RE: bahan sex kahani मेरी बिगडेल जिद्दी बहन
"तो क्या तेरा बाय्फ्रेंड तुझसे चूत चोदने को नही कहता क्या" सोना ने पूछा
"मैने ही उससे कह रखा है कि पीछे से कर लिया करे आगे से मैं नही दूँगी इसलिए वो ज़िद नही करता है, वैसे तू ये बता कि इतनी पथरीली जगह मे चुदवाने से तेरी पीठ नही छिली" मिली बोली
"अरे यार हम चादर ले कर गये थे ना बॅग मे जिससे ज़्यादा फरक नही पड़ा लेकिन तू भी निरि पागल है पीछे से चुदवाने मे क्या मज़ा है असली मज़ा तो तब आता है जब चूत मे लंड घुसता है" सोना बोली
"मुझे नही लेना अपनी चूत मे लंड मैं ऐसे ही ठीक हूँ अब चल शायद सभी लोग घूमने जाने की तैयारी कर रहे है" कह कर मिली उठ गई और वो दोनो वापस जाने लगी मेरी समझ नही आया कि मिली क्या चाहती है और मैं भी उन दोनो के पीछे चल दिया.......
अब हम सभी घूमने के लिए निकल पड़े
मिली ने इस वक्त एक बॅग भी साथ रखा था जो सवेरे उसके पास नही था मुझे मिली और उसकी सहेली की बात याद आई 'कहीं इस बॅग मे चादर तो नही है' मैने सोचा
मुझे अब विश्वास होने लगा था कि शायद आज मिली मुझे अपनी नन्ही सी बिना चुदि चूत देने वाली है और मेरा लंड और मेरा दिल खुशी से उछल्ने लगे लंड पूरी तरह टाइट हो कर पेंट मे टॅंट बना चुका था हम इस बार भी बाकी के सभी जोड़ो से पीछे चल रहे थे शाम के 5.30 बज चुके थे चूँकि गर्मियो का मौसम था इस लिए 7.30 से पहले अंधेरा नही होता था
चलते चलते अचानक मिली की नज़र मेरे लंड के बनाए तंबू पर पड़ी तो वो मुस्कुरा दी और बोली "लगता है तेरा पप्पू बहुत उतावला हो रहा है"
"हां यार सुबह उन दोनो की चुदाई देख कर मैं अपने आप पर कंट्रोल नही कर पा रहा हूँ और वैसे भी तूने कहा था कि शाम को तू मुझे ठंडा करेगी यही सब सोच सोच कर ये बेचारा उम्मीद लगाए उच्छल रहा है" मिली की बात सुन मैं झैन्पते हुए बोला
"तो समझा दे उसे कि आज उसे भूखा नही रहना पड़ेगा आज मैं उसका इंतज़ाम कर दूँगी, वैसे यार राजू चूत की पहली चुदाई मे भी क्या उतना ही दर्द होता है जितना पहली बार गान्ड मरवाने मे होता है?" मिली बोली
"नही यार चूत मे तो चिकनाई होती है बस सील टूटने से थोड़ा दर्द होता है लेकिन दो मिनट बाद वो भी ख़तम हो जाता है" मैं उसे लाइन पर लाता हुआ बोला
"हूंम्म..." उसके मूह से निकला और वो कुछ सोचने लगी
अब धीरे धीरे हमारे सामने चलते जोड़े एक एक कर रोड छोड़ कर जंगल की तरफ जाने लगे . लगता है सुबह की चुदाई से उनका मन नही भरा था या फिर वो सभी सिर्फ़ चुदाई करने ही इस ट्रिप पर आए थे
हमे भी चलते चलते आधा घंटा से ज़्यादा हो गया था और अब हम उन सभी से बहुत आगे आचुके थे
"हम कब तक ऐसे ही चलते रहेंगे मिली थोड़ी ही देर मे अंधेरा हो जाएगा फिर अभी मुझे तेरे 'पीछे' भी तो लगना है और वापस भी जाना है" मैं बोला
मिली मुस्कुराइ और बोली "ठीक हम इससे आगे नही जाते लेकिन मेरे 'पीछे' लगने के लिए कोई अच्छी सी जगह तो देखले"
मिली की बात सुनकर मैं खुश हो गया और उसकी गान्ड मारने के लिए कोई जगह देखने लगा लेकिन मुझे समझ नही आरहा था कि कॉन सी जगह सही रहेगी लेकिन 5 मिनट बाद ही मुझे बहुत ही अच्छी जगह मिल गई कुछ पेड़ो के बीच चार मोटी मोटी लकड़ियो के उपर एक मचान बना हुआ था शायद वो फोरेस्ट वालो ने निगरानी के लिए बनाया हुआ था जिससे जंगल का एक बहुत बड़ा हिस्सा दिखाई दे जाता था क्योंकि वो मचान लगभग 30 फुट उँचा था और पेड़ो के झुर्मुट के बीच बने होने से उस पर चढ़ने मे परेशानी भी नही होती थी
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