RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
मैं कल रात चेंज करने के लिए अपने कपड़े ले जाना भूल गयी थी, और अब इसलिए नही लाई कि कहीं डॉली दीदी की नींद ना खुल जाए," उसने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, और झुक कर किस करते हुए राज को गूडमॉर्निंग विश किया. “तुम यहाँ अकेले क्या कर रहे हो?” राज ने बतरोब पहना हुआ था, जो कि कमर तक खुला हुआ था.
"मुझे नींद ही नही आ रही थी, और मैं....... तुम्हारे बारे में सोच रहा था... जो कुछ हुआ है..."
"हां, मुझे भी विश्वास नही होता," तान्या उसके सामने घुटनों के बल बैठती और अपने हाथों से राज की जांघों का अन्द्रुनी हिस्से पर सहलाती हुई बोली. अपनी बीवी को नंगा देखकर और उसके इस तरह सहलाने से राज के लंड में हलचल होने लगी. तान्या ने उसके बातरोब की बेल्ट को खोल दिया, और उसके साइड्स को दोनो तरफ पीछे की तरफ कर दिया.
"तान्या!" राज धीमे से बोला, "धीरज और डॉली किसी भी वक़्त उठ सकते हैं.”
"हां, मुझे पता है, लेकिन तुम तो पहले से उठ चुके हो," वो मुस्कुराते हुए बोली, और वो उसके पूरी तरह खड़े हो चुके लंड को अपनी अपनी मुट्ठी में भरने लगी. “इसको थोड़ा सा चूस लूँ?” उसने पूछा, और राज की आँखों में देखते हुए अपनी जीभ से लंड को पूरी लंबाई तक चाटने लगी.
"म्म्म्ममम," राज कराह उठा, जैसे ही उसने अपनी बीवी को अपने लंड को चूसते और चाटते हुए देखा, और फिर तान्या ने उसके लंड के सुपाडे को अपने मूँह में भर लिया. इस से पहले की वो कुछ प्रतिरोध कर पाता, तान्या अपने सिर उपर नीचे करते हुए उसके लंड का मुख मैथुन कर रही थी.
उसके बाद डॉली उठ गयी, और उसने भी लास्ट डे के कपड़े पहनने की जगह वो ही डिसाइड किया जो तान्या ने किया था, और वो अपने और धीरज के रूम में चुपके से अपने कपड़े लेने के लिए अपने रूम से नंगे ही बाहर निकल आई. जैसे ही वो राज और तान्या के रूम से बाहर आई, उसको राज के कराहने की आवाज़ सुनाई दी, और उसने बाल्कनी में से नीचे लिविंग रूम में झाँक कर देखा. सोफे का मूँह दूसरी तरफ था, इसलिए राज उसको नही देख पा रहा था, और तान्या उपर देख नही रही थी. अपनी भाभी को अपने भाई के मोटे लंड को चूसते हुए देख कर डॉली के मूँह से आहह निकल गयी.
डॉली ये सब देख कर थोड़ा सकपका गयी और एक कदम पीछे हो गयी. उसने अपने बेड रूम की तरफ दो कदम ही बढ़ाए होंगे, फिर ना जाने क्या सोचकर वो फिर से रेलिंग के पास आ गयी. वो थोड़ा आगे झुक कर, इस तरह से खड़ी हो गयी कि रेलिंग के उपर से अब बस उसकी आँखें ही थी. डॉली ने आज से पहले बस धीरज और उसकी बेहन संध्या को ही सेक्स करते हुए देखा था, या फिर पॉर्न वीडियो में चुदाई देखी थी. उसको मालूम था कि इस तरह चोरी छुपे किसी की चुदाई देखना ग़लत बात है, लेकिन उसको अपने उपर कंट्रोल नही हो रहा था, और उसकी नज़र वहाँ से हट ही नही रही थी, उसकी चूत में भी खुजली मचने लगी थी. डॉली ने एक हाथ से रेलिंग पकड़ रखी ही, और उसको पता ही नही चला कि कब उसका दूसरा हाथ अपने आप उसकी चूत को सहलाने लगा.
जैसे ही धीरज अपने रूम से बाहर निकाला, उसने देखा कि उसकी बीवी रेलिंग के उपर झुक कर अपने एक हाथ से अपनी चूत को मसल रही है, और उसकी गान्ड आगे पीछे हो रही है. राज की ही तरह धीरज ने भी टवल के कपड़े का बातरोब पहन रखा था. वो थोड़ा आगे बढ़ा और रेलिंग के उपर से उसने तान्या को अपने पति राज के लंड की सवारी करते हुए देखा.
"चोरी चोरी चुपके चुपके," धीरज अपनी बीवी डॉली की गान्ड पर हाथ फिराते हुए उसके कान में फुसफुसाकर बोला. एक बार को तो डॉली चौंक गयी, लेकिन फिर भी उसने अपनी चूत को सहलाना जारी रखा. डॉली ने अपनी आइब्रो चढ़ाकर अपने पति की तरफ देखा.
"कुछ मदद करूँ?" धीरज ने बातरोब की बेल्ट को कमर पर से खोल कर, अपनी बीवी की गान्ड के पीछे पोज़िशन बनाते हुए पूछा.
"म्म्म्ममम," डॉली ने हां में अपनी गर्दन हिला दी. धीरज अपने लंड को उसकी पनिया रही चूत की सीध में ले आया, और डॉली ने अपनी चूत पर से अपने हाथ की उंगलियों को हटा लिया. शुरू में तो धीरज ने धीरे से आराम से अपना लंड अपनी बीवी की गरम गरम चुदने को बेकरार चूत में घुसाया, लेकिन फिर कुछ ही देर बाद वो उसको ताबड तोड़ चोदने लगा, जिस की वजह से डॉली के मूँह से निकल रही कराह की आवाह तेज होने लगी.
