RE: Incest Kahani पहले सिस्टर फिर मम्मी
मेरी माँ बहुत ही खूबसूरत महिला है, और पापा भी एक खूबसूरत व्यक्तित्व के मालिक हैं। दोनों ने लव-मैरीज की थी, इसलिये उन्हें परिवार से अलग होकर रहना पड़ रहा है, जो कि हमारे लिये अच्छी बात है। पापा एक प्राईवेट बैंक में ऊंचे पद पर हैं, और मम्मी गवर्नमेन्ट जोब करती है। इस नये शहर में आकर, पापा ने जानबूझ कर शहर से बाहर शांति भरे माहौल में एक बंगलो खरीदा था।
हमें स्कूल ले जाने और ले आने के लिये, उन्होंने एक रिक्शा तय कर दिया था। घर की ऊपरी मंजिल पर, एक कमरे में मम्मी और पापा रहते थे और दूसरे कमरे में हम दोनों भाई-बहन। हमारे घर से स्कूल तक की दूरी, रिक्शा के द्वारा करिब 30 मिनट में तय हो जाती थी।
रिक्शा के पास आते ही बहन ने पूछा- “और भाई, कैसे हो? बहुत ज्यादा देर से इन्तेजार तो नहीं कर रहे?”
मैंने कहा- “नहीं दीदी, ऐसा नहीं है..." और उसको देखते हुए मुश्कुराया।
मैंने देखा कि, उसके गाल गुलाबी हो गये थे, और चेहरे पर शर्म की लाली और आँखों में वासना के डोरे तैयार रहे थे। मैं सोचने लगा कि, मेरी प्यारी बहना के गाल गुलाबी और आँखें वासना से भरी-भरी क्यों लग रही हैं?
क्या दीदी स्कूल में गरम हो गई थी?
मेरी बहन ने रिक्शा पर बैठने के लिये, अपने एक पैर को ऊपर उठाया। इस तरह करते हुए उसने बड़े ही
आकर्षक और छुपे हुए तरिके से, अपनी स्कर्ट को इस तरह से उठ जाने दिया कि, मुझे मेरी प्यारी बहन की मांसल, चिकनी और गोरी जांघे, उसकी पैन्टी तक दिख गईं। एक क्षण में ही दीदी रिक्शा पर बैठ गई थी, पर मेरे बगल में शैतानी भरी मुश्कुराहट के साथ बैठ गई।
मैं जानता था कि, यह उसका मुझे सताने के अनेक तरिकों में से एक तरीका है। जब वो मेरे बगल में बैठी तो उसके महकते बदन से निकलती सुगंध ने मेरी नाक को भर दिया, और मैंने एक गहरी सांस लेकर उस सुगंध को अपने अंदर और ज्यादा भरने की कोशिश की।
मेरी बहन मेरी उत्तेजना को समझ सकती थी। उसने मुश्कुराते हुए पूछा- “क्यों भाई, तुम्हारा चेहरा इस तरह से लाल क्यों हो रहा था? और तुम्हारी आँखें भी लाल हो रही हैं, क्या बात है?”
मैंने मुश्कुराते हुए उसकी ओर देखा और कहा- “देखो दीदी, तुम तो मेरे दोस्त सोहन को तो जानती ही हो। उसने मुझे दो बहुत ही गर्म किताबें दी है। तुम्हारा इन्तेजार करते हुए, मैं उन्हें देखा रहा था और फिर तुम जब रिक्शे पर बैठ रही थी, तब तुमने मुझे अपनी पैन्टी और जांघे दिखा दी। अब जबकी तुम मेरे बगल में बैठी हो, तो तुम्हारे बदन से निकलने वाली खुशबू मुझे पागल कर रही है.”
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