RE: Sex Story सातवें आसमान पर
इस तरह मालिश करते करते राज ने डॉली की गांड के छेद के आस पास भी ऊँगली घुमाना शुरू किया और अच्छी तरह तेल से गांड को गीला कर दिया। अब उसने अपनी तर्जनी ऊँगली उसकी गांड में डालने की कोशिश की। ऊँगली गांड में थोड़ी सी घुस गई तो डॉली थोड़ी सी हिल गई।
राज ने पूछा- कैसा लग रहा है?
तो डॉली ने कहा- अच्छा !
उसने कहा की अब वह ऊँगली पूरी अन्दर करने की कोशिश करेगा और डॉली को इस तरह जोर लगाना चाहिए जैसे वह शौच के वक़्त लगाती है। इससे गांड का छेद अपने आप ढीला और बड़ा हो जायेगा। डॉली ने वैसा ही किया और राज की एक ऊँगली उसकी गांड में पूरी चली गई।
राज ने कोई और हरकत नहीं की और ऊँगली को कुछ देर अन्दर ही रहने दिया। फिर उसने डॉली से पूछा- कैसा लग रहा है?
डॉली ने कहा- ठीक है।
तो राज ने धीरे से अपनी ऊँगली बाहर निकाल ली।
अब उसने अपनी ऊँगली पर जेली अच्छी तरह से लगा ली और डॉली की गांड के बाहर और करीब आधा इंच अन्दर तक अच्छी तरह से जेली मल दी। अब उसने डॉली से कहा कि जब वह ऊँगली अन्दर की तरफ डालने की कोशिश करे उसी वक़्त डॉली को शौच वाला जोर लगाना चाहिए। जब दोनों ने ऐसा किया तो ऊँगली बिना ज्यादा मुश्किल के अन्दर चली गई।
राज ने ऊँगली अन्दर ही अन्दर घुमाई और बाहर निकल ली। अब उसने अपनी दो उँगलियों पर जेली लगाई और वही क्रिया दोहराई। दो उँगलियों के अन्दर जाने में डॉली को थोड़ी तकलीफ हुई पर ज्यादा दर्द नहीं हुआ।
राज हर कदम पर डॉली से उसके दर्द के बारे में पूछता रहता था। उसने इसीलिए अपनी उँगलियों के नाखून काट कर फाइल कर लिए थे वरना डॉली को अन्दर से कट लग सकता था...
एक दो बार जब दो उँगलियों से गांड में प्रवेश की क्रिया ठीक से होने लगी तो उसने दो उँगलियों को गांड के अन्दर घुमाना शुरू किया जिस से गांड का छेद और ढीला हो सके।
इसके बाद उसने "लिंगराज" को निकाला और उसके अगले ४-५ इंच को अच्छी तरह जेली से लेप दिया। डॉली की गांड के छेद के इर्द गिर्द और अन्दर भी अच्छे से जेली लगा दी। अब राज ने डॉली की टांगें थोड़ी और चौड़ी कर दी और लिंगराज को उसकी गांड के छेद पर रख दिया। दूसरे हाथ से वह उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगा। लिंगराज का स्पर्श डॉली को ठंडा लगा और उसकी गांड यकायक टाइट हो गई।
उसने पलट कर देखा तो लिंगराज को देख कर आश्चर्यचकित रह गई। उसने ऐसा यन्त्र पहले नहीं देखा था। राज ने बताया कि इसे उसने खुद ही बनाया है और इसको इस्तेमाल करके वह डॉली के दर्द को कम करेगा। उसने यह भी बताया कि इस यन्त्र का नाम "लिंगराज" है। नाम सुन कर डॉली को हंसी आ गई।
राज ने आश्वासन के तौर पर उसकी पीठ थपथपाई और फिर से उलटे लेट जाने को कहा। उसने डॉली को याद दिलाया की किस तरह (शौच की तरह) उसे अपनी गांड ढीली करनी है जिस से लिंगराज गांड में जा सके। डॉली ने सिर हिला कर सहयोग करने का इशारा किया।
अब राज ने कहा कि तीन की गिनती पर वह लिंगराज को अन्दर करेगा। डॉली तैयार हो गई पर अनजाने में फिर उसकी गांड टाइट हो गई। राज ने उसे घबराने से मना किया और उसकी योनि, पीठ तथा चूतड़ों पर प्यार से हाथ सहलाने लगा।
उसने कहा- जल्दबाजी की कोई ज़रुरत नहीं है। अगर तुम तैयार नहीं हो तो किसी और दिन करेंगे।
डॉली ने कहा- ऐसी कोई बात नहीं है और मैं तैयार हूँ !
राज ने कहा "ओ के, अब मैं तीन गिनूंगा तुम तीन पर अपनी गांड ढीली करना"।
|