RE: Hindi Porn Story जवान रात की मदहोशियाँ
हां यार गम्भीर समस्या हो जाएगी। । आस-पास न तो कोई बाजार है और नही कोई होटल जहां ठहरा भी जा सके । राजु बोला ।
चारों दोस्तों ने इधर-उधर नजर दौड़ानी शुरू कर दी, ताकि कोई ठहरने का जगह मिल सके रात भर के लिए। करीब डेढ़ सौ गज के फ़ासले पर चार-पांच कच्ची झोपड़िया बनी हुई थी ।
''वो देखो उधर कुछ घर है '' मुकेश बोला।
''अरे यार वो तो छोटी छोटी झोपड़िया हैं, वहां हमलोग कैसे ठहर सकते हैं '' राजु बोला ।
''मजबुरी में सब चलता है यार । मैं उनलोगों से बातचीत करके देखता हूँ कि रात भर भी किसी तरह ठहरा जा सकता है या नहीं।'' संजय बोला ।
'' ठीक है, जाकर पता लगाकर जल्दी आओ '' अजय ने कहा ।
यह सुनकर संजय बढ़ गया उन झोपड़ियां की ओर । पक्की सड़क से कच्ची सड़क निकली जो उन झोपड़ियों की ओर ही जाती थी। उसी कच्ची सड्क के सहारे संजय चल पड़ा ।।
एक झोपड़ी के नजदीक पहुंचकर संजय ने आवाज लगाई, '' कोई है ''
'' क्या बात है ? '' कहते हुए एक जवान महिला अंदर से निकली । वह देखने में थोड़ी काली थी लेकिन उसका बदन गठा हुआ था।
और चेहरे पर जवानी की चमक थी ।
'' हमलोग दूर जा रहे थे। कि हमारी गाड़ी का पेट्रोल खत्म हो गया। क्या हमलोग रात भर यहां किसी तरह रूक सकते हैं। सुबह तक कोई न कोई व्यवस्था हो जाएगी '' संजय बोला ।
महिला ने संजय को गौर से देखा, कर कुछ सोचते हुए बोली । ''आपलोग कितने आदमी हैं ? ''
''चार आदमी ''। ।।।।।। -संजय ने जवाब दिया
'' ठीक है चले आइये । किसी तरह रात गुजर हो जाएगी ।'' वह महिला बोली ।
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