RE: Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
घर आकर रश्मि आज के प्रकरण पर सोचने लगी.....वो ये सोच रही थी कि इनस्प. शर्मा के अंदर क्या चल रहा है...वो ऐसा क्यो कर रहे थे.....जबकि मे खुद उसे अपने आपको सौपने वाली थी.....पर ये सोचा कि मर्द होते ही ऐसे है...वो जल्दी ही शिकार को हासिल करना चाहते है...उसने उसकी मर्दाना भावनाओ को समझते हुए उसे माफ़ कर दिया और फिर आँखे मूंद कर सो गयी........
करीब 3 घंटे सोने के बाद रश्मि अचानक जाग गयी……वो उठी और फिर पानी पीने के लिए किचन मे चली गयी….उसने फ्रिड्ज से पानी का बॉटल निकाला और फिर पीने लगी…तभी कुच्छ फुसफुसाहट की आवाज़ आई…वो चौंक गयी….इतनी रात को क्या राज और उसकी दीदी जागे हुए है…वो धीरे धीरे कमरे की खिड़कियो के पास आई….परदा हटाया…और अंदर जो देखा तो वो चौंक गयी. वो सोचने लगी….राज के साथ और कौन हो सकता है….? क्योकि दीदी तो सो रही है…उसके सोने के खर्राटे आ रहे है… रश्मि की धड़कने एक अग्यात डर से धड़कने लगी…उसे समझ मे नही आ रहाथा कि क्या करे और क्या ना करे….कमरे के अंदर एक मद्धिम रोशनी वाला बल्ब जल रहा था..और दो जोड़ी बेड पर चुदाई कर रहे थे….रशमी और गौर से झाँकने लगी…तभी उसे एहसास हुआ….अरे ये तो मीना है…..बगल वाले पड़ोसी की बेटी जो कि शादी के 5 साल तक मयके मे ही रह गयी थी…उसके ससुराल वाले उसे नही ले जा रहे थे…..2-3 बार वो रश्मि के घर आई थी…..जब राज नही रहता था….पर क्या राज की नज़र उसपर भी थी……? ये सोचकर उसका दिमाग़ फटने लगा था………..अब दोनो की साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने लगी…..और आवाज़े बाहर आने लगी……और फिर एक झटका और लगा…और राज झाड़ गया…दोनो एक दूसरे पर ढेर हो गये…..राज मीना को चूम चाट रहा था…..रश्मि ने देखा कि अब खेल ख़तम हो गया है..तो वो अपने कमरे मे जाने लगी…तभी वो किसी चीज़ से टकरा गयी……और वो चीज़ नीचे गिर गयी…जिससे कि एक आवाज़ हुई….दोनो चौंक गये…..मीना अपने आपको बचाने के लिए बाथरूम मे भाग गयी और राज ने एक टवल लप्पेट कर दरवाजा खोला….रश्मि उसे गौर से देख रही थी……
रश्मि: तो ये है आपका असली रूप??? कौन है ये?
राज: कौन??? किसक बारे मे कह रही हो?
रश्मि: वाली….पड़ोसी की बेटी…मीना
राज; अरे वो…..उसे नींद नही आ रही थी…तो मेरे पास आ गयी…उप्पर छत पर सो रही थी.
रश्मि: शर्म करनी चाहिए…अब और कितनो को चोदोगे. आपकी प्यास बुझती नही….
राज: देखो…मेने पहले भी तुमसे कह दिया है….मे एक भँवरा हू…और मे किसी से जोई ज़बरदस्ती नही करता ….उसका मन कर रहा था…तो मेने भी उसकी प्यास बुझा दी…बस…..इसमे कोई बुराई तो नही.
रश्मि: पर आपको भैया कहती है…और आप बहन को ही????
राज: मेडम…..चुदाई मे कोई भाई और बहन नही होता…..मे सिर्फ़ स्त्री और पुरुष को मानता हू…और तुम खुद को देखो…तुम मेरे छ्होटे भाई की बीवी हो पर मेरे से कितनी बार चुदी हो.
रश्मि: आप की बात और है….पर आपके अलावा मे किसी और के साथ नही सोई ना?
राज: तो रोका किसने है…मेने तो कहा था कि उस इनस्पेक्टर के साथ सेक्स कर सकती हो….और वो तैयार भी है…….पर तुम हो कि….
रश्मि: च्चिईीईईई मे तुम जैसी नही हू……
राज: अरे डार्लिंग…अब मान भी जाओ……और वो उसके करीब आ गया और वही पर अपना टवल नीचे कर दिया और रश्मि को अपनी बाँहो मे ले लिया और उसके एक चुचि को ब्लाउस के उप्पर से ही दबाने लगा…रश्मि तो गरम थी ही….जल्दी ही उसके गिरफ़्त मे आ गयी……जब रश्मि अंडर कंट्रोल हो गयी तो उसने मीना को आवाज़ लगाई….मीना डरते हुए रश्मि के करीब आ गयी…दोनो एक दूसरे से चिपके हुए थे.
