RE: Nangi Sex Kahani अय्याशी का अंजाम
रश्मि समझ गई कि रंगीला को पता लग गया है.. अब वो ज़्यादा बोलेगी तो उसका और जय का भांडा फूट जाएगा। इसलिए वो बस चुपचाप लौड़े के मज़े लेने लगी। कोई 20 मिनट तक रंगीला ने उसको अलग-अलग पोज़ में चोदा तब जाकर वो ठंडा हुआ।
रश्मि- आह.. मज़ा आ गया.. सच्ची.. तुम्हारा लौड़ा बहुत मजेदार है.. मोटा भी और लंबा भी है.. आह्ह.. अब प्लीज़ कुछ ऐसा करो वो तीन कुत्ते मुझे ना चोद पाएं..
रंगीला- नो बेबी.. ऐसा नहीं हो सकता.. चुदाई तो तुम्हें करवानी होगी.. अब प्यार से या जबरदस्ती से.. यह फैसला तुम्हारा है.. ओके बाय..
रंगीला ने कपड़े पहने और कमरे के बाहर आ गया।
साजन- अरे वाह बॉस.. क्या झटका मारा आपने.. साली की चीख बाहर तक आई थी.. सुन कर ही मज़ा आ गया।
जय- कुत्तों मैं तुम्हें जिंदा नहीं छोड़ूंगा.. और रंगीला तू तो मेरा दोस्त है.. फिर भी इनका साथ दे रहा है?
रंगीला- चुप साले.. किसका दोस्त कैसा दोस्त.. हाँ विजय, तूने इसे बताया नहीं क्या.. ये सब हमने क्यों किया है?
विजय- थोड़ा सा बताया है.. बाकी तू बता दे.. बड़ी जल्दी है इसे हा हा हा..
रंगीला- साले, आशा याद है ना तुझे.. उसका इंतक़ाम लेने के लिए मैं तड़प रहा था.. एक दिन नशे में मैंने ये सब विजय के सामने बोल दिया और ये भी किसी ऐसे मौके की तलाश में था। बस उसी दिन हमने सोचा कि मिलकर तुमसे और रश्मि से बदला लेंगे और प्लान के मुताबिक मैंने हॉस्टल में जाल बिछाया कि रश्मि को थोड़ा बिगाड़ कर उसका वीडियो बना लेंगे.. बाद में उस वीडियो के जरिए उससे बदला लेंगे.. मगर वो रंडी हाथ नहीं आई.. तो विजय ने दूसरा प्लान बनाया.. जिससे सबका बदला एक साथ पूरा हो जाए। बस ये साजन को तैयार किया.. ये गेम सब कुछ हमारे हिसाब से फिक्स किया हमने.. और तू साला चूतिया इसमें फँस गया.. हा हा हा हा हा..
विजय- ना ना.. तू कुछ मत बोल.. मैं जानता हूँ तेरे दिमाग़ में क्या चल रहा है.. मैं किस बात का बदला लेना चाहता हूँ.. यही ना.. तो साले ये तेरे उस कुत्ते बाप और रंडी बहन से पूछना तू… तेरे हरामी बाप ने मेरी माँ की लाइफ बर्बाद कर दी और इस रंडी ने मेरी माँ को बार-बार जलील किया.. उसको रंडी कहा.. तभी मैंने सोच लिया था कि इसको रंडी का मतलब में समझाऊँगा.. इसीलिए ये