RE: bahan sex kahani मेरी बिगडेल जिद्दी बहन
मैं उस मचान पर चढ़ा और उसके अंदर का जायज़ा लिया मचान अच्छी हालत मे था और उसकी फर्श पर घास फूस बिछा हुआ था 'चलो मिली की एक परेशानी तो दूर हुई इस घास फूस की वजह से उसे रगड़ या चोट तो नही लगेगी' मैने सोचा और मचान से नीचे उतर कर मिली के पास आ गया
"कोई अच्छी सी जगह मिली" उसने पूछा
"बहुत अच्छी जगह मिली है एकदम घर जैसी है चल" मिली का हाथ पकड़ कर उसे मचान की तरफ ले जाते हुए मैं बोला
"घर जैसी? मैं कुछ समझी नही" वो बोली
मैने उसे मचान के बारे मे बताया तब तक हम मचान के पास पहुच गये
"लेकिन जिन लोगो ने इसे बनाया है वो आ गये तो" मिली बोली
"अरे पगली ये रात मे निगरानी के लिए होगा और अभी सिर्फ़ 6 बजे है अगर कोई आएगा भी तो रात 9 के बाद ही आएगा तू चिंता मत कर और उपर चढ़" कहते हुए मैने मिली से बॅग ले लिया और मिली उपर चढ़ने लगी
थोड़ी देर बाद हम दोनो मचान मे थे वहाँ से जंगल का नज़ारा देख कर मिली बहुत खुश हुई वहाँ से वो रेस्ट हाउस भी नज़र आरहा था जहाँ हम ठहरे हुए थे
5 मिनट तक मिली यही सब देखती रही तो मुझसे रहा नही गया
"यही सब देखना है या फिर कुछ करना भी है" मैं खीजते हुए बोला
"अले मेला सोना भाई, नाराज़ क्यों होता है ले बुझा ले अपनी प्यास" कहते हुए मिली अपने कपड़े निकालने लगी
मैं भी झट से नंगा हो गया मिली भी अब तक पूरी नंगी हो गई थी
"इस घास फूस से तुझे परेशानी तो नही होगी" मैं बोला
"बॅग खोल मैं एक चादर भी लाई हूँ वो हमारे काम आएगी" मिली कुटिल मुस्कान के साथ बोली
मैने चादर निकाल कर बिछा दी और मिली को खीच कर उस पर लिटा कर उसके उसके शरीर के साथ खेलने लगा लगभग 10 मिनट तक अच्छे से उसके बूब्स दबाए और होठ चूस्ते हुए उसकी चूत मे उंगली की
मिली अब पूरी तरह मस्त हो गई थी उसकी चूत लगातार पानी बहा रही थी और अब मुझसे भी नही रहा जा रहा था मैं उसे गान्ड मारने की पोज़िशन मे करने लगा तो वो बोली "भाई चूत चुदवाने मे बहुत मज़ा आता है क्या?"
"ये तो लड़कियों को ही पता होगा वैसे उंगली मे तुझे मज़ा आता है क्या?" मैं बोला
"हां"
"तो लंड से तो पक्का उससे सौ गुना ज़्यादा मज़ा आएगा" मैं बोला
"राजू तू मेरी चूत चोदेगा?" मिली बोली
मिली की बात सुन कर मैं हक्का बक्का रह गया मुझे मेरे कानो पर यकीन ही नही हो रहा था..
मिली की बात सुनकर मैं हक्का बक्का रह गया था मुझे उम्मीद नही थी कि वो इतनी आसानी से मुझे अपनी चूत सौंप देगी मेरा मूह खुला का खुला रह गया और मेरे मूह से निकला "क्याअ..."
"हां राजू बताना क्या तू मेरी चूत चोदेगा?" मिली बोली
"लेकिन तूने ही तो कहा था कि तू मुझे अपनी चूत कभी नही देगी" मैं बोला
"वो बात पुरानी हो गई है तू अभी की बात कर क्या तुझे मेरी चूत पसंद है? इसे चोदना चाहेगा?" मिली बोली
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