राज: तुम्हे डरने की ज़रूरत नही है…. मेरी बहूरानी है…और मेरी बीबी भी……हम कई दिनसे सेक्स कर रहे है…..और मज़े भी लिए है….सो डॉन’ट वरी……और उसका एक हाथ पकड़ कर उसे अपनी ओर खींच लिया.
मीना: मुझे जाने दीजिए….मे छत पर सो जाती हू…वरना सुबह अगर मे छत से गायब रही तो लोग शक़ करेंगे………..
राज; ठीक है डार्लिंग…पर अब कब अयोगी…..
रश्मि: जब आप कहोगे…वैसे भी जो लड़की एक बार आपसे चुद जाती है…वो तो दुबारा आती ही है..
मीना बुरी तरह शर्मा गयी…और वो वन्हा से भाग गयी…………….रश्मि बोली…आती रहना…
ओरमीना मुस्कुराते हुए वन्हा से चली गयी…………………………….
अब राज ने रश्मि को सारे कपड़े निकाल दिए..और उसे अपनी गोद मे उठा कर मिरर के पास ले गया…..
राज: ये देखो…कितनी सुन्दर हो….ये गाड़ की गोलिया…और ये चूत….वाह….
मुझे समझ मे नही आता कि इनस्प. शहाब नेतुम्हे क्यो छोड़ दिया…मे समझता था कि तुम आज चुद कर आओगी….पर….
रश्मि: सब आपकी तरह चोदु नही है ना…………………………..और हस्ते हुए अपने होंठ राज के होंठो पे लगा लिए और चुदाई मे दोनो लग गये………………………………………………….
रश्मि आज बहुत साथ दे रही थी...कई दिन से उसकी चूत मे कोई लंड नही गया था.....राज भी जम कर उसकी चुदाई करने लगा.....और सेक्स की आग को शांत किया.
रश्मि राज से करीब 30 मीं तक चुद्ति रही.....और फिर दोनो झाड़ कर अलग हो गये.
रश्मि: अब तो शादी कर लो...ऐसे कब तक चलेगा.
राज: कर तो लू पर ये केस ....??? उसका क्या?
रश्मि: ह्म्म्म
राज: डार्लिंग....शादी करू या ना करू..तुम्हारा तो डोस मिल रहा है ना....लंड खाती जा....
रश्मि.....पर ऐसे कब तक चलेगा...कही मे प्रेग्नेंट हो गयी तो?
राज: जब की तब देखी जाएगी...मे हू ना....
रश्मि: पर मे मा बनना चाहती हू...मुझे बच्चा चाहिए....और वो भी तुमसे.
राज: बच्चा मिल जाएगा......बोलो क्या चाहिए...लड़का या लड़की...?
रश्मि: शर्मा गयी.....बोली कुच्छ नही ...फिर सिर उठा कर बोली...मुझे आपका प्यार चाहिए.
राज: डार्लिंग वो तो तुम्हे मिलेगा ही...तुम फ़िक्र मत करो...तुम्हे लड़का ही होगा...और जम कर लंड का प्यार मिलेगा.
रश्मि: धत्त्त...
राज: अब काहे को शरमाती हो.....अच्छा ये बताओ इनस्पेक्टर शर्मा ने क्या क्या किया...?
रश्मि: कुच्छ नही..एक साड़ी दी थी वो पह्न ली उसके बाद केक काटा...वो चाहता था मेरे से सेक्स करने के लिए..पर मेने घास नही डाली.
राज: तुम बहुत उस्ताद हो...
रश्मि: पर हां..उसके पूरे घर मे न्यूड (सेक्सी) फोटो लगी हुई है...यान्हा तक कि लेट्रीन मे भी है.
राज: वो है ही रंगीला.....जैसे मुझे मालूम है.
रश्मि;पर आपसे ज़्यादा नही.
राज: वो कैसे
रश्मि: जिस प्रकार आपने मुझे आज चोदा...कोई दानव ही चोद सकता है....अच्छा...आपने मीना को कैसे पटा लिया.
राज: अरे यार वो छत पर अकेली सो रही थे...उसके बूब्स खुले थे...हमने हिम्मत कर के उसे पकड़ लिया....थोड़ी देर तो वो घबरा गयी....फिर उसने अपने हथियार डाल दिए.....और मे उसे यान्हा ले आया और उसके बाद के सीन तुम जानती हो.
रश्मि:ह्म.... कैसी लगी उसकी बुर
राज: बहुत अच्छा...काफ़ी टाइट थी...चोद्ने मे मुझे पसीना छूट गया...
रश्मि: मुझसे भी अच्छी.....
राज: ह्म्म्म्म....वैसे तुम्हारा तो कोई जोड़ नही है...पर वो काफ़ी दिन से नही चुदी थी तो उसकी चूत काफ़ी टाइट थी....
और फिर वो काली कलूटी थी...और तुम ट्यूब-लाइट हो.....उसे छेड़ते हुए.
रश्मि: मस्का मारना और औरत को पटा कर चोद्ना .....कोई तुमसे सीखे.....और दोनो एक बार फिर भिड़ गये.
दोस्तो ये कहानी कैसी चल रही है अपनी राय ज़रूर दे
क्रमशः.......................................
|