RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
कुसुम…ठीक है शास…चलो में भी चलती हूँ….में भी टाय्लेट कर लूँगी…ऑर अपनी चूत को भी ठंडे पानी से धो लूँगी…जिससे कुछ आराम मिले…
फिर शास ऑर कुसुम बातरूम की ओर चले गये….
शास…कुसुम के सामने ही खड़ा होकर पेशाब करने लगा…उसके लंड से रुक रुक कर पेशाब की बारीक धार बह निकलती थी…जिसे देख कर कुसुम ऑर चुदासी हो गयी ऑर वो भी शास के सामने ही पेशाब करने के लिए बैठ गयी…
उसकी चूत की ओर जब शास ने देखा तो देखता ही रह गया…शास ने पहली बार किसी लड़की को पेशाब करते हुए देखा था….कुसुम की चूत से निकलते पेशाब की सस्स्स्स्स्सीउउुस्स्स्स्सिईईईई की धून ने शास की लंड में नई जान भर दी
…सस्स्सुउुुुुउउस्स्स्स्सिईईई के साथ बहती धार….खुली हुई गुलाबी कसी हुई चूत…शास के लंड ने झटके मार कर सलामी देनी शुरू कर दी थी….
शास..ऑर कुसुम कुछ देर तक एक दूसरे को पेशाब करते हुए देख कर रोमांचित होते रहे…शास…सोच रहा था…कि कुसुम वास्तव में असीम सुंदर हैं…ना जाने इसको चोदने का अवसर उसे कैसे मिल गया…इसको देखकर तो हज़ारों लड़के इसके पीछे भागते रहते होंगे….पर ये तो मेरा सोभाग्य है…जो इस जैसी कमसिन..सुंदर गठीले बदन की लड़की आज खुद उससे चुदने के लिए व्याकुल है…..
शास का ध्यान कुसुम की गुलाबी कसी हुई चूत पर ही जमा था…पेशाब करने के दौरान खुलती बंद होती चूत…स्ट्राबेरी की सी महक रही थी…शास अपने मूसल से लंड को पकड़ कर कुसुम के पास बैठ गया…कुसुम अभी भी अपनी चूत से बूँद बूँद पानी निचोड़ कर टपका रही थी….तो शास ने झुक कर कुसुम की चूत को एक बार फिर निहारा….
शास…कुसुम बुआ वास्तव में तुम जितनी सुंदर हो…उससे कही ज़्यादा तुम्हारी चूत भी सुंदर ऑर कसी हुई गुलाबी गुलाबी बड़ी ही मस्त है….ये कहकर शास ने अपना हाथ बढ़ाया ऑर कुसुम की चूत पर रख दिया….
कुसुम…जब मैं ऑर मेरी चूत इतनी सुंदर है तो अभी तक इस ओर ध्यान क्यूँ नहीं दिया शास….
शास…ध्यान तो मेरा आप पर ही है…जान…पर संतोष बुआ ने मुझे पहली बार चूत के दर्शन कराए…ऑर चोदना सिखाया तो उनका हक़ मुझ पर पहला था…ये तो आप भी मानती हैं ना….
कुसुम…हाँ ये तो है…पर अब क्या इरादा है….
शास ..ने कुसुम की चूत पर हाथ फेरते हुए अचानक एक उंगली कुसुम की चूत में डाल दी……
आआआहहुउऊुुउउम्म्म्ममममस्स्स्स्स्स्स्सिईईई…आआआहह मार ही डाला शास क्या यहीं पर इरादा है…या फिर रूम में चलें…
शास….इरादा तो वहीं बन जाएगा जहाँ आप कहेंगी…पर तुम्हारी चूत तो बहुत गरम हो रही है…मुझे यूँही ही छेड़ना अच्छा लग रहा है….
कुसुम ....पर में अपनी चूत को सॉफ तो कर लूँ…अभी तो इसमें पेशाब लगा है….
शास…कोई बात नहीं…तुम ज़रा यहीं पर पीछे को लेट जाओ…में ज़रा तुम्हारी चूत का अभी टेस्ट लेना चहता हूँ…
कुसुम…नहीं शास…अभी तो ये पेशाब के कारण गंदी है…अभी भी कुछ बूँदें टपक रही है…में सॉफ कर देती हूँ…फिर चाहे जो करना….
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