RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
शश.. आपने स्वर्ग का मज़ा देखा है...?
बूवा.. हाई एक बार सपने मैं (ड्रीम).. बड़ा ही मज़ा आया था आज तक उसे ही याद कर कर के मेरी गीली हो जाती है............
शश..बूवा काया गीली हो जाती है....???????????
बूवा..अर्रे अंडरवेर तो उतार सब दिखाती हूँ....और...स्वर्ग मैं भी ले चलूंगी....फिर देखना रोज़ (डेली) कहा करोगे बूवा स्वर्ग की सैर करा दो.....बस मज़ा ही मज़ा है..और बूवा ने आपने हाथो से ही शश का अंडरवेर खोल कर नीचे कर दिया.....
शश.. मुझे शरम आ रही है बूवा...........( और बूवा ने शश का लंड आपने हाथ मे पकड़ लिया और उसे निहारने लगी शिरफ़ 10 साल के शश का लंड , लंड का गुलाबी-गुलाबी सूपड़ा बूवा से नही रुका गया और उसे होंठो मैं ले लिया जैसे जनम जनम की प्यासी हो.......सब शरम हया से दूर चूमना शुरू कर दिया ....ये देखा कर बूवा हैरान हो गयी कि 10 साल के शश का लंड धीरे धीरे 6-7” का करीब 1 ½” मोटा हो गया था........... )
बूवा..अर्रे शश तेरा लंड तो बहुत बड़ा है.....?
शश..क्या इस नूनी को लंड कहते है बूवा फिर आप इसे चूम और चूस क्यों रही हो इतना बड़ा तो ये कभी कभी ही होता है...........
बूवा..शश इसे चूषने मैं जो मज़ा आ रहा था तुम्हें नही मालूम....बूवा ने शश के लंड को एक हाथ मे पकड़ लिया और दूसरे से आपनी सलवार का नाडा खोलने लगी.... नाडा खोलकर सलवार थोड़ी नीचे की.....देखा शश ये है आनंद द्वारा या मज़ा द्वार............शश ने देखा के घने काले बालो के बीच कुछ गुलाबी- गुलाबी सा नज़र आया....
बूवा... शश हाथ फेर कर देख..इसे चूत कहते है...ये जो तुमहरा लंड है ना ये इस घर मैं घुस जाता है तब स्वर्ग की सैर होती है.......शश ने दोनो हाथों से बूवा की चूत को छुआ बालों मैं हाथ फेरा और गुलाबी..गुलाबी जगह को भी छुआ...धीरे धीरे ......
शश.. बूवा इस चूत पर इतने घने काले बॉल क्यो है मेरे तो नही है......???? आ जाएगे अभी तुम छोटे हो ना....
बूवा....शश तुम नीचे मेरी टाँगो के बीच बैठ जाओ इस गुलाबी..गुलाबी चूत को ज़ोर ज़ोर से जीभ से चॅटो तो तुम्हे भी बड़ा मज़ा आयगा.....शश एक आगयाकारी बालक की तरह बूवा की टॅंगो के बीच बैठ गया और दोनो हाथो से चूत के दोनो के दरवाजे खोलकर बूवा की चूत को चाटने और चूसने लगा.......बूवा आcछि खुसबू आ रही है ....और ज़ोर ज़ोर से चाटने लगा, ....नयी चूत को पी रहा था और चूत के पानी को नारियल (कोकनट) के पानी की तरह पीने लगा.....................................बूवा की हल्की हल्की सिसकारी निकलने लगी...उऊहह........आआआआअ.......आहह और ज़ोर से शश............आआआआहह.......बूवा ने शश का शिर पकड़ कर अपनी जाँघो के बीच ज़ोर से दबा रही थी........आआआआआआयययययययययययययययईईई हहााययययययययययययी..........जान्न्न्न्न....शाष्ह हहस्स्स्स्स्सस्स मज़ा आआ रहा है ज़रा और ज़ोर सीईईईई............उउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म....एयाया हह.............फिर कुछ ही देर बाद बूवा ने शश का शिर ज़ोर से आपनी चूत पर दबा दिया............चट..ले..शश..........आअहह हह शश...............आआहह हह...और बूवा ने ज़ोर से मेडॅनियल (चूत का पानी) की पिचकारी शश के मुँह में छोड़ दी जिसे शश पता नही किस मज़े मैं गाटा गट पी गया...............और चूत को चाटता जा रहा था.......कुछ देर बाद बूवा कुछ ढीली पॅड गयी......
