RE: Hindi Porn Kahani गीता चाची
मोमबत्ती पर चिपचिपा पानी लगा था. मुझसे न रहा गया और उनके हाथ से लेकर मैंने उसे चाट लिया. प्यार से चाची हंसने लगीं. मोमबत्ती वापस दराज में रखकर बोलीं. "चूत रस के बड़े शौकीन हो लल्ला. मैं तो यही मानती हूं कि सचमुच के मतवाले मर्द की यह पहचान है. आ जाओ मेरे पास, तुझे और रस पिलाऊं."
अपनी जांघों में मेरा मुंह लेकर वे लेट गयीं और प्यार से अपनी चूत चुसवायी. मैंने मन लगाकर प्यार से बहुत देर उनकी बुर के पानी का स्वाद लिया. इस बार मैंने उनके क्लिट पर खूब ध्यान दिया और उसे बार बार जीभ से रगड़ा. कई बार मुंह में लेकर अंगूर के दाने जैसा दांतों से हल्के काटा और चूसा. उनकी उत्तेजना का यह हाल था कि बार बार हल्के स्वर में चीख देती थीं. आखिर दो चार बार झड़कर वे भी तृप्त हो गयीं.
मेरा लंड उनकी बुर चूस कर फ़िर खड़ा हो गया था. उसकी ओर देखकर बोलीं. "अगर न झड़ने का वादा करते हो। लल्ला तो चोद लो दस मिनिट." मैं तैयार हो गया और उनपर चढ़ कर उन्हें चोदने लगा.
दस मिनिट बाद जब उन्होंने देखा कि मैं बराबर अपने स्खलन पर काबू किये हुए हूं तो वे बोलीं. "शाब्बास बेटे, चल तुझे दूसरा आसान दिखाती हूं. इसमें तुझे कुछ नहीं करना पड़ेगा." मुझे उन्होंने नीचे लिटाया और फ़िर मेरे ऊपर चढ़ कर बैठ गयीं. मेरा लंड अपनी बुर में घुसेड़ लिया और मेरी कमर के दोनों ओर घुटने टेक कर मेरे पेट पर बैठकर उचकते हुए मुझे चोदने लगीं.
उनके उछलते हुए स्तनों और उनके बीच डोलते मंगलसूत्र ने ऐसा जादू किया कि मेरा बुरी तरह तन्ना कर खड़ा हो गया. उनकी मखमली चूत ने भी मुझे कस कर पकड़ रखा था इसलिये चाची को भी मजा आ रहा था. मस्ती में वे खुद ही अपने मम्मे दबाने लगीं. मैंने इस नजारे का खूब मजा लिया और बाद में उन्हें आराम देने के लिये खुद ही उनके स्तन पकड़कर दबाने लगा.
चाची ने दो तीन बार झड़ने तक मुझे खूब चोदा. आखिर में जब मैं छटपटाने लगा तो वे समझ गयीं. तुरंत उतर कर मेरे ऊपर सिक्सटी नाइन के पोज़ में लेट गयीं. यहां मैं उनकी रिसती गीली बुर को चूसने लगा और वहां उन्होंने पहले मेरे पूरे लंड को चाट चाट कर उसपर लगा अपनी बुर का पानी साफ़ किया और फ़िर लंड मुंह में लेकर चूस डाला. वीर्य निकालकर उसे पी कर ही वे रुकीं.
मैंने उन्हें बांहों में लेकर कहा. "चाची, मुझे तो आपका रस अमृत जैसा लगता है. आप को खुद की चूत का पानी चाटना अटपटा नहीं लगता." वे बोलीं. "नहीं रे, बहुत अच्छा लगता है, मैं तो अक्सर उंगलियों से मुठ्ठ मारती हूं और बीच बीच में उन्हें चाट भी लेती हूं. सच में कभी कभी ऐसा लगता है कि मेरे जैसे ही कोई गरम जवान औरत मिल जाये तो एक दूसरे की चूत चूसने में बड़ा मजा आयेगा."
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