RE: Real Sex Story मीनाक्षी की कामवासना
सीमा बहुत तड़पी लेकिन झबरू ने उसकी एक ना सुनी। झड़ जाने के बाद जब झबरू ने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल तो सीमा की चूत कई जगह से कट-फट गयी थी और बुरी तरह से सूज भी चुकी थी।
झबरू ने सीमा से कहा, “अब मैंने तुम्हारी चूत को एक दम चौड़ा कर दिया है। अब तुम मुझे चल कर दिखाओ।” सीमा ने चलने की कोशिश की लेकिन वो ठीक से चल नहीं पा रही थी। झबरू ने कहा, “अभी थोड़ी देर बाद मैं फिर से तुम्हारी चुदाई करूनँगा। उसके बाद तुम चलने फिरने लगोगी।”
सीमा बोली, “अब मैं तुमसे नहीं चुदवाऊँगी। तुमने मेरी चूत की हालत खराब कर दी है।”
लेकिन झबरू माना नहीं। एक घंटे के बाद झबरू ने फिर से सीमा को बहुत ही बुरी तरह से चोदना शुरू कर दिया। वो मना करती रही लेकिन झबरू माना नहीं। उसने इस बार भी सीमा को बहुत ही बुरी तरह से लगभग डेढ़ घंटे तक चोदा।
उसके बाद झबरू ने सीमा से कहा, “अब मुझे फिर से चल कर दिखाओ, तो सीमा डर के मारे ठीक से चलने को कोशिश करने लगी।”
झबरू ने कहा, “शाबाश! देखा तीन बार चुदवाने के बाद तुम थोड़ा ठीक से चलने लगी हो।”
वो बोली, “साले हरामी! वो तो मैं ही जानती हूँ कि मैं कैसे चल रही हूँ।”
झबरू बोला, “अभी मैं फिर से तुम्हारी चुदाई करूगा।” एक घंटे के बाद झबरू ने फिर से सीमा की बहुत ही बुरी तरह से चुदाई की। झबरू से चुदवाने के बाद मैं भी बिना सहारे के नहीं चल पा रही थी। मैंने कहा, "मैं भी तो ठीक से नहीं चल पा रही हूँ।”
वो बोला, “पहले मुझे सीमा की चाल ठीक कर लेने दो। उसके बाद मैं तुम्हारी भी बहुत बुरी तरह से चुदाई कर दूंगा उसके बाद तुम भी ठीक से चलने लगोगी।”
॥ समाप्त ॥
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