RE: Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
मुझे भी ना जाने क्यो मेरी माँ के बारे ऐसी बात सुनने मे बहुत मज़ा आ रहा था
मे:फिर आपने आगे कॉसिश नही की
मनोहर:नही यार ,कहते है लालच बुरी बला है, सोने के अंडे देने मुर्गी जैसी हालत हो गयी
थी,जैसे उस आदमी ने लालच मे मुर्गी को मार दिया था ,मेने भी तेरी माँ को पाने का ख्वाब हमेशा के लिए खो दिया
मे:ऐसा क्या हुआ बताओ तो सही
मनोहर:पहले माल चढ़ने तो दे,फिर तेरे को शुरू से बताता हूँ कि क्या हुआ था,काश उस रात तेरी माँ मेरे से चुद जाती तो अभी दोनो के मज़े ही जाते ,यहाँ बैठ कर बाते नही कर रहे होते या फिर उस दिन मे थोड़ा सब्र कर लेता तो आज का दिन ही कुछ ऑर होता
मुझे अब गांजे का नशा होना शुरू हो गया था,मुझे पता नही क्या हो रहा था,पर मज़ा आ रहा था
मनोहर के मुँह से निकल रहे शब्द अमृत जैसे लग रहे थे,मे बस सुने जा रहा था
मे:अच्छा बताओ,मे पागल हुए जा रहा हूँ,प्लीज़ यार बताओ
गांजे मे पता नही क्या ताक़त थी मेरा लंड बिल्कुल सख़्त हो चुका था,ऑर मे लंड पकड़कर बैठा था
मनोहर मेरी हालत देखकर हँसता हुआ
मनोहर:क्या हुआ मोहित,मम्मी की कल्पना करके पागल हुए जा रहा है क्या,मम्मी चीज़ ही ऐसी होती है,अपने बेटो को पागल बना देती है,हर बेटे का पहला प्यार उनकी मम्मी ही तो होती है
मे:मुझे पता नही क्यो,मम्मी के बारे मे बाते सुनकर मेरा लंड फटा जा रहा था
मोनोहर:तू तो पक्का पागल हो चुका है ,तेरी दीवानगी तेरे माँ के लिए सिर चढ़ चुकी है,तू जब भी चोदेगा अपनी माँ को तो तू ज़रूर उसका पानी निकाल देगा
मुझे ऐसी बाते सुनकर बहुत मज़ा आ रहा था
मे:सच मे ,मुझे लग रहा है मे शुरू मे पानी छोड़ दूँगा
मनोहर:हाँ तेरा लंड पानी ज़रूर छोड़ देगा पर तेरा लंड आकड़े रहेगा,ऑर उसके बाद तू ऐसा चोदेगा कि तेरी मम्मी हाथ जोड़ने लग जाएगी ऑर मे कह सकता जो घटना हुई थी उससे की तेरे पापा का लंड छोटा है,इसलिए तुझे बहुत मज़े आने वाले है क्योकि तेरे मम्मी की चूत बिल्कुल कसी हुई होगी ऑर जो तू अपनी मम्मी की गान्ड का दीवाना है तुझे तो बहुत मज़े है तेरी मम्मी की गान्ड कुवारि है,मस्त जोरदार तरीके से चुदाई करना,पहली चुदाई ऐसी होनी चाहिए कि तेरी माँ को वो चुदाई जिंदगी भर भर रहे
मे:कैसे पता कि मेरी माँ की चूत बिल्कुल टाइट होगी ऑर गान्ड कुवारि होगी
मनोहर:बताता हूँ यार,एक जॉइंट तो ख़तम कर ,अभी 2 ऑर बाकी है,इतनी क्या जल्दी है
बस मे जो कहता हूँ वो करना,जन्नत की सैर करा दूँगा
मे:क्या करना है
मनोहर:बस पहले दिन बस चूत ही मारना,जितनी मार सकता है,फिर एक दिन रुक जाना जिससे तेरा शरीर गान्ड मारने की ताक़त जुटा सके ,इससे तेरी माँ का शरीर भी गरमा जाएगा ऑर तेरे शरीर मे तेरे माँ की गान्ड की चुदाई करने की ताक़त भी आ जाएगी,बस चोदना पूरा दम लगाकर ऑर एक बात याद रखना
मे:क्या
मनोहर:पहली चुदाई चाहे वो चूत की या गान्ड की कोई रहम मत बरतना,अगर तुमने कोई रहम दिली दिखाई तो याद रखना चूत ऑर गान्ड नया लंड ढूंड लेगे,क्योकि ये चूत ऑर गान्ड बड़ी बेवफा है अगर इतनी जोरदार चुदाई ना करो तो बेफवाई कर लेती है
मुझे देखो मेरी माँ की चूत कोई दूसरा लंड नही ढूंढी क्योकि मे जब भी चोदता हूँ माँ की हालत खराब कर देता हूँ,मेरी माँ बहुत चीखे निकालती है पर मे कोई रहम नही बरत ता ,इसलिए ही तो माँ की चूत मेरे काबू मे रहती है
मे:ठीक है मे ये बात याद रखुगा
अब तो बताना शुरू करो मे मरा जा रहा हूँ,तुम कैसे मेरी माँ को चोदने वाले थे
मनोहर :बताता हूँ यार
हुआ यूँ कि तकरीबन 1 साल पहले तू शायद अपने गाव गया हुआ था ,तेरी मम्मी ऑर पापा ही रह रहे थे ,तब उनका नया नया ट्रान्स्फर ही हुआ था
एक रात अपनी इस कॉलोनी का बिजली का खंबा टूट गया था,शाम का वक्त था इसलिए कोई सही करने नही आने की पूरी उम्मीद थी,सब लोग छत पे आ गये लेकिन जब रात के 12 बजे जब बिजली वाले खंबा ठीक करने आ गये तो सब लोग उन्हे देखने चले गये,मे भी छत पे था,थोड़ी ही दूर बैठा था,सब लोग जाने के बाद तेरे पापा ने मम्मी से कहा
((मेरे पापा का नाम करण है,सारा ध्यान अपने काम पे,इसलिए सक्सेस्फुल है,हमेशा कंपनी मे टॉप पर्फॉर्मेन्स देते है))
करण:सुधा ,चल नीचे लाइट आने वाली है ,लोग आ गये खंबा ठीक करने
सुधा:नही मुझे नींद आ रही है,अभी पता नही कितना समय लगेगा,जब लाइट आ जाए तब आ जाना मुझे जगाने
कारण:ठीक है फिर मे नीचे जा रहा हूँ,उन लोगो के पास तू आ जाना
सुधा:ठीक है
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