RE: Real Sex Story मीनाक्षी की कामवासना
मोनू ने अपने होंठ सीमा के होंठों पर रख दिए और उसके होंठों को चूमने लगा। थोड़ी ही देर में सीमा को भी जोश आने लगा तो वो भी मोनू के होंठों को चूमने लगी। मोनू सीमा के पीठ पर अपना हाथ फिराते हुए उसे चूमने लगा तो सीमा भी मोनू की पीठ पर अपना हाथ फिराने लगी।
सीमा की आँखें धीरे धीरे गुलाबी सी होने लगी। मोनू ने सीमा को चूमते हुए उसके निप्पलों को मसलना शुरू कर दिया।
सीमा सिसकरियाँ भरने लगी। राज बड़े ध्यान से देख रहा था। फिर मोनू ने सीमा की चूचियों को, फिर पेट को और फिर उसकी नाभी को चूमना शुरू कर दिया। सीमा धीरे धीरे जोश में आ रही थी और सिसकरियाँ भर रही थी। थोड़ी देर तक सीमा की नाभी और उसके आसपास चूमने के बाद मोनू ने सीमा की चूत को चूमना शुरू कर दिया तो सीमा जोर-जोर से आहें भरने लगी। मोनू एक हाथ से सीमा के निप्पलों को मसल रहा था और दूसरे हाथ से सीमा की जाँघ को सहला रहा था। सीमा ने जोश के मारे अपनी दोनों जाँघों को एक दम सटा लिया।
मोनू ने सीमा की दोनों जाँघों को एक दूसरे से अलग किया। सीमा की चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसकी चूत एक दम गोरी और चिकनी थी। मोनू ने अपनी जीभ सीमा की चूत के दोनों फाँकों पर फिरानी शुरू कर दी तो सीमा जैसे पागल सी होने लगी। उसने मोनू के सिर को जोर से पकड़ लिया लेकिन मोनू रुका नहीं। वो अपनी जीभ को सीमा की चूत की फाँकों पर तेजी से फिराने लगा। दो मिनट में ही सीमा झड़ गयी और उसकी चूत एक दम गीली हो गयी। मोनू ने सीमा की चूत का सारा रस चाट लिया और फिर अपनी जीभ सीमा की क्लिट पर गोल गोल घुमाने लगा। सीमा ने जोश के मारे जोर की सिसकी ली।
मैंने सीमा से पूछा, “क्या हुआ?
वो बोली, “दीदी, मेरे सारे बदन में आग सी लग गयी है। तुम मोनू से कह दो अब देर ना करे नहीं तो मैं पागल हो जाऊगी। मुझसे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है।”
मैंने मोनू से कहा तो वो बोला, “मीना, मेरा लंड बहुत मोटा और लंबा है। अगर मैंने सीमा को अभी चोद दिया तो इसे बहुत दर्द होगा। अभी सीमा को एक बार और झड़ जाने दो। तब ये जोश से एक दम पागल हो चुकी होगी और मेरा पूरा का पूरा लंड आरम से अपनी चूत के अंदर ले लेगी।”
मैंने कहा, “ठीक है, जैसा तुम ठीक समझो, करो।”
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