RE: Hindi Kamuk Kahani बरसन लगी बदरिया
वह आगे बोली - “फिर भाभी उन्होने मुझे अपना वो पकड़ा दिया…”
मैं अपनी हँसी न दबा सकी। खिलखिलाते हुए बोली - “खुल के बोल ना क्या पकड़ा दिया…”
वह बोली - “वही अपना वो मैनहुड…”
इस बार मैंने मीता की बुर उसके ड्रेस के ऊपर से ही कसकर भींची और कहा- “अरी बन्नो, रात में दो तीन बार पूरा घोंट गयी, और इस समय नाम बोलने में शरमा रही हो। खुल के बोलो और बताओ कितना बड़ा था? तुम्हें कैसा लगा? वरना यह पूरा का पूरा बेलन तुम्हारी …”
मेरी धमकी से मीता फिर बोलने लगी- “भाभी, ओके… उन्होने मुझे अपना लंड पकड़ा दिया था, कितना सख़्त था। और एकदम गरम, मेरे बित्ते के बराबर रहा होगा या उससे भी बड़ा। थोड़ी देर तो मैं ऐसे ही पकड़े रही पर फिर उनके रिक्वेस्ट करने पर मैंने उसे धीरे-धीरे दबाया। तब तक उन्होने अपनी एक उंगली मेरे वहां…”
“फिर वहां बोली … बता खुलकर कहाँ डाली थी उंगली , सारी रात चुदवाई, चूत में तीन चार बार लंड घोंटा और… अरे अब शर्म को गुडबाइ करो और जिंदगी के मजे लो…”
“भाभी उन्होने… उन्होने अपनी उंगली मेरी चूत में डाल दी और वह अंगूठे से क्लिट भी रगड़ने लगे। उनके होंठ मेरे निपल चूस रहे थे…”
“फिर…” अब मैं भी उत्तेजित हो चली थी।
फिर उन्होने टेबल के ऊपर से उठाकर मेरी क्रीम अपने लंड पर लगायी और मेरी चूत फैलाकर उसमें भी खूब सी डाल दी और मेरी टांग. उठाकर अपने कंधों पर रख ली । मैं मना कर रही थी कि नहीं, प्लीज़ नहीं, मुझे बहुत दर्द होगा पर उन्होने कहा- “मीता डार्लिंग, मुझे तुम्हारा बहुत खयाल है और जैसे ही दर्द हो बोलना, मैं निकाल लूंगा…”
उन्होने मेरी चूत पर लंड रगड़ा और थोड़ा सा प्रेस किया और मेरी तो जान सी निकल गयी। मैंने अपने होंठ भींच लिए और उन्होने कसकर दोबारा डाला। मुझे लगा जैसे गरम लोहे का राड घुस गया हो और मैं दर्द से चीख दी ।
“फिर क्या हुआ? क्या वह रुक गया?”
हाँ भाभी, यू नो ही इज़ सो केयरिंग… उन्होने मुझे किस किया और कहा- “मीता अगर तुम्हें बहुत दर्द हो रहा हो तो मैं निकाल लेता हूँ, पर मेरा बहुत दिनों से मन कर रहा था और फिर ऐसा मौका मिले कि ना मिले…” वे बोले कि आइ प्रामिस बस थोड़ा सा और दर्द होगा और उसके बाद तुमको भी खूब मजा आयेगा। जैसा बोलो…
तुम कहो तो मैं निकाल लूं… मेरे लिए इस मजे से तुम्हारी खुशी ज़्यादा इम्पोर्टेंट है पर कभी तो ये दर्द सहना ही होगा…” और वे लंड बाहर खींचने लगे।
मुझे लगा कि ये इतने दिनों से मेरी पिक्चर अपने पास रखे थे, और मेरे दर्द के लिए ये सब कुछ करने को तैयार हैं तो ऐसे में मुझे सेल्फिश नहीं होना चाहिये। और मेरा दर्द भी कुछ कम हो गया था। मैंने उनके होंठों पर कस के किस कर लिया और उन्हें लिपटाकर जोर से अपनी ओर खींचा। वे समझ गये। फिर बहुत धीरे-धीरे प्यार करते हुए…
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