RE: Hindi Sex Kahaniya हाईईईईईईई में चुद गई दु�...
हार्ट सर्जरी के बाद यासिर के अब्बू की जान तो बच गई. मगर उन की देख भाल के लिए हमे उन के पास ही रहना पड़ गया.
पाकिस्तान की इस विज़िट के दौरान इधर उधर के कामों में काफ़ी मसरूफ़ रहने के बावजूद भी यासिर और मेने हर रात ही चुदाई की.
अगर चे यासिर मेरी फुद्दि को चोदते वक्त अपनी तरफ से मुझे अपने लंड का स्वाद देने की पूरी कोशिश करता रहा.
मगर यासिर की लाख कोशिश के बावजूद ना जाने क्यों मुझे अपने शौहर के लंड से वो ही मज़ा मिल सका था.
जो मज़ा और स्वाद मुझे विनोद के मोटे,लंबे और मज़बूत अनकट लंड से एक बार चुद्ने के बाद हासिल हुआ था.
यासिर मेरी फुद्दि में अपना लंड डाल कर मुझे ज़ोर दार धक्के तो मारता था.मगर यासिर का लंड अपनी चूत में होने के बावजूद भी मुझे अपनी चूत खाली खाली सी महसूस होती रही.
“उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मैने तो सोचा था, कि में विनोद से एक बार चूत मरवाने के बाद में आइन्दा कभी विनोद के बारे सोचना भी गुनाह समझूंगी, मगर मेरी चूत के दाने पर लगने वाली विनोद के अनकट लंड की चमड़ी की रगड़ ने मेरी चूत को एक अजीब सा चस्का लगा दिया है, कि यासिर से चुदने के बावजूद अब मेरी चूत की तसल्ली नही हो पाती, जिस की वजह से अब यासिर से अपनी चूत चुदवाते वक्त ना चाहते हुए भी मुझे अपनी आँखे बंद कर के विनोद के लंड का अपनी चूत में तसव्वुर करते हुए अपनी चूत की आग को ठंडा करना पड़ता है” अपने शौहर से चुदते वक्त अब मेरे जेहन में ये ख्याल हर रात आने लगा था.
जिस की वजह से मेरी फुद्दि यासिर के लंड को विनोद का लंड समझ कर खुद ब खुद ही एक दम मेरे शौहर के लौडे पर अपना पानी छोड़ने लग जाती थी.
विनोद के अनकट लंड ने एक ही दफ़ा में मेरी चूत को अपना दीवाना बना लिया था. कि अब हक़ीकत में मेरे शौहर यासिर का लंड अब मेरी प्यासी फुद्दि की प्यास बुझाने से कसीर था.
मगर मैने जान बूझ कर अपने शौहर यासिर से इस बात का ज़िक्र करना मुनासिब ना समझा.
उधर दूसरी तरफ कुछ यासिर भी शायद कुछ इसी तरह की सूरते हाल से दोचार हो रहा था.
क्योंकि दुबई में विनोद के लौडे से चुदि हुई मेरी चूत को एक बार चाटने के बाद मेरे शौहर यासिर को चूत चाटने का ऐसा नशा लगा था. कि अब वो मेरे कहे बगैर हर रात मुझे चोदने से पहले मेरी चूत को चाट चाट कर मेरी फुददी को अच्छी तरह से अपने लंड के लिए तैयार तो करता था.
मगर मेरी खुशक चूत को चाट चाट कर भी यासिर को मेरी चूत शायद हो मज़ा नही दे रही थी.
जो मज़ा विनोद के लंड से भरी हुई मेरी फुद्दि को खाने के दौरान यासिर को मिला था. और यासिर ने मेरी चूत को चाटने के दौरान ही इस बात का इज़हार भी एक रात कर ही दिया. “दुबई से आने के बाद बिना नागा हर रोज़ तुम्हारी फुद्दि खाने के बावजूद ना जाने क्यों मुझे वो स्वाद नही आ रहा, जो स्वाद मुझे पहली दफ़ा तुम्हारी चूत को चाटने के दौरान हासिल हुआ था सायरा”.
