RE: Real Sex Story मीनाक्षी की कामवासना
मोनू अभी भी सीमा को बुरी तरह से चोद रहा था और सीमा एक दम मस्त हो कर मोनू से चुदवा रही थी। दस मिनट और चोदने के बाद मोनू रुक-रुक कर बहुत जोर-जोर के धक्के लगाने लगा तो मैं समझ गयी कि वो अब झड़ने वाला है। सीमा भी अपने चूत्तड़ बहुत तेजी के साथ ऊपर उठा रही थी। दो मिनट बाद ही मोनू सीमा की चूत में झड़ने लगा तो सीमा भी उसके साथ ही साथ फिर से झड़ गयी।
सारा वीर्य सीमा की चूत में निकाल देने के बाद मोनू सीमा के ऊपर ही लेट गया और उसे चूमने लगा। सीमा भी उसकी पीठ को सहलाते हुए उसे चूमने लगी। मैंने सीमा से पूछा, “मज़ा आया?”
सीमा बोली, “हाँ दीदी, बहुत मज़ा आया। मैं इसी मज़े के लिए शादी के बाद से ही तड़प रही थी।”
मैंने कहा, “अब तो तुम राज से नाराज़ नहीं रहोगी?”
वो बोली, “अगर राज मुझे मोनू से चुदवाने से मना नहीं करेगा तो मैं उससे कभी भी नाराज़ नहीं रहूँगी।” वो दोनों थोड़ी देर तक एक दूसरे को चूमते हुए लेटे रहे। दस मिनट बाद मोनू सीमा के उपर से हट गया और उसकी बगल में ही लेट गया। मैंने देखा कि सीमा की चूत का मुँह एक दम चौड़ा हो चुका था। उसकी चूत एक दम गुलाबी हो गयी थी और कई जगह से एक दम कट फट गयी थी। एक घंटे तक आराम करने के बाद सीमा बाथरूम जाना चाहती थी लेकिन वो उठ नहीं पा रही थी। मोनू उसे गोद में उठा कर बाथरूम ले जाने लगा तो मैंने देखा कि मोनू का लंड फिर से खड़ा होने लगा था। मोनू सीमा को लेकर बाथरूम में चला गया।
जब १०-१५ मिनट तक मोनू वापस नहीं आया तो मैं राज के साथ बाथरूम में गयी। मैंने देखा कि मोनू बाथरूम में ही सीमा की डॉगी स्टाईल में बुरी तरह से चुदाई कर रहा था। सीमा भी एक दम मस्त हो कर उससे चुदवा रही थी। मैंने मोनू से कहा, “तुम इसे बेडरूम में ला कर इसकी चुदाई करते तो क्या मैं तुम्हें मना कर देती?” ।
मोनू ने कहा, “ऐसी बात नहीं है। सीमा जब पेशाब कर चुकी तो मुझसे रहा नहीं गया। मैंने सीमा से कहा कि मैं फिर से चोदना चाहता हूँ तो इसने कहा कि यहीं चोद दो ना और मैंने इसे चोदना शुरू कर दिया।”
मैंने कहा, "ठीक है।”
उसके बाद मैं राज के साथ बेडरूम में आ गयी। लगभग ४५ मिनट के बाद मोनू सीमा को गोद में उठा कर ले आया और उसे बेड पर लिटा दिया। सीमा की चूत एक दम सूज चुकी थी। मैंने सीमा से पूछा, “इस बार कैसा लेगा?”
वो बोली, “इस बार चुदवाने में इतना मज़ा आया कि मैं बता नहीं सकती। मोनू ने इतनी बुरी तरह से मेरी चुदाई की है कि मैं इसका धक्का बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। इस बार की चुदाई ने मेरे बदन का सारा जोड़ हिला कर रख दिया।
मैंने कहा, “अब तो खुश हो।”
वो बोली, “हाँ, अब मैं बहुत खुश हूँ।”
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