RE: Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान
छोटी सी जान चूतो का तूफान--17
जैसे ही मोहित झाड़ियों के तरफ गया, तो कमला ने नेहा के मम्मे को दबाते हुए कहा…”ये ले, देखा तेरा काम अब बनने वाला है…पर याद रखना….मेरे बेटे का लंड फुद्दि में लेकर मुझे भूल मत जाना…और साहिल की भी मेरे साथ ऐसी सेट्टिंग करवानी है तुझे….”
नेहा: हां पता है मुझे….पर पहले मेरा काम….
कमला: अच्छा बड़ी जल्दी है फुद्दि में लंड लेने की,
और फिर दोनो हसने लगी…..कमला ने देखा, कि मोहित कपड़ो को झाड़ियों पर डाल कर वापिस आने वाला है….”अच्छा सुन इस बार, जब वो तेरे मम्मो को देख रहा होगा, तो एक बार उसकी तरफ देखना….और हां ध्यान रहे…चेहरे पर एक कातिल मुस्कान होनी चाहिए उस समय…..ताकि वो डर ना जाए…अगर तू नही मुस्कुराइ ना तो काम बिगड़ सकता है…”
नेहा: नही कमला ये मुझसे नही होगा…
कमला: अब लंड के लिए इतना तो करना ही पड़ेगा…अगर तूने उसे अपना सीरीयस फेस दिखा दिया तो शायद वो डर जाए…और बात बनाते-2 बिगड़ जाए. अगर तू उसकी तरफ देख कर मुस्कुराया, तो उसका हॉंसला बढ़ जाएगा…. और आगे का काम आसान हो जाएगा….
कमला: देख वो आ रहा है…..जैसे मेने कहा वैसे ही कर…
नेहा: ह्म्म बहुत छल्लू है तू…..इसका मतलब अभी तक ऐसे कितने लंड फुद्दि में लिए होंगे तूने…
कमला: कहा यार, अगर ऐसा होता तो तेरी ये उंगलियाँ क्यों घुस्वाति अपनी भोसड़ी में….अच्छा अब चुप कर आ गया है वो….
मोहित वापिस आ कर फिर से वही बैठ गया…..नेहा ने भी वैसे ही कपड़े धोने जारी रखे…अब तक ट्यूबिवेल के पाइप से निकल रहे पानी जो नीचे ज़मीन पर गिर रहा था और छींटे काफ़ी दूर -2 तक जा रहे थे.. उसने उन दोनो के कपड़े गीले हो चुके थे…कपड़ो के गीले होने का उन दोनो को कोई डर नही था….क्योंकि अभी सिर्फ़ 11:30 ही हुए थे…..और इतनी तेज धूप में अगर गीले कपड़ो में भी घर जाते, तो घर जाते-2 कपड़े सुख जाते….इसीलिए उन दोनो को इसकी परवाह नही थी…..
अब नेहा की कमीज़ उसके मम्मे से गीली होकर एक दम चिपक गई थी. बल्कि यूँ कहे कि पूरे बदन से चिपक गई थी….क्रीम कलर होने के कारण उसका जिस्म उसमे सॉफ झलक रहा था…और उसके 38 साइज़ के बड़े-2 मम्मे उसे सॉफ दिखाई दे रहे थे….अमित भी उसके मम्मो को घूर रहा था….अब तो नेहा का ऊपेरी बदन उसे सॉफ नज़र आने लगा था… यहाँ तक कि, उसकी नाभि भी सॉफ नज़र आ रही थी….
नेहा भी यी बात जानती थी…इसीलिए शरम के मारे उसके गाल लाल होकर दहकने लगे थे…वो अपने आप को आगे की तरफ झुकाए हुए कपड़ो को ब्रश से रगड़ रही थी….उधर मोहित का लंड उसकी पेंट को फाड़ कर बाहर आने को हो रहा था….कमला ने भी सर झुकाए हुए उसकी तरफ देख कर मंद-2 मुस्करा रही थी….और अपने बेटे के पेंट में बने हुए उभार को देख कर मन ही मन खुस हो रही थी…..उसने धीरे-2 से फुसफुसाते हुए कहा….आए देख उसकी तरफ पर ध्यान रहे अपने होंठो पर ऐसी कातिल मुस्कान लाना, कि वो अभी के अभी झाड़ जाए….
थोड़ी देर रुकने के बाद नेहा ने अचानक ही अपने सर को उठाया, और मोहित की तरफ देखा, जो अभी भी उसके मम्मो को ही घूर रहा था…जैसे ही मोहित ने देखा कि, नेहा उसकी तरफ देख रही, वो एक दम से घबरा गया. और अपने सर को झुका लिया…उस बेचारी को तो मुस्कराने का मोका भी नही मिला….पर अब के कमान नेहा ने खुद संभाली, और थोड़ा हॉंसला दिखाती हुई उसकी तरफ ही देख कर कपड़ो बुरष से रगड़ने लगी….
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