RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
भले ही इस वक़्त जय भैया मेरी बेहन से मज़े ले रहे थे, पर फील मुझे हो रहा था.. और इस फीलिंग को रियल मे लेने के लिए मैने भी अपना हाथ लहरा कर काजल की छाती से लगा दिया..
वो तो जैसे इसी बात का इंतजार कर रही थी, उसने खुद ही अपनी टी शर्ट को उपर किया और मेरे हाथ को अंदर लेकर फिर से टी शर्ट नीचे गिरा दी.. और मेरे आश्चर्य की सीमा तो तब नही रही जब मैने पाया कि उसकी छोटी-2 बूबिया पहले से ही ब्रा मे से निकल कर तनी हुई खड़ी है…
यानी उसकी भी नज़र वही थी जहाँ मेरी थी और शायद इसलिए उसने खुद ही अपनी छातियो को ब्रा कप मे से निकाल कर मेरे लिए सज़ा कर रख दिया था ताकि मुझे मेहनत ना करनी पड़े..
उधर जय भैया ने खुद ही मेहनत करते हुए पायल दी की ब्रा को नीचे किया और उनके बूब्स को निकाल कर अपने हाथ उनकी नंगी छाती पर लगा दिए..
शायद ये उनकी लाइफ का सबसे उत्तेजना से भरा पल था, जैसा मुझे पहली बार फील हुआ था ठीक वैसा ही इस वक़्त उन्हे फील हो रहा था..
वो मेरी बेहन की चुचिया मसल रहे थे और मैं उनकी बेहन की.
अचानक पायल दी के हाथ फिसलकर जय भैया के लंड की तरफ आ गये… इस बात की कल्पना शायद उन्होने नही की थी, पर पायल की डेरिंग देख कर उन्होने मन ही मन उसकी दाद भी दी..
पॉपकॉर्न के डिब्बे के नीचे जय का लंड पूरा खड़ा था, पायल दी ने जीप खोलकर अपना हाथ अंदर डाल दिया और बड़ी मुश्किल से उनके हिनहिनाते हुए घोड़े को अपने हाथो मे पकड़ कर काबू किया..
वो भी लगभग मेरे ही साइज़ का था.. पर उत्तेजना अधिक होने की वजह से ज़्यादा कड़क और बड़ा लग रहा था इस वक़्त..
जय ने एक के बाद दूसरी ब्रेस्ट को भी बाहर निकाला और उन्हे मसलता रहा… पायल के हाथ उनके लंड को उपर नीचे करने लगे.. पहले धीरे-2 और फिर तेज़ी से… वो तो पहले से ही उत्तेजित थे इसलिए अपने ऑर्गॅज़म के करीब पहुँचने मे उन्हे ज़्यादा समय नही लगा..
वो गहरी साँसे लेते हुए फुसफुसाने लगे
”अहह पायल.. यू आर अमेज़िंग…. यू आर सूऊ हॉट…. पायल…. उर बूब्स…. उफफफफफ्फ़…. इट्स टू हार्ड….. आइ वॉंट टू सक देम पायल…. आइ वॉंट टू बाइट देम,…. उम्म्म्मम ”
और पायल के बूब्स और उसकी जवानी की तारीफ करते-2 वो झड़ने के करीब पहुँच गये..
जब उनके लंड से सफेद वीर्य की बारिश शुरू हुई तो पायल दी ने पॉपकॉर्न के टब को टेडा करके उनके लंड के उपर की तरफ कर दिया..
फिर जो भी मलाई उनके लंड से निकली वो सारी पॉपकॉर्न के उपर आ गिरी… और इस तरह से उन्होने सिंपल सॉल्टेड पॉपकॉर्न को फ्लेवर वाले पॉपकॉर्न मे बदल दिया…
और बाद मे पायल दी ने बड़े मज़े ले-लेकर वो पॉपकॉर्न खाए… अपनी-2 हालत ठीक करके दोनो फिर से मूवी देखने लगे… वैसे भी मूवी देखी किसने थी… पर फिर भी लास्ट तक बैठने का नाटक तो करना ही था…
मेरे हाथ आख़िरी तक काजल की छातियो को मसल्ते रहे… और मूवी ख़त्म होने से पहले मैने उसकी तरफ झुकते हुए धीरे से कहा : ”आज की रात मुझे तुम्हारी पुसी को सक करना है….”
ये सुनकर वो शरमा सी गयी…. शायद चूत मे हो रही हलचल को महसूस करके..
और कुछ ऐसा ही शायद जय भैया भी पायल दी के कान मे फुसफुसा रहे थे, कुछ भी हो, आज की रात कुछ जबरदस्त होने वाला था…
मूवी ख़त्म होने के बाद हम सभी एक अच्छे से रेस्टोरेंट मे गये और वहाँ डिन्नर किया… मैने वहाँ पर केक भी काटा, खाना खाने के बाद सभी घर आ गये..
मोम-डॅड के साथ कुछ देर बैठने के बाद हम सभी अपने-2 रूम मे आ गये…
अंदर आते ही जय भैया ने जल्दी से सोने का नाटक किया , ये बोलकर कि वो काफ़ी थक गये है, ये उनका तरीका था मुझे भी जल्दी सुलाने का ताकि बाद मे वो पायल दी के साथ मस्ती कर सके.. पर मैं भी उनकी प्लानिंग को अच्छे से जानता था, इसलिए मैं सोया नही… बस आँखे बंद करके लेट गया..
करीब आधे घंटे बाद उन्होने मुझे हिलाया, पर मैं सोने का नाटक करता रहा..
फिर वो बाहर निकल गये और थोड़ी देर मे वापिस आ गये.. उनके पीछे-2 पायल दी भी रूम मे आ गयी, अब असली खेल शुरू होने वाला था.
पायल दी ने नाइट सूट पहना हुआ था, एक टी-शर्ट और निक्कर…
उनके चेहरे को देख कर सॉफ पता चल रहा था कि उनके शैतानी दिमाग़ मे कुछ प्लानिंग चल रही है.
पायल दी मेरे बिल्कुल करीब आई और मेरे चेहरे को देखने लगी
जय : “क्या हुआ… क्या देख रही हो….”
पायल : ”बस… चेक कर रही थी… कि ये शैतान सोया है या नही…”
उनके इतना कहने की देर थी कि मैने झट से आँखे खोल दी और उनके मुस्कुराते हुए चेहरे को देख कर आँख मार दी…
ये सब जय नही देख पाया, वो तो अपने खड़े हुए लंड को मसल्ने मे बिज़ी था…
पायल दी तो पहले से जानती थी कि मुझे नींद आने मे टाइम लगता है और आज की रात तो सोने का कोई मतलब ही नही था… इसलिए वो ऐसा कर रही थी..
|