bahan sex kahani मेरी सिस्टर
05-28-2019, 02:36 PM,
#5
RE: bahan sex kahani मेरी सिस्टर
सोनिया लगातार मुझे गालियाँ बके जा रही थी- हाय मेरे चोदू भाई ! मेरी बुर के होंठों को काट लो और अपनी जीभ को मेरे बुर में पेलो.. ओह मेरे चोदू भाई, ऐसे ही प्यार से मेरे डार्लिंग ब्रदर ऐसे ही ! ओह खा जाओ मेरी चूत को, चूस लो इसका सारा रस !

उसकी चूत इतनी रसीली हो गई थी कि मुझे लग रहा था कि इसका फव्वारा किसी भी क्षण छूट सकता है। उसके मुख से लगातार सीत्कारें निकल रहीं थीं, मुझे उसकी सीत्कारों को सुन कर बहुत ही मजा आ रहा था।

“ओह डियर, ओह चोदू मेरे भगनासे को ऐसे ही चचोरो कुत्ते, बहनचोद चूस, मादरचोद और कस कर अपनी जीभ को पेल… ओह सीई…ईईई मेरे चुदक्कड़ बलम, मेरा अब निकलने ही वाला है ! ओह… मैं गई..गई… गईई राजा… ओह बुरचोदू …देख मेरा निकल रहा है… हाय पी जा इसे ! ओह पी जा मेरी चूत से निकले रस को… ! सीईईई… भाई मेरे चूत से निकले स्वादिष्ट माल को पीईईई जा प्यारे भाई।” कहते हुए सोनू ने अपनी चूत से गर्म रज का झरना खोल दिया।

उसकी मखमली चूत से गाढ़ा द्रव निकलने लगा। वो मेरे चेहरे को अपनी चूत और चूतड़ों के बीच दबाए हुए बिस्तर पर गिर गई। उसकी चूत अभी भी फरफरा रही थी और उसके गांड में भी कम्पन हो रहा था।

मैंने उसकी चूत से निकले एक-एक बूँद रस को चाट लिया और अपने सिर को उसकी मांसल जाँघों के बीच से निकाल लिया।

मेरी बहन बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी। कमर के नीचे वो पूरी नंगी थी। झड़ जाने के कारण उसकी आँखें बंद थीं और उसके गुलाबी होंठ हल्के सा खुले हुए थे। वो बहुत गहरी साँसें ले रही थीं और उसने अपने एक पैर को घुटनों के पास से मोड़ा हुआ था और दूसरे पैर को फैलाया हुआ था।

उसके लेटने की यह स्थिति बहुत ही कामुक थी और इस स्थिति में उसकी सुनहरी गुलाबी चूत, उसकी भूरे रंग की गांड का छेद और उसके गुदाज चूतड़ मेरी आँखों के सामने खुले पड़े थे और मुझे अपनी ओर खींच रहे थे।

मेरा खड़ा लौड़ा अब दर्द करने लगा था। मेरे लंड का सुपारा एक लाल टमाटर के जैसा दिख रहा था और मेरे लंड को किसी छेद की सख़्त ज़रूरत महसूस हो रही थी।

मैं गहरी साँसें खींचता हुआ अपनी उत्तेजना पर काबू पाने की कोशिश कर रहा था। 

मेरे हाथ मेरी बहन के नंगे चूतड़ों के साथ खेलने के लिए बेताब हो रहे थे और मैं अपने अन्डकोषों को सहलाते हुए सुपाड़े के छेद पर जमा हुए पानी की बूँदों को देखते हुए अपनी प्यारी सी नंगी बहन के बगल में बेड पर बैठ गया।

मेरे बेड पर बैठते ही सोनिया ने अपनी आँखें खोल दीं। ऐसा लग रहा था जैसे वो एक बहुत गहरी नींद के बाद जागी है।

जब उसने मुझे और मेरे खड़े लंड को देखा तो जैसे उसे सब कुछ याद आ गया और उसने अपने होंठों पर जीभ फिराते हुए मेरे खड़े लंड को अपने हाथों में भर लिया।

सोनू बोली- ओह माय लव, सच में तुमने मुझे बहुत सुख दिया। मैं बहुत दिनों के बाद इस प्रकार से झड़ी हूँ। ओह डियर तुम्हारा लंड तो एकदम लोहे की रॉड जैसा खड़ा है। मुझे ध्यान ही नहीं रहा कि मेरे भाई का डंडा खड़ा होगा और उसे एक छेद की ज़रूरत होगी…

सोनिया ने मेरे लवड़े को अपने हाथों में पकड़ लिया और लगातार मुझसे प्यार जताने लगी।

“ओह डार्लिंग आओ…जल्दी आओ तुम्हारे लंड में खुजली हो रही होगी… मैं भी तैयार हूँ। भाई तुम्हारा खड़ा लंड देख कर मुझे भी उत्तेजना हो रही है और मेरी बुर भी अब फिर से खुजलाने लगी है।”

“ऐसा नहीं हैं सोनू, अगर इस समय तुम्हारी इच्छा नहीं हैं तो कोई बात नहीं है। मैं अपने लंड को हाथ से झाड़ लूँगा।”

“नहीं भाई तुम अपनी बहन के होते हुए ऐसा कभी नहीं कर सकते, अगर कुछ करना होगा तो मैं करूँगी। भाई मैं इतनी स्वार्थी नहीं हूँ कि अपने प्यारे भाई को ऐसे तड़पता हुआ छोड़ दूँ।” वो मुझसे बहुत प्रेम जाता रही थी और उसको लग रहा था कि मेरे लौड़े का पानी उसकी चूत नहीं निकला तो शायद मुझे बुरा लगेगा।