"ये क्या ?" तान्या ने लंड के उपर अपनी चूत को उछालना बंद कर दिया और डॉली दीदी की तरफ देखा. “आप क्या छुप छुप कर हम को देख रही हो?” तान्या ने पूछा, उसने बाद में देखा कि डॉली रेलिंग का सहारा लेकर अपनी गान्ड को आगे पीछे कर रही है. “क्या जीजा जी भी आपके साथ हैं?” तान्या ने मुस्कुराते हुए पूछा.
"आज तो पकड़ ही लिया तुम दोनो को," धीरज ने डॉली के कंधे के उपर से रेलिंग के उपर आते हुए तान्या को जवाब दिया.
"चलो नीचे आ जाओ दोनो!" तान्या ने कहा.
"हम दोनो अब बेशरम हो गये हैं," डॉली ने हँसते हुए कहा, ऐसा कहते हुए उसके गाल लाल हो उठे.
"एग्ज़ॅक्ट्ली!" तान्या बोली, "अगर तुम दोनो हम को देख रहे थे, तो हम भी तुम को देख रहे थे.” डॉली के पास इस बात का कोई जवाब नही था, इसलिए उसने बस अपनी गर्दन हिला दी. धीरज ने उसकी पानी छोड़ चुकी चूत में से अपना लंड बाहर निकाला, और अपनी चूत के पानी से भीग रहे लंड को पकड़े हुए डॉली के पीछे सीढ़ियाँ उतरकर नीचे आ गया.
"हे भगवान," राज ने अपनी दीदी और जीजा को इस हालत में सीढ़ियाँ उतरते हुए देख कर कहा.
तान्या फिर से उसके लंड पर अपनी चूत को उछालने लगी, और राज अपनी दीदी के नंगे शरीर को निहारने लगा.
राज जब अपनी दीदी की कड़क होकर खड़े हुए निपल्स और चूत से टपक कर डॉली की जाँघ पर लगे पानी को निहार रहा था, तभी तान्या ने उसके कान में फुसफुसाया, “मज़ा आ रहा है ना?” डॉली ने धीरज को सोफे के दूसरे कोने पर ज़बरदस्ती बिठा दिया और तान्या की तरह उसके उपर बैठकर, धीरज के लंड को अपनी चूत में घुसाकर उसकी सवारी करने लगी. दोनो कपल्स डॅन्स स्टेप्स के तरह ताल से ताल मिलाते हुए चुदाई का आनंद ले रहे थे. बिना किसी शरम के वो एक दूसरे के नंगे बदन को चुदाई करते हुए देख रहे थे, और ये सब माहौल को और ज़्यादा उत्तेजक कर रहा था.
धीरज ने भी कभी सपने में भी नही सोचा था, कि हालात यहाँ तक पहुँच जाएँगे. इसकी तो उसने कल्पना भी नही की थी कि वो चारों एक ही रूम में एक साथ नंगे होंगे. लेकिन जिस तरह डॉली उसके लंड की सवारी कर रही थी, और वो राज को तान्या की उछल रही चूंचियों के निपल्स चूसते हुए देख रहा था, उसके बाद वो मन ही मन तान्या और डॉली को एक साथ बेड पर लिटाकर उनकी चुदाई करने की कल्पना करने लगा.
जब चुदाई की आवाज़ों में चरम के पास पहुँचने के सिग्नल मिलने लगे, तब तान्या ने अपना बाँया हाथ डॉली की तरफ बढ़ा दिया. कुछ झिझक के बाद, इस से पहले की वो चरम पर पहुँच कर पागल होते, डॉली ने तान्या के हाथ को कस कर पकड़ लिया. जैसे ही राज और धीरज ने अपने लंड से वीर्य की पिचकारी अपनी अपनी बीवी की चूत में छोड़ी, तान्या और डॉली ने एक दूसरे की हथेली को और ज़्यादा कस कर पकड़ लिया, मानो वो बिना कुछ कहे अपने निस्वार्थ शेरिंग और एकजुटता का प्रदर्शन कर रही हो.
वो सभी उसी तरह कुछ मिनट्स तक उसी पोज़िशन में बने रहे, एक दूसरे का हाथ पकड़े हुए, और अपनी साँसों को काबू करने का प्रयास करते हुए, और फिर तान्या ने डॉली का एक बार हाथ ज़ोर से दबा कर उसको छोड़ दिया. राज के लंड के उपर से उठते हुए, वो निढाल होकर पास वाले सोफे पर बैठ गयी. डॉली ने भी सेम वैसा ही किया, और वो अपने पति और राज के बीच में बैठ गयी.
"मुझे तो टार्जन जैसा महसूस हो रहा है, जिसको पहली बार अपने नंगे होने का एहसास हुआ हो.” राज सब के पसीने में तर बतर हो चुके नंगे बदन को देखकर बोला. राज को अपने सिंकूड कर छोटे हो चुके लंड को बाकी सब को दिखाने में थोड़ी शरम आ रही थी.
"लेकिन उस मूवी में तो टार्जन के पास बस एक ही लड़की थी," तान्या उसको चिढ़ाते हुए बोली, और प्यार से उसके गालों को चूम लिया.
"हां, ये बात तो सही है," डॉली ने राज के दूसरे गाल पर किस करते हुए कहा. “तुम्हारे पास तो दो-दो लड़कियाँ हैं.” एक तरफ से बीवी और दूसरी तरफ से दीदी की इस प्यार की बरसात ने राज के लंड में फिर से हलचल मचा दी, और उसका चेहरा शरम से लाल हो गया.
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