RE: bahan sex kahani बहन की कुँवारी चूत का उद्...
आज मुझे इन चूतो का हलवा अच्छी तरह से खाना था. मैने उनकी चूत मे अपनी उंगलियाँ धुसा दी और दोनो हाथों से उनकी ऊट को ड्रिल करने लगा… दोनो की हालत खराब थी, वो चाहकर भी चीख नही पा रही थी, पायल दी को तो जय भैया का भी ध्यान रखना था जो उनके बिल्कुल करीब बैठे थे..
काजल तो फिर भी मुझसे लिपट कर अपनी कसक को मेरे शरीर से रगड़ कर बयान कर पा रही थी… और जल्द ही उन दोनो के शरीर एक अजीब सी तरंग के साथ लहराते हुए झड़ने लगे…
और झड़ते वक़्त उन दोनो के हाथों ने मेरे हाथ को इतनी ज़ोर से पकड़ा कि उनके नाख़ून मुझसे बुरी तरह से चुभ गये… हल्का खून भी निकला.. पर इतना तो बनता ही था… ऐसी वाइल्ड तरीके वाली मास्टरबेशन करवाकर दोनो मुझसे सॅट कर बैठी रही… और मैं उनकी चूत से निकली उंगलियों को बारी-2 कुलफी की तरह चूस्ता हुआ मज़ा लेने लगा…
कुछ देर मे इंटर्वल हो गया और दोनो बाथरूम की तरफ चल दी, अपना-2 हुलिया ठीक करने.
और जब वो वापिस आई तो दोनो के चेहरे देख कर ही मैं समझ गया कि कुछ प्लानिंग होकर आई है वहाँ से…
और मूवी जब दोबारा स्टार्ट हुई तो उनके हाथ एकसाथ मेरे लंड पर आ टिके… और पायल दी और काजल ने एकसाथ मेरे कान मे कहा
”अब तुम्हारी बारी”
मेरे तो सारे दाँत निकल आए ये सुनकर, आज पूरे सिनिमा हॉल मे मेरे जैसा खुशनसीब और कोई नही था, जिसकी बगल मे बैठी दोनो बहने उसे खुश करने पर आमादा थी.
मैं आराम से सिर को पीछे लगा कर बैठ गया और इंतजार करने लगा उनके अगले मूव का.
जब मूवी स्टार्ट हुई तो अंधेरा हो गया, और जैसा कि मैने सोचा था, दोनो के नर्म और मुलायम हाथ एक साथ मेरे लंड पर आ लगे, मुझे तो अभी तक लग रहा था कि पायल दी को काजल इसलिए पसंद नही है क्योंकि मैं उसकी तरफ अट्रॅक्ट हो रहा था पर अब लग रहा था कि ज़रूर दोनो मे कुछ मांडवाली हो गयी है इसलिए दोनो मिलकर मेरे साथ ये काम कर रहे हैं.
और देखा जाए तो यही सही था मेरे लिए भी, वरना पायल दी के गुस्से से बचने के लिए मुझे छुपकर काजल के साथ कूची-कूची करना पड़ता और शायद ये भी हो सकता था कि काजल को भूल जाना पड़ता, पर अब ऐसा नही था, मुझे विश्वास था कि अब दोनो मिलजुलकर जो मज़ा देंगी उसके बाद कुछ भी करने मे मुझे तकलीफ़ नही होगी.
मेरी गोद मे पॉपकॉर्न का टब पड़ा था, उसी की आड़ मे उन दोनो ने अपना हाथ मेरी तरफ किया हुआ था, पॉपकॉर्न तो उपर थे पर असली माल डब्बे के नीचे था, पायल दी ने मेरी जीन्स की जिप खोल दी और उस असली माल को बाहर निकाल लिया, दोनो मे इतना तालमेल था कि एक बार मे सिर्फ़ एक ही मेरे लंड को पकड़ रहा था, दूसरी मेरी बॉल्स को सहला रही थी, और जब काजल ने लंड पकड़ा तो पायल मेरी बॉल्स को मसल रही थी.
मैने तो सपने मे भी नही सोचा था कि मेरे लंड के इतने अच्छे दिन भी आएँगे कि उसे एक साथ 2 लड़कियाँ पकड़ेंगी, ये एक ऐसी अचीवेमेंट थी जो शायद लाखों मे से एक की लाइफ मे ही मिल पाती है.
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