RE: Hindi kahani कच्ची कली कचनार की
उसने अपनी उंगली से अपनी कमर से लेकर तो गान्ड के होल तक इशारा किया...मैं खूश हो गया... मैने उसे अपनी बाहो मे उठाया और किस किया..
मे: वेट हियर....
मैं टब से निकला और मोम की शेविंग किट लेकर आया. तब तक वो टब मे लेट गयी थी और उसने अपने लेग्स टब के वॉल पे रखे थे.. उसके लेग्स पूरी तरह स्प्रेड थे और. मैने उसकी ओर देखा.. उसकी साँसे तेज़ थी. उसके ब्रेस्ट्स उपर नीचे हो रहे थे हर साँस के साथ.उसके ब्राउन निपल्स जो सख़्त हो चुके थे और उसकी चूत चमक रही थी. इनफॅक्ट ड्रिप कर रही थी.. उसकी चूत मे से जूस उसके थाइस पर आ गया था और उसकी चूत मे से एक मस्की स्मेल आ रही थी और मुझे मेरे लंड को उसकी चूत मे घुसाने से रोकने मे बहोत ज़्यादा मुश्किल हो रही थी क्योकि उसका दूध सा गोरा जिस्म, उसके एक बड़े ऑरेंज जितने बड़े उसके बूब्स,उसकी आर्म्पाइट्स मे बाल जो भीगे थे,उसका भीगा जिस्म चमक रहा था और उसने अपने पैर इस तरह स्प्रेड कर रखे थे कि उसका लेबिया भी दिख रहा था और क्लिट भी.
मैं टब मे उतरा और उसके लेग्स के बीच बैठ गया. उसने अपने लेग्स नीचे लिए और मेरे दोनो तरफ रख दिए. मैने उसकी चूत को उंगली से सहलाया तो उसकी सिसकिया निकलने लगी. वो हेवी ब्रीथ कर रही थी और मेरी उंगली को देख रही थी. मैं उसकी चूत को छेड़ रहा था.
अनुराधा: हरी अप प्लज़्ज़्ज़....
मैने हॅंडशवर से उसकी चूत पे गरम पानी डाला..
अनुराधा: इसस्सस्स..स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...आअहह...उँमू.हफफफ्फ़......
गरम पानी उसकी चूत मे से उसकी गान्ड से टपकने लगा. मैने शेविंग क्रीम ली और अपने हाथ से उसके पेल्विस पे लगाने लगा. मेरी उंगलिया उसकी चूत पे साँप जैसी घूम रही थी. बॅस छूकर निकल जाती. उसने अपनी आखे बंद कर रखी थी और वो धीरे धीरे अपने हिप्स को मूव कर रही थी. मैने उसके पेल्विस से लेकर तो उसके आस होल तक क्रीम लगाया और फिर धीरे धीरे उसकी चूत के हर झान्ट को मैं शेव करने लगा. बड़े ही ध्यान से मैं शेव कर रहा था और जहाँ से रेज़र पास होता वो जगह बिल्कुल सिल्की स्मूद हो जाती.. मैने उसके लेबिया को स्प्रेड किया और उसके साइड मे शेव करने लगा.. अचानक मुझे महसूस हुआ कि अन्नू की गान्ड बहोत ज़्यादा हिल रही हैं.. मैं समझ गया कि उसे ऑर्गॅज़म होने वाला हैं. मैं जानभुजकर उसकी चूत के आस पास हल्के से रेज़र घुमाने लगा.. अब उसकी गान्ड ज़ोर से हिल रही थी और अचनाक
अनुराधा -आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह..भ....आआ.....ईई.......य्ाआआआआआआआआआ.....आहा हाः आ आ आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आह .............
1 मिनट बाद उसने अपनी आखे खोली और उसकी साँसे अब भी तेज़ चल रही थी और उसके लेग्स मेरी वेस्ट को जकड़े हुए थे..
मे: अभी और भी बाकी हैं..शेव करू याअ.../????
अनुराधा: करो....
मे: डॉगीस्टाइल मे आजा..
अनुराधा: पहले शेव तो कर लो...
