RE: Sex Hindi Kahani तीन घोड़िया एक घुड़सवार
इधर रश्मि भी भरपूर जवानी की स्टेज पर थी अपने कमरे मे पूरी नंगी होकर लंड याद करके मूठ मारती थी यह उसका रोज का रुटिन था लेकिन वह ये नही जानती थी कि अजय दरवाजे के छेद से रोज उसको नंगी देख कर मूठ मारता है और ना ही ये बात गीता को मालूम थी कि जब वह अपने पति से चुद्ती है तो उसका अपना बेटा उसके नंगे बदन को देख कर अपना लंड हिलाता है. अजय ने बाथरूम के दरवाजे पर भी एक सुराख कर रखा था और मोका मिलने पर अपनी मा और बहन को नहाने देखने से नही चुकता था. उसे अपनी मम्मी की और अपनी दीदी की पैंटी देखने और सुघने मे बहुत मज़ा आता था जब वह अपनी मा और बहन की पैंटी सुन्घ्ता तो उसे ऐसा लगता था कि वह अपनी मा और दीदी दोनो की चूत को एक साथ सूंघ रहा है और पैंटी सूंघते सूंघते अपनी मा और बहन की मस्त फूली हुई चूत की कल्पना करके पागल हो जाता था और फिर मूठ मार कर मस्त हो जाता था.
इधर राजेश काम से थका हरा आता था और हमेशा खा पी कर सो जाता था, कभी गीता के कहने पर ही उसका चोदने का मूड होता था लेकिन वह चुदाई भी 5-7 मिनिट की होती थी जब कि यह कोई नही जानता था कि गीता कितनी चुदासी है जैसे जैसे उसकी उमर बढ़ रही थी वैसे वैसे वह और चुदासी होती जा रही थी उसे एक मोटे तगड़े लंड से चुदवाने की बहुत तमन्ना होती थी लेकिन अपनी उमर का लिहाज कर के मन मार कर रह जाती थी. और अपने हाथ से अपनी चूत रगड़ कर सो जाती थी.
सभी लोग तैयार होकर शापिंग करने चल दिए दिनभर शापिंग करने के बाद घर लोटे तो गीता बोली मैं तो बहुत थक गई हू मेरे तो पैरो मे दर्द और सूजन महसूस हो रहा है, रश्मि से बोलते हुए देख तो बेटी पाँव मे सूजन आ गई है क्या रश्मि मा मे नहाने जा रही हू अजय से बोलकर तेल से मालिश करवा लो आराम मिलेगा. अजय मा के बगल मे बेड पर लेट कर मा के मोटे दूध से चिपकता हुया… क्या हुआ मा थक गई क्या. मा हा बेटा लगता है पूरे पैरो मे सूजन आ गया है. अजय दिखाओ ज़रा और झट से मा के पैरो की तरफ जाकर साडी घुटनो तक कर देता है और मा की गोरी पिंदलियो पर हाथ फेरते हुए झूठे ही बोला हाँ मा बहुत ज़्यादा सूजन लग रही है आपके पैरो मे गीता पड़े पड़े हाँ बेटा ज़रा पैर दबा दे. अजय ..अरे मा दबाने से सूजन नही जाएगा मे आप के पैर मे तेल लगाके मालिश कर देता हू और तेल लेने के लिए अलमारी की तरफ जाता है. और मन ही मन खुश होता है कि आज मा की मोटी जाँघो को खूब मसलेगा. अजय फटाफट तेल लेकर बिस्तेर पर चढ़ गया और मा की नंगी टांगो को अपनी जाँघ पर रख कर बोला मा मे तैल लगा रहा हू तुम पैर सीधे रखना नही तो कपड़े खराब हो जाएगे गीता ठीक है बेटा अच्छी मालिश कर्दे बहुत दर्द हो रहा है.अजय मन ही मंसोचता हुआ मा आज तेरी ऐसी मालिश करूँगा कि तेरी चूत से पानी बहने लगेगा और अपने हाथो मे तेल लेकर अपनी मा के पैर के पंजो से तेल लगाना शुरू किया, पंजो पर तेल लगाते लगाते धीरे धीरे अपनी मा की गोरी गोरी पिंडलीओ पर तेल लगाकर तेज़ी से मालिश करने लगा फिर धीरे धीरे हाथ उपर बढ़ा कर घुटनो के उपर तक मालिश करने लगा और पैरो को थोड़ा मोड़ दिया जिससे गीता की लाल कलर की पॅंटी नज़र आने लगी, अब अजय का लंड खड़ा होने लगा अजय ने