RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
तभी गीता ने बाथरूम से अजय को आवाज़ दी बेटा ज़रा इधर आओ, अजय बाथरूम मे आकर हाँ मा क्या है, गीता बेटे ये धुले हुए कपड़े छत पर सूखने के लिया डाल देना बस दो चार और धो दू दो मिनिट रूको, गीता अपनी साडी को अपने घुटनो के उपर तक करके कपड़े धो रही थी और उसकी मोटी चुचियो से उसका पल्लू हटा हुआ था और ब्लाउज के दो बटन खुले हुए थे, जिससे गीता की आधी से ज़्यादा मोटी मोटी चुचिया ब्लाउज से बाहर निकली आ रही थी, अजय अपनी मा की मस्तानी जाँघो और मोटी मोटी चुचियो को देख कर वही मा के सामने बैठ गया और अपनी आँखे फाड़ फाड़ के अपनी मा के गदराए बदन को देखने लगा, गीता जब कपड़ो को ब्रश से घिसती तो उसकी मोटी मोटी चुचिया पूरी तरह हिलने लगती थी और अजय के मूह मे पानी आने लगा, गीता अपने बेटे की नज़रो को समझ चुकी थी और वह खड़ी होकर अपनी साडी और ब्लाउज भी निकाल कर बाल्टी मे झुक कर गलाने लगी अजय अपनी मा को वाइट कलर की ब्रा और पेटिकोट मे देख कर उसका लंड झटके देने लगा, फिर गीता ने अपने पेटिकोट को अपनी मोटी जाँघो तक चढ़ा कर अजय के सामने बैठ गई, अजय की नज़र पेटिकोट के अंदर तक का जयजा लेने लगी और उसे अपनी मा की चूत की झलक मिलने लगी, मतलब वह पॅंटी नही पहने थी गीता ने साइड मे पड़ी अपनी पॅंटी उठाई और धो कर अजय के सामने ही बाल्टी मे रख दिया अजय बड़े गोर से अपनी मा के अधनंगे जिस्म का रस अपनी आँखो से पीने लगा, गीता बेटे क्या देख रहा है, अजय मा मैं देख रहा हू मेरी प्यारी मा कितना काम करती है, हा बेटे वो तो है, पर बेटा इन सब कामो से मेरी कमर और हाथ पैरो मे काफ़ी दर्द होने लगता है और अपने और एक अंगड़ाई लेते हुए गीता ने ब्रा मे क़ैद अपनी मोटी मोटी चुचियो को बिल्कुल उभार दिया और अजय की ओर देखने लगी, अजय ने अपनी मा की ब्रा मे क़ैद मादक गोलाईयो की ओर देखते हुए मा तुम मुझसे कह दिया करो मैं तुम्हारा पूरा बदन दबा दूँगा तब तुमहरे बदन का सारा दर्द ख़तम हो जाएगा, गीता बेटा मैं तो कब से अपने बदन को तुझसे दब्वाना चाहती हू लेकिन तू कहाँ अपनी मा का ख्याल करता है, अजय नही मा आज से रोज रात को पहले मैं तुम्हारा पूरा बदन अच्छे से दबाया करूँगा उसके बाद ही तुम सोना, पर बेटे मैं तो चाहती हू कि तू दोनो टाइम मेरे बदन को अच्छे से दबा दिया कर ताकि मेरे बदन मे जो दर्द उठने लगा है वो जल्दी ही ख़तम हो जाए, क्यो नही मा आज से मैं दोनो टाइम तुम्हारे पूरे बदन को अच्छी तरह दबा कर तुम्हारे बदन का सारा दर्द दूर कर दूँगा, और गीता ने कपड़े देते हुए अजय को कहा ले बेटा इनको छत पर डाल आ मैं अब नहा लेती हू, ठीक है मा, अजय जैसे ही खड़ा हुआ उसके खड़े लंड को देख कर गीता सिहर गई, और अजय जल्दी से कपड़े लेकर अपना लंड मसलते हुए छत की ओर चला गया,
क्रमशः......................
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