“वो इसीलिए के पहली दफ़ा जब तुम ने मेरी चूत को चाटा था,तो मेरी चूत के पानी में तुम्हारे दोस्त के गहरे गरम वीर्य का नमकीन ज़ायक़ा भी शामिल था,इसी लिए तुम्हें उस दिन मेरी चूत को चाटने में ज़्यादा मज़ा मिला था,यासिर” मैने अपनी चूत को चाटने में मसरूफ़ अपने शौहर यासिर के बालों में अपने हाथ घुमाते हुए कहा.
“हाआआं कह तो तुम सही रही हो, उस दिन वाकई ही विनोद के लंड के पानी ने तुम्हारी फुद्दि के जूस को मज़ीद ज़ायक़े दार बना दिया था, हाईईईईईईईईईई विनोद के लंड से तर तुम्हारी चूत का वो स्वाद मुझे अभी तक अपनी ज़ुबान पर महसूस होता है सायराआआआआ” यासिर ने गरम गोशी से अपनी ज़ुबान को मेरी चूत की गहराई में फेरते हुए मुझ से कहा. तो में मज़े के मारे सिसक कर रह गई.
“उफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ जिस तरह विनोद के लंड के वीर्य को तुम अपनी ज़ुबान पर महसूस करते हो,उसी तरह तुम से चुदवाते वक्त मुझे विनोद का लंड अपनी चूत की तह में घुमाता हुआ महसूस होता है यासीर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर” यासिर की बात सुन कर मेरी चूत बे इंतहा गरम हुई. और अपने शौहर की बात का जवाब देते हुए में यासिर के मुँह में ही फारिग हो गई.
हमें पाकिस्तान आई हुए अब 10 दिन ही हुए थे.और इन 10 दिनो में मेरा ज़्यादा तार वक्त हॉस्पिटल और अपनी शॉपिंग में ही गुज़र गया.
एक दिन मेरी तबीयत खराब होने की वजह से यासिर मुझे घर पर ही छोड़ कर अकेले ही हॉस्पिटल चले गये.
मेरे घर पर अकेली होने की वजह से यासिर की अम्मी ने मोका देख कर मुझ से पूछा “ यासिर से तुम्हारी शादी को अब दो साल हो चुके हैं,तो तुम अभी तक माँ क्यों नही बन सकी हो सायरा”
“शायद मेरी किस्मत में अभी माँ बनना नही लिखा अम्मी” अपनी सास की बात सुन कर मैने उन्हे जवाब दिया.
“तुम जानती हो कि यासिर मेरा एक्लोता बेटा है, और मुझे अपने बेटे के बच्चे को अपनी गोद में खिलाने की बहुत ख्वाहिश है,इसीलिए अगर तुम ने अगले एक दो महीने में मुझे कोई खुश खबरी ना दी, तो फिर मुझे अपने खानदान का वारिस हासिल करने के लिए तुम्हें तलाक़ दिलवा कर,अपने बेटे के लिए एक नई बीवी का बंदोबस्त करना पड़े गा सायरा” मेरी बात सुन कर मेरी सास ने मुझे बच्चा ना होने की सूरत में जब खुलम खुल्ला यासिर की दूसरी शादी की धमकी दे दी.
बेशक यासिर ने अपनी प्रमोशन और अपनी जिन्सी हवस को पूरा करने के लिए मेरे पाकीज़ा वजूद को एक गैर मर्द से चुदवा दिया था.
मगर इस के बावजूद में अपने शौहर की दूसरी शादी या अपनी तलाक़ का तसव्वुर करना भी गुनाह समझती थी.
इसी लिए तलाक़ याफ़्ता होने का लेबल अपने उपर लग जाने के ख़ौफ़ से ही मेरे दिल को एक दम कुछ होने लगा था.
फिर उस रात जब यासिर हॉस्पिटल से वापिस घर लोटा. तो रात को सोते वक्त मैने यासिर से हम दोनो के मेडिकल टेस्ट करवाने की बात की. मगर यासिर को उस वक्त उस की अम्मी की दी हुई धमकी के बारे में नही बताया था.
अगरचे यासिर मेरा और खास तौर पर अपना मेडिकल टेस्ट नही करवाना चाहता था.
लेकिन मेरे इसरार पर यासिर राज़ी हो ही गया. और फिर दूसरे दिन हम दोनो ने एक लेडी डॉक्टर के पास जा कर अपना अपना टेस्ट करवा लिया.
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