RE: Indian Porn Kahani पापा से शादी और हनीमून
मोम जवाब देतीं उस से पहले उन के मोबाइल पर कॉल आ गई वो अपने रूम मे चली गईं .मैने थोड़ी देर उन का वेट किया लेकिन वो नही आई तो बात को अधूरा छोड़ के मैं अपने रूम मे आ गई और सो गई.
दोपहर को मेरी आँख खुली मैनीचे आई तो देखा मोम नीची बैठी थी मैं उन के पास गई और पूछा आप यहाँ अकेली बैठी हैं पापा कहाँ हैं.
मोम बोली वो अंदर सो रहे हैं.
मैने शरारत भरे लहजे मे पूछा रात तो खूब मज़े किए होंगे ?
मों का चेहरा उतर गया वो एक लंबी आह भर के बोली कहाँ क्या मज़ा सारा टाइम मुझ से लंड चुसवाते रहे जब मैने कहा मुझे चोद दें तो नींद का कह के सो गये.
मैने कहा सो सॅड आप को तो बहुत प्राब्लम हुई होगी .इस से पहले कि बात आगे बढ़ती पापा आ गये और कहने लगे कि मैने लेबर को बुलाया है वो लोग आते ही होंगे घर का समान आज ही ट्रक मे लोड करवा के हम लोग भी आज ही यहाँ से चले जाएँगे. थोड़ी देर मे लेबर आ गई मैं और मोम रूम मे चले गये दिन बहुत बिजी गुज़रा समान लोड हो चुका था हम लोग भी रेडी थे जाने क लिए. ये घर छोड़ते हुए मुझे बहुत दुख हो रहा था मैने फ़ैसला कर लिया था कि मोम को मैं अपनी लाइफ से निकाल के रहूंगी.
पापा ने ट्रेन से जाने की बजाय बाइ रोड जाने का फ़ैसला किया था और कार बुक करवाई हुई थी. मैं बोझल कदमो से कार मे आ कर बैठ गई मुझे मोम से इतनी नफ़रत हो रही थी कि मेरा बस चलता तो उन का मुँह नोच लेती. हमारा सफ़र शुरू हुआ थोड़ी देर मे रात का अंधेरा छा गया ड्राइवर ने कार की लाइट्स ऑन नही की मोम ने उस से लाइट ऑन करने का कहा तो उस ने कहा मेडम हाइवे पर लाइट ऑन करना अलाउ नही है. कार मे अंधेरा छाया हुआ था जिस का फ़ायदा पापा ने उठाया.
पापा दरम्यान मे बैठे थे और मैं डोर के साथ थी हम काफ़ी अटॅच हो के बैठे थे कि अचानक पापा ने मेरी कमर पर हाथ फेरना शुरू कर दिया.उन के हाथ ने मेरे जिस्म मे बेचैनी सी भर दी थी. काफ़ी देर तक वो कमर सहलाते रहे फिर उन का हाथ मेरे बूब्स पर आ गया वो हल्के हल्के मेरे बूब्स दबाने लगे मैं तो मज़े से पागल हो रही थी मैने पापा की शलवार का नाडा खोल के हाथ अंदर डाल दिया.अंदर उन का लंड भी हार्ड हो चुका था मेरा हाथ लगने से झटके खाने लगा. पापा ने जब मेरी ये हरकत देखी तो उन्होने अपना हाथ मेरी कमीज़ के अंदर डाल दिया और मेरी ब्रा के हुक खोल दिए और हाथ आगे की तरफ ला कर मेरा एक बूब ब्रा मे से बाहर निकाला और उसे ज़ोर से दबाया. मैने पापा के नज़दीक हो कर आहिस्ता से कहा कि पापा आराम से पेन होता है.
पापा मेरे बूब की गोलाई पर हाथ फेर रहे थे जब कि मेरा हाथ उन के लंड की सेवा कर रहा था. मेरे निपल जो कि लंबे तो बहुत ज़्यादा नही थे लेकिन मोटे थे और हार्ड हो कर अंगूर के दाने की तरह हो गये थे.पापा ने मेरे निपल को पिंच करना शुरू कर दिया था जिस के जवाब मे मैं उन के लंड को कॅप से जड़ तक टाइट हाथ से मसल रही थी. हम दोनो अपनी मस्ती मे मस्त थे टाइम गुज़रने का पता नही चला. पापा ने मेरे कान मे कहा जान अपनी लेग्स खोल लो मैं समझ गई कि उन का हाथ मेरी चूत को सहलाना चाहता है मैं लेग्स खोल के बैठ गई पापा ने अपना हाथ मेरी शलवार के अंदर डाल दिया और पैंटी हटा के मेरी चूत के लिप्स को सहलाने लगे मेरे जिस्म मे करेंट दौड़ने लगा था.मैं पापा के पी होल को छेड़ने लगी पापा का लंड मज़े मे और भी झटके खा रहा था. पापा ने अपनी फिंगर मेरी चूत मे डाली मैं पहले ही गीली हो रही थी पापा की फिंगर ने तो आग ही लगा दी थी. पापा फिंगर करने के दोरान कभी कभी अपनी फिंगर निकाल कर चाट लेते. मैं बहुत हॉट हो रही थी सो मेरा पानी निकल गया मेरी चूत से पानी बह कर मेरी शलवार को गीला कर रहा था. मैने पापा की बॉल्स को सहलाना शुरू कर दिया जिस से पापा को इतना मज़ा मिला कि वो भी ज़्यादा देर कंट्रोल नही कर सके और उन के लंड ने भी पानी छोड़ना शुरू कर दिया मैं पानी निकल जाने से कुछ रिलॅक्स फील कर रही थी.
पापा ने मेरे कान मे कहा जान मज़ा आया?
मैने कहा बहुत मज़ा आया लेकिन एक मसला हो गया है.
पापा ने पूछा वो क्या?
मैने कहा इस कार्यवाही ने तो अंदर और बेचैनी कर दी है.
पापा ने मेरे बूब को दबा कर पूछा वो बेचैनी कैसे दूर हो गी?
मैने उन के लंड को जो पानी छोड़ के मुरझा गया था दबा के कहा इस से दूर होगी.
पापा कहने लगे ये भी तुम्हें चोदने को तरस रहा है.
मैने कहा तो घर पहुँच के क्या इरादा है?
पापा बोले जो तुम कहो.
मैने कहा घर चल कर बताउन्गी कि क्या चुदवाने का मूड है.
पापा ने कहा ठीक है.
फिर हम लोग ईज़ हो के बैठ गये. सफ़र तेज़ी से कटने लगा सुबह हम सिटी मे पहुँच गये. ड्राइवर ने पापा से पूछा अब कहाँ जाना है पापा ने उस को अड्रेस समझाया और उस आदमी को कॉल कर के समान रखवाने के लिए लेबर का अरेंज करने को कहा जिस ने वो मकान रेंट पर दिलवाया था. उस ने काफ़ी कॉपरेट किया. तकरीबन हाफ अवर के बाद हम घर पहुँच गये.
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