थोड़ा साडी को धीरे से और उपर किया तो गीता की चिकनी और मोटी गुदज झांगे चमकने लगी ऐसी मस्त झंगो को सहलाने से अजय का लंड फंफनाने लगा और वह मा की मोटी गदराई जाँघो को दोनो हाथो से दबोचने लगा गीता ने अपनी आँखे बंद कर ली और धीरे धीरे कराहने लगी अजय मा कैसा लग रहा है, गीता बहुत अच्छा लग रहा है बेटा ऐसे ही मालिश करते रहो, अजय ने मा की मोटी जाँघो को नीचे से हाथ डाल कर कस कर दबोचा, गीता आह.. आह.. बेटा ऐसे ही आह.. बहुत आराम मिल रहा है. अजय ने दूसरे पैर को भी मोड़ दिया जिससे गीता की साडी पॅंटी की झाड़ तक सरक गई गीता ने झट से साडी को उपर चढ़ने का प्रयास किया अजय मा तुम लेटी रहो मे ठीक कर देता हू नही तो तेल लग जाएगा और मा को दिखाने के लिए थोड़ा साडी को उपर घुटनो तक कर दिया लेकिन मा की दोनो पैरो को थोड़ा फैला दिया जिससे गीता का पैर अजय के खड़े लंड पर लगा और गीता को अचानक अहसास हो गया कि अजय का लंड खड़ा है और उसने धीरे से आँखे खोल कर अजय के पाजामे की ओर देखा तो काफ़ी बड़ा तंबू बना हुया था और अजय का लंड काफ़ी बड़ा महसूस हो रहा था गीता यह देखकर सिहर गई और उसने चुपके से अजय की तरफ देखा तो वह बड़ी गोर से मा की जाँघो की मालिश करते हुए उसकी दोनो जाँघो की जड़ो को बहुत वासना भरी नज़रो से देख रहा था और मालिश के नाम पर उसकी मोटी गुदाज जाँघो को सहला रहा था गीता समझ गई कि उसका बेटा उसकी मदमस्त फूली हुई कचोरी सी बुर को पैंटी के उपर से बिल्कुल खा जाने वाली नज़रो से देख रहा है, गीता ने सोचा उसका बेटा अपनी मा की ही नंगी जवानी को बड़े प्यार से देख और सहला रहा है, इन सब से गीता की चूत भी फूलने लगी और उसे अपने बेटे को अपना मदमस्त योवन दिखाने का मन करने लगा और उसकी फूली हुई चूत मे कीड़े रेंगने लगे और वह ना चाह कर भी सोचने लगी कि मेरे बेटे का लंड कितना बड़ा नज़र आ रहा है अगर ये मुझे नंगी कर के मेरी चूत मे अपना लंड पेले तो कैसा लगेगा यह सोचते ही उसकी चूत से पानी रिसना शुरू हो गया उसकी सोई भावना जाग चुकी थी और उसे अपना बेटा एक जवान मर्द लगने लगा था वह अपनी मोटी गुदाज जाँघो पर अपने बêते के हाथ के स्पर्श से मस्ताने लगी और अपनी आँख बंद कर के अपने बेटे के मोटे लंड की कल्पना करने लगी और उसका मन अपने बेटे को अपनी जवानी दिखाने का होने लगा और उसने जनभुज कर अपनी जंघे और चौड़ी कर ली जिससे अजय का अपनी मा की पॅंटी मे कसी हुई मस्त फूली चूत का उभार देख कर लंड झटके मारने लगा और उसका मन हुआ की अभी अपना मूह मा की दोनो जाँघो के भिच घुसा कर दबोच ले लेकिन वह ऐसा नही कर सकता था उसका लंड झटके मार रहा था गीता ने धीरे से अपने बेटे की ओर देखा तो वह अपना लंड पाजामे मे मसलता हुआ आँखे फाड़ फाड़ के मा की चूत देख रहा था और जाँघो को सहला रहा था तभी बाहर से किसी की आहट सुनाई दी अजय समझ गया दीदी नाहकार इधर ही आ रही है उसने झट से मा की साडी घुटने के नीचे पिंडालीओ तक कर दी और मा की पिंडलीओ के नीचे मालिश करने लगा. रश्मि अरे मा सो गई क्या नही बेटा जाग रही हू अजय बेटा अब रहने दे तेरी मालिश से बड़ा आराम मिला है चल अब बस कर बेटा अजय अच्छा मा .
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