“आओ भाई चढ़ जाओ अपनी बहन की चूत पर और जल्दी से मेरी बुर चोद दो। चलो जल्दी से चुदाई का खेल शुरू करें।”

मैंने उसके होंठों पर एक जोरदार चुम्मन जड़ दिया और उसके मांसल मलाईदार चूतड़ों को अपने हाथों से मसलते उससे कहा- सोनू, तुम फिर से घुटनों के बल हो जाओ। मैं तुम्हें पीछे से चोदना चाहता हूँ।

मेरी बात सुन कर मेरी प्यारी सिस्टर ने बिना एक पल गँवाए फिर से वहीं पोजीशन बना ली और घुटनों के बल होकर अपनी गांड को पीछे घुमा कर मुस्कुराते हुए मुझे अपनी बड़ी-बड़ी आँखों को नचाते हुए मुझे आमंत्रण दिया, उसने अपने पैरों को फैला कर अपने ख़ज़ाने को मेरे लिए पूरा खोल दिया। मैंने फिर से अपने चेहरे को उसकी जाँघों के बीच घुसा दिया और उसकी चूत को चिकना करने के लिए चाटने लगा। मैंने अपने दोनों हाथों से उसके चूतड़ों को फैला कर उसकी गांड के छेद को चौड़ा कर दिया और अपनी एक उंगली को अपने थूक से गीला करा कर उसकी गांड में धकेलने की कोशिश करने लगा।

उसकी गांड बहुत टाइट थी, मगर मैं उसकी गांड को फिंगरयाता रहा। सोनू चिल्लाने नहीं लगी और सिसयाते हुए मुझे बोलने लगी, “ओह मेरे बहनचोद ब्रदर ! अब देर मत करो, मैं अब गर्म हो गई हूँ, अब जल्दी से अपनी इस छिनाल बहन को चोद दो और प्यास बुझा लो, ओह भाई जल्दी करो और अपने लंड को मेरी चूत में पेल दो।”

मैंने अपने खड़े लंड को उसकी गीली चूत के छेद के सामने लगा दिया और एक जोरदार धक्के के साथ अपना पूरा लंड उसकी चूत में एक ही धक्के में पेल दिया।

ओह! क्या अद्भुत अहसास था ये, इसका वर्णन शब्दो में संभव नहीं हैं। उसकी रस से भरी पनियाई हुई चूत ने मेरे लंड को अपने गरम आगोश में ले लिया। उसकी मखमली चूत ने मेरे लंड को पूरी तरह से कस लिया।

उसके मुख से भी एक आह निकली- मादरचोद बिलकुल रांड समझ कर ठोक दिया अपना मूसल जैसा हथियार। मेरी फट जाएगी कुत्ते जरा धीरे नहीं पेल सकता था हरामी?

मैं हँसते हुए धक्के लगाने लगा। मेरी प्यारी सोनू बहन ने भी अपनी गांड को पीछे की तरफ धकेलते हुए मेरे लंड को अपनी चूत में लेना शुरू कर दिया।

हम दोनों भाई-बहन अब पूरी तरह से मदहोश होकर मज़े की दुनिया में उतर चुके थे। मैं आगे झुक कर उसकी कांख की तरफ से अपने हाथ को बाहर निकल कर उसकी गुदाज और मस्त चूचियों को उसके ब्लाउज के ऊपर से ही दबाने लगा।

उसकी चूचियाँ एकदम कठोर हो गयी थीं। उसकी ठोस संतरों को दबाते हुए मैं अब तेज़ी से धक्का लगाने लगा था और मेरी रांड बहनिया के मुँह से सिसकारियाँ फूटने लगी थीं।

वो सिसकते हुए बोल रही थी, “ओह भाई, ऐसे ही, ऐसे ही चोदो, हाँ हाँ और जोर से, इसी तरह से ज़ोर-ज़ोर से धक्का लगाओ भाई, इसी प्रकार से चोदो मुझे… आह… सीईईई।”

मेरे भी आनन्द की सीमा न थीं मैं भी सिसया रहा था, “हाय मेरी रंडी तुम्हारी चूत कितनी टाइट और गर्म हैं, ओह मेरी प्यारी बहन लो अपनी चूत में मेरे लंड को, ऐसे ही लो, देखो ये लो मेरा लंड अपनी चूत में ये लो फिर से लो, ले लो मेरी रानी बहन।”

मैं उसकी चूत की चुदाई अब पूरी ताक़त और तेज़ी के साथ कर रहा था। हम दोनों की उत्तेजना बढ़ती ही जा रही थीं और ऐसा लग रहा था कि किसी भी पल मेरे लौड़े से गरम लावा निकल पड़ेगा।

“ओह चोद, मेरे हरजाई कुत्ते भाई और ज़ोर से चोदो, ओह कस कर मारो और ज़ोर लगा कर धक्का मारो, ओह मेरा निकल जाएगा, सीईईईई, कुत्ते, और ज़ोर से चोद मुझे, बहन की बुर को चोदने वाले बहन के लौड़े हरामी, और ज़ोर से मारो, अपना पूरा लंड मेरी चूत में घुसा कर छोड़ो कुतिया के पिल्ले…सीई…ईईई मेरा निकल जाएगा।”
Reply


Messages In This Thread
RE: bahan sex kahani मेरी सिस्टर - by sexstories - 05-28-2019, 02:36 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,568,158 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 552,020 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,261,580 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 953,891 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,691,686 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,113,021 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,006,735 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,242,777 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,098,207 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 291,379 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)