RE: Kamukta Story परिवार की लाड़ली
घर के बाकी लोग अभी भी प्रश्न भरी निगाहों से मयूरी को एकटक देख रहे थे. मयूरी आगे बोलने लगी- रमेश, मुझे तुम्हें बताने का कभी मौका नहीं मिला, पर आज ये बताने में मुझे कोई हिचक नहीं हो रही कि मैं तुम्हारे लिए वर्जिन नहीं आई थी. मैं पहले से ही चुदी हुई थी, पर यकीन मानो मेरा कभी कोई आशिक़ या बॉयफ्रेंड नहीं था. मुझे वो सारा प्यार अपने घर में मिला. मेरे दोनों भाई, एक मुझसे बड़ा और एक मुझसे छोटा है, दोनों ने मुझे खूब चोदा है और प्यार दिया है. मैं अपने मायके में एकदम लाड़ली हूँ. इसलिए मैंने जब भी जो भी माँगा, मुझे मिला है. मैं सिर्फ अपने भाइयों से ही नहीं, बल्कि मैंने अपने पापा से भी चुदाई की इच्छा जाहिर की थी तो मेरे पापा और भाइयों ने मुझे खूब चोदा और प्यार दिया है.
रमेश- पर तुमने ये बात मुझे पहले क्यों नहीं बताया?
मयूरी- क्योंकि तुम ये बात समझ नहीं पाते. बताओ, क्या अगर तुम अपनी बहन के साथ ऐसे रिश्ते नहीं रखते तो क्या कभी समझ पाते कि भाई बहन आपस में क्यों चुदाई करते हैं?
रमेश- हाँ, शायद तुम सही कह रही हो. पर तुम्हारे यहाँ ये सब शुरू कैसे हुआ? मेरा मतलब है तुमने सबसे पहले किसका लंड लिया?
मयूरी- ये एक लम्बी कहानी है, मैं तुमको बाद में बताऊँगी.
काजल ने इठलाते हुए अपनी चूत पसारी और कहा- भाभी, मुझे भी बताओ ना प्लीज…
सुरेश- और भाभी मुझे भी…
मयूरी- हाँ, हाँ… तुम सब को बताऊँगी. और काजल, मैं अब तुझमें अपने आपको देखती हूँ. इसलिए तुम्हें तो जरूर बताऊँगी.
काजल- आई लव यू भाभी..
मयूरी- आई लव यू तू मेरी जान…
और मयूरी ने काजल के माथे पर एक स्नेह भरा चुम्बन लिया. फिर मयूरी काजल से मुस्कुराते हुए नटखट अंदाज़ में पूछने लगी- काजल, तुम अपने भाइयों से कबसे चुदवा रही हो?
काजल ने थोड़े शिकायत भरे अंदाज में कहा- भाभी, बस आज और अभी से ही शुरू हुआ था और आज ही हम सब पकड़े भी गए. अभी तक तो मैंने अपनी चूत में किसी का लंड लिया भी नहीं है.
काजल की मासूमियत भरी अदा से सब जोर से हंसने लगे.
मयूरी- कोई बात नहीं काजल.. तुम खुशनसीब हो जो पहली बार में ही दोनों भाइयों का लंड चूसने को मिला. अब हम सब बात ही करेंगे कि कार्यक्रम भी आगे बढ़ाया जाए?
सुरेश- भाभी, प्लीज… मैंने आज तक सेक्स करना तो दूर, किसी को किस भी नहीं किया. मैं कसम से कहता हूँ, मैंने अभी भी काजल की चूचियों को नहीं दबाया. सिर्फ चूत चाटी है… प्लीज चुदाई शुरू करते हैं ना..
मयूरी ने अपना गाउन निकाल फेंका और उसके नशीले तनबदन के दर्शन सबको हो गए. रमेश ने तो ये कामुक शरीर बहुत बार देखा हुआ था, पर काजल और सुरेश के लिए एकदम नया था. दोनों उसको गौर से देखने लगे. मयूरी ने ब्रा नहीं पहनी थी, पर एक ब्लैक कलर की पैंटी पहनी हुई थी, जो जालीदार सी बड़ी ही सेक्सी लग रही थी. उसने अपनी पैंटी को नहीं उतारा.
मयूरी सुरेश के सामने फर्श पर बैठ गई और उसके लंड को अपने दोनों हाथों से पकड़ते हुए बोली- सुरेश, तुम चिंता मत करो मेरी जान.. आज तुम्हें सब कुछ मिलेगा और इतना मिलेगा कि तुम्हें किसी बात का कोई पछतावा नहीं रहेगा.
ऐसा कहते हुए मयूरी अपने देवर के ऊपर चढ़ गई, ठीक वैसे ही जैसे थोड़ी देर पहले काजल उसके ऊपर चढ़ी हुई थी. पर इस बार फर्क ये था कि मयूरी की चूचियां एकदम खुली हुई थीं और उसने पैंटी को छोड़ कर कुछ भी नहीं पहना हुआ था.
इस बार सुरेश को अपने भाई से डर नहीं था और वो एक शानदार चुदाई के लिए तैयार था.
मयूरी सुरेश के चेहरे की तरफ झुकी और अपने रसीले खूबसूरत होंठ सुरेश के होंठों पर रख दिए. सुरेश मयूरी के निचले होंठों को जोर से चूसने लगा. मयूरी ने अपनी जुबान सुरेश के मुँह में डाल दी और दोनों चुम्बन के इस प्रगाढ़ दौर में मस्त हो गए.
इधर रमेश ने अपनी बहन काजल को सोफे पर लिटा दिया और उसके बगल में बैठ कर उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए. काजल रमेश के होंठों को जोर से एक अनुभवी औरत की तरह चूसने लगी. रमेश साथ ही साथ अपने एक हाथ से काजल की एक चूचि को जोर-जोर से दबाने लगा और दूसरे हाथ को उसकी जाँघों पर फेरते हुए उसकी चूत का मुआयना करने लगा.
थोड़ी देर काजल की जाँघों को सहलाने के बाद रमेश के हाथ ने काजल की चूत का रुख किया. वो अपनी बहन की चूत को हल्के हल्के से सहलाने लगा. फिर उसने अपनी बहन की चूत के छेद में अपनी एक उंगली डाल दी. रमेश को महसूस हुआ कि काजल की चूत बहुत गीली हो चुकी है. उसने अब अपनी एक और उंगली बहन की चूत में डाल दी और जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए अपनी उंगलियों से ही बहन की चूत की चुदाई करने लगा.
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