मे: उसी के लिए कह रहा हू मैं. तेरी गान्ड के आस पास भी झान्ट शेव करने हैं
वो तुरंत डॉगीस्टाइल मे आ गयी. अब उसकी गान्ड बिल्कुल मेरे सामने थी. पर्फेक्ट हार्ट शेप की उसकी गान्ड और उसके बीचो बीच उसकी सुंदर चूत दबी थी. मैने उसकी गान्ड को किस किया और मसलना स्टार्ट किया. अपने हाथ से उसकी गान्ड को मैने स्प्रेड किया और फिर उसकी चूत के नीचे के झाट शेव करने लगा. उसी दौरान मैने उसकी गान्ड मे उंगली डाली तो
अनुराधा: ऊऊउककचह....भैया अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...नही..
मे: देख..तेरी चूत अब बिल्कुल स्मूद न सॉफ्ट हो गयी हैं...
उसने अपने हाथ से चेक की..
अनुराधा: वाउ.!!
मे: अब मेरी बारी..
मैने उसकी गान्ड के सहारे घुटनो के बल खड़ा हुआ और उसकी चूत मे से उसका जूस अपने हाथो से निकाला और अपने लंड पे लगाया ताकि स्मूद हो जाए..
मे: आज ये लंड तेरी गान्ड मे जाएगा..
इतना कह कर ही मैने लंड को उसकी गान्ड पे टिका दिया और धीरे धीरे धक्के मारने लगा...
अनुराधा: आअहह.अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उउफ़फ्फ़ उफ़फ्फ़ अफ..धीरीए...ईयीई...आअहह आअहररगघ्गग..
मेरे हर धक्के मे लंड उसकी गान्ड मे घुसता जाता. हर झटके से उसकी आवाज़े बढ़ती जा रही थी.,उसके बूब्स नीचे झूल रहे थे और मैं उन्हे मसल रहा था. मैने स्पीड बढ़ा दी...
अनुराधा: आहहाआह आ आहाहाहाहाहाहाआह...अओर ....ज़्ज़ूर्रर...स्सी.....एयेए..हह..उउफफफ्फ़...डाअल...अया..रांडी हू मैं तेरी...अया..डाल्लो...आआहा आहा
मैने उसकी गान्ड चोदता रहा और आख़िर.....................
मे: आआआआआआहह........अया...तेरी गान्ड बहोत टाइट हाईईईईन्न्न....तेरी गान्ड मे हो छोड़ रहा हू....
मैने उसकी गान्ड मे अपना कम छोड़ दिया और उसे भी ऑर्गॅज़म हुआ..उससे नही सहा गया तो वो चीख पड़ी और टब मे गिर गयी. मैं उसकी गान्ड के उपर गिर गया...अब भी लंड उसकी गान्ड मे ही था.. हम दोनो बहोत ज़्यादा थक गये थे..अनुराधा की आखो मे आँसू आ गये थे मगर होंठो पर स्माइल भी थी..वो मेरे नीचे थी और मैं उसके उपर लेटा था. उसमे ताक़त नही थी कि वो उठ पाए तो मैने उसे कमर से पकड़ कर उठाया और वॉल से सटा कर खड़ा हो गया और शवर स्टार्ट कर दिया.. हम अब भी हाफ़ रहे थे.. किसी तरह हमने शवर लिया और बेड पर गिर गये...
10-15 मिनट बाद जब जान मे जान आई तो वो बोली.
अनुराधा: भैया,एक बात कहूँ?
मे: हाँ बोल...
अनुराधा: तुम मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनाओगे..
मैने हँस कर उसे बाहो मे भर लिया और हम सो गये. फिर वो घर चली गयी और सुबह 8 बजे आ गयी. मेरे पेरेंट्स तब भी नही आए थे सो वी हॅड फ्यूरियस सेक्स ट्वाइस. उस दिन मैं अपने सिटी जाने के लिए निकल गया. मेरे साथ वो यादे थी जो मैने अपनी बेहन अन्नू के साथ बिताई थी. पहले मैं सिर्फ़ उसके जिस्म से प्यार करता था मगर अब मैं सच मूच उससे प्यार करने लगा हूँ!!
दोस्तो आपको मेरी कहानी कैसी लगी
समाप्त
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