बूवा............शश कैसा लगा....
शश..अक्च्छा लगा बूवा...बड़ा ही खुश्बू दार स्वादिष्ट टेस्ट था.....
बूवा..अच्छा अब मेरे ऊपेर आ जाओ.....तब तक दोनो ने पूरे कपड़े उतार दिए थे.........देख शश ये चुचि (बूब्स) है...इन्हे धीरे धीरे दबा कर तो चूसो......देखो कैसा लगेगा??????? अब शश बूवा की दोनो चुचियाँ दबा..दबा कर चूस रहा था....बूवा सातवे आसमान मैं तैर्र रही थी ...चूत फिर पानी छोड़ने लगी थी, पहली बार जो किसी ने छुवा था उसके शरीर को.............शश एक माझे हुवे खिलाड़ी के तरह बूवा के दोनो बूब्स दबा दबा कर पी रहा था...........................
बूवा.........ने शश के लंड को हाथ से पकड़ा और चूत के मुह पर रख दिया...........शश मस्ती मैं चुचियाँ पी रहा था और हिलने के कारण उसके लंड का गुलाबी सूपड़ा चिपचपी चूत मैं दाखिल हो चुक्का था.........
बूवा..शश ज़रा धीरे धीरे इसे भी अंदर तो करो.......शश ने थोड़ी कोशिस की पर लंड आगे नही जा रहा था.....शश बूवा ये और अंदर नही, जाएगा.....................
बूवा.......जाएगा बेटे शश थोड़ा ज़ोर से धक्का तो मारो....शश ने थोड़ा ज़ोर से धक्का मारा पर लंड अंदर नही गया....शश मेरी दोनो चुचि पकड़ कर चूतड़ पीछे करके एक ज़ोर से जानदार धक्का मार कर देखो...शश ने एसा ही किया तो एस बार कोई चौथाई लंड बूवा की चूत मैं घुस गया......आआआआआआआआआआययययययययययययययययययययए ईईई बूवा की हल्की सी चीखा निकल गयी.....क्या हुआ बूवा शश कुछ डर कर बोला...........बूवा ने कहा कुछ नही धीरे धीरे धक्के मारते रहो................ ना जाने शश को क्या सूझी उसने अपना लंड बाहर खिचा और एक और ज़ोर से दमधार धक्का लगा दिया...इससे पहले कि बूवा संभाल पाती शश ने लंड थोडा बाहर निकाल कर एक और ज़ोर का धक्का मार .....
दिया.............बूवा की एक ज़ोर दार चीख निकल गयी............उउउह्ह्ह्हीईईइ म्माआअ आआआआआआआअहह आआआआआआअ....
बूवा...शश प्लीज़ ज़रा रुक जाओ तुमने तो मेरी फाड़ ही डाली वो दर्द से कराह रही थी...शश एक बार फिर चुचियाँ पीने मैं मस्त हो गया.........
शास..धीरे धीरे बूवा संतोष की चुचिया(बूब्स) दबाते चूस्ते हुवे बूवा के होंठो तक चला गया......अब शास बूवा के होंठ बड़ी ही तन्मयता से चूस रहा था....बूवा के होटो को चुमेते हुवे उसे बड़ा ही आक्च्छा लग रहा था......संतोष (बूवा) शास के इस अंदाज से और मस्त होती जा रही थी वह नही समझ पा रही थी कि एक 1५ साल का लड़का इतनी मस्त चुदाई कैसे कर रहा है......बूवा अब दर्द भूलकर मस्त होने लगी थी....
बूवा...शास ज़रा धीरे धीरे अंदर बाहर करो...शास ने तुरंत बूवा की अग्या का पालन करते हुवे बूवा की चूत मैं धंसा लंड अंदर-बाहर करना सुरू कर दिया.....अब बूवा का दर्द बिल्कुल ख़तम हो गया था और वो चुदाई का पूरा अन्नंद ले रही थी...अब तो बूवा भी चूतड़ उछाल उछाल कर पूरा लंड चूत मैं ले रही थी...
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