RE: Real Sex Story मीनाक्षी की कामवासना
वो बोला, “लगभग सात इंच घुस चुका है और अभी तीन इंच बाकी है। तुम घबड़ाओ मत... मैं धीरे धीरे अपना बाकी का लंड भी तुम्हारी चूत में घुसा दूंगा।” वो उसी स्टाईल में मेरी चुदाई करता रहा। सीमा बैठ कर व्हिस्की के पैग की चुस्कियाँ लेती हुई आँखें फाड़े उसके लंड को मेरी चूत के अंदर घुसता हुआ देखती रही। झबरू अभी मुझे तेजी के साथ नहीं चोद रहा था। उसके हर धक्के के साथ दर्द के मारे मेरे मुँह से आह की आवाज़ निकल रही थी। लगभग दस मिनट की चुदाई के बाद उसने अपनी गति और बढ़ा दी। मेरे मुँह से अब बहुत जोर जोर की चीखें निकलने लगीं। मैंने झबरू से कहा, थोड़ा धीरे-धीरे चोदो, दर्द हो रहा है।
वो बोला, “अब मैं अपनी गति धीरे-धीरे बढ़ाता रहूँगा क्योंकि अब तुम मेरा पूरा का पूरा लंड अपनी चूत के अंदर ले चुकी हो।”
मैंने चौंक कर कहा, “क्या?”
वो बोला, “मैं सही कह रहा हूँ। तुम सीमा से पूछ लो।”
मैंने सीमा की तरफ़ देखा तो सीमा ने कहा, “दीदी, ये ठीक कह रहा है। इसका पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर घुस चुका है। झबरू ने इतनी अच्छी तरह से अपना पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत में घुसा दिया है कि मैं भी अब इससे चुदवाने के लिए तैयार
झबरू की गति अब धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही थी। मुझे अभी भी दर्द हो रहा था। दस मिनट की चुदाई के बाद मेरा दर्द एक दम कम हो गया और मुझे मज़ा आने लगा। मैंने धीरे धीरे अपने चूत्तड़ उठा-उठा कर झबरू का साथ देना शुरू कर दिया तो उसने अपनी गति और तेज कर दी। दो मिनट के बाद मैं फिर से झड़ गयी तो झबरू ने अपनी गति और बढ़ा दी। अब वो मुझे बहुत तेजी के साथ चोद रहा था। मैं भी एक दम मस्त हो चुकी थी। उसका लंड मेरी चूत के लिए अभी भी बहुत ही ज्यादा बड़ा था। जब वो अपना लंड बाहर खींचता तो मुझे लगता कि मेरी चूत उसके लंड के साथ ही बाहर निकल जायेगी। धीरे-धीरे झबरू की गति बहुत तेज हो गयी। अब वो मुझे एक दम पागलों की तरह से चोदने लगा था।
अब तक मुझे चुदवाते हुए लगभग चालिस मिनट हो चुके थे। मेरी चूत ने झबरू के लंड को रास्ता दे दिया था और मुझे अब ज्यादा मज़ा आने लगा था। वो मुझे चोदता रहा और मैं एक दम मस्त हो कर चुदवाती रही। लगभग एक घंटे की चुदाई के बाद झबरू झड़ गया और मैं भी उसके साथ ही साथ एक बार फिर से झड़ गयी। मैं इस चुदाई के दौरान चार बार झड़ चुकी थी। झबरू ने अपना सारा वीर्य मेरी चूत में निकालने के बाद अपना लंड बाहर निकाला तो मुझे लगा कि मेरी चूत भी उसके लंड के साथ ही बाहर निकल जायेगी। उसने अपना लंड मेरे मुँह के पास कर दिया तो सीमा बोली, “दीदी, तुम रहने दो। इसका लंड मैं चाट कर साफ़ करूगी।” सीमा ने अपना पैग खतम किया और झबरू के लंड को चाट-चाट कर साफ़ करना शुरू कर दिया। उसके बाद झबरू बेड पर लेट गया और आराम करने लगा। अब वो एक दम संतुष्ट दिख रहा था।
|