया जिससे मे मम्मी की गान्ड का आकार ऑर भी अच्छे से देख पा रहा था
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