Sex Kahani आंटी और माँ के साथ मस्ती
आंटी और माँ के साथ मस्ती
ये बात आज के कई साल पहले की है,जब मेरे फादर का ट्रान्स्फर किसी बड़े सहर मे हुआ था,जब मे स्कूल मे ही था ,.हम लोग कंपनी के क्वाटर्स मे रहते थे,इसलिए वहाँ आपस मे औरते एक दूसरे से मिल जुल कर रहती थी,इसलिए जैसे ही हम आए ,जब उन्हे पता चला कि हम नये आए है सब हमारे घर आकर मिलने लगे,कुछ दिनो तक ऐसा ही चलता रहा,फिर कुछ महीने बाद एक मुस्लिम आंटी(हम लोग मुस्लिम आंटी को चाची बुलाते है)उनसे बहुत मिलना जुलना हो गया,मतलब कि मेरी मम्मी ऑर चाची बिना किसी काम के ही एक दूसरे से मिलने घर जाने लग गयी थी.मे नही जाता था उनके घर ,ऑर वैसे ज़्यादातर चाची ही हमारे घर आती थी.मुझे बड़ी गान्ड बहुत पसंद है,खास कर मेरी माँ की.मेरी माँ की उमर 45 साल है,ऑर उनकी गान्ड बहुत फैल गयी है,जिससे देख कर लगता है अभी जाकर गान्ड मसल दूं,पर डर लगता है,ऑर उस समय मेरी उमर भी इतनी नही थी कि मे जान सकूँ चुदाई का मज़ा क्या होता है,मैं बस यूँ कह सकता हूँ ,मुझे बड़ी गान्ड की तरफ आकर्षण बहुत थी,मेरी माँ की हाइट ज़्यादा नही थी,पर गान्ड फैली हुई थी,ऑर चाची जिनकी हाइट अच्छी थी उस हिसाब से उनकी गान्ड इतनी चौड़ी नही लगती जितनी मेरी माँ की लगती है,पर चाची की हाइट होने के कारण उनकी गान्ड बहुत सुडोल लगती है
हमारे घर मे कंप्यूटर ऑर इंटरनेट होने के कारण मैं बहुत पॉर्न देखने लग गया था(ये बात उस समय की है जब लोगो के घर मे कंप्यूटर ऑर इंटरनेट बहुत कम हुआ करता था)
ऑर चाची का हमारे घर ज़्यादा आने जाने के कारण मे उनकी गान्ड की तरफ बहुत आकर्षित होने लग गया था,ऑर मैं बाद मे उनके जाने के बाद बाथरूम मे जाकर अपना लंड हिलाने लग गया था,ऑर मुझे हिलाने मे बहुत दर्द होता था ,फिर भी मज़े के लिए मे हिलाया करता था.ओर जब जब चाची घर आती थी मे उनकी केवल गान्ड ही देखता था,ऑर बस मन मे सोचता काश ये गान्ड मसल्ने को मिल जाए,ऑर ये दिनचर्या ऐसे ही चलती रही,ऑर मुझे पता ही नही चला मे कब गान्ड मराई के वीडियो(अनल पॉर्न) देखने लग गया
मे अब केवल वो ही वीडियो देखता था जिसमे पोर्न्स्टार की गान्ड मारी जाती है.
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