RE: Chudai Story अजब प्रेम की गजब कहानी
अजब प्रेम की गजब कहानी --12
गतान्क से आगे......
और फिर डिंपल जल्दी से उठ कर अवी के रूम के पास जाकर उसके दरवाजे से धीरे से अपने कान लगा कर सुनने लगती है और जब उसे कुछ देर तक कोई आवाज़ सुनाई नही देती है तो वह दरवाजे मे कोई सुराग ढूँढने लगती है तभी अचानक उसके पीठ पर कोई हाथ आकर रख जाता है और डिंपल की साँसे वही की वही रुक जाती है और वह एक दम से घबरा जाती है और उसके मूह से चीख निकलते-निकलते रह जाती है और वह जब पलट कर देखती है तो स्वीटी खड़ी-खड़ी मुस्कुरा रही थी
डिंपल- का चेहरा शर्म से लाल हो जाता है और
स्वीटी- क्यो मेडम आधी रात को अपने भाई के रूम मे झाँकते हुए शर्म नही आती
डिंपल- उसे मारती हुई, ज़्यादा नाटक मत कर और ये बता तू तो यहाँ आने वाली थी फिर कहाँ चली गई थी
स्वीटी- मैं तो तुझे ही देख रही थी कि तू सोती है या, पर तू यहाँ क्यो आई थी
डिंपल- मैं भी देखने आई थी कि क्या तू सचमुच मेरे भाई के सामने नंगी होती है या नही
स्वीटी- चल अब बहुत हुआ तेरा ड्रामा और जा अपने भाई के साथ जाकर सो जा, मुझे कितना चलाने की कोशिश करेगी, जब कि तू अच्छी तरह जानती है स्वीटी तेरे दिल की हर बात समझ जाती है, अभी मैं तेरे भाई के पास चली जाउन्गि तो तू रात भर जलती हुई तड़पति रहेगी, इसलिए मैने तेरे भाई का विचार अपने दिल से निकाल दिया है, अब जा और अवी के पास जाकर सो जा
डिंपल- अपना सर झुकाए मुझे नही जाना
स्वीटी- अरे यार शरमाती क्यो है जा चली जा बेचारा तेरे लिए तड़प रहा होगा
डिंपल- तड़पने दे मैं नही जाउन्गि
स्वीटी- ठीक है मैं खुद ही अवी से कह देती हू कि भाई ले अपनी बहन को गोद मे उठा कर ले जा
डिंपल- खबरदार जो उससे ऐसी कोई बात की तो, चल हम तो अपने रूम मे ही सोएगे
स्वीटी- अरे तू समझती क्यो नही है, मैं अकेली सोना चाहती हू वह भी दरवाजा खोल कर, शायद मेरे भैया भाभी की चूत मार कर मेरे रूम मे रात को आ जाए और फिर मुझे भी थोड़ा सहला दे, समझा कर यार
डिंपल- उसका मूह देखती हुई, पर स्वीटी
स्वीटी- अरे यार आज मैं अपने दूध दब्वाने के लिए तरस रही हू, प्लीज़ मान जा ना, मेरा गेट खुला देख कर भैया ज़रूर आकर मेरे दूध दबाएगे और यह भी हो सकता है कि मेरी चूत भी सहला दे सच जब मेरे भैया मेरी फूली हुई चूत को अपनी मुट्ठी मे भर कर मसल्ते है ना तो बहुत मज़ा आता है, अब जा ना दरवाजा और जगा दे अवी को
डिंपल- कुछ सोच कर ठीक है तू कहती है तो मैं अवी के रूम मे सो जाती हू और फिर डिंपल अवी का गेट बजाती है और स्वीटी उसे मुस्कुरकर देखते हुए वापस अपने रूम मे चली जाती है,
अवी- जब दरवाजा खोल कर डिंपल को देखता है तो
अवी- अरे दीदी तुम, और फिर उसके पीछे देखते हुए स्वीटी कहाँ है क्या तुम उसके साथ नही सो रही हो
डिंपल- अंदर आते हुए, हाँ मुझे लगा तू अकेला बोर हो रहा होगा इसलिए यहाँ चली आई
अवी- दरवाजा लगा कर डिंपल को आते ही अपनी गोद मे उठा लेता है और डिंपल धीमी आवाज़ मे
डिंपल- अवी यह क्या कर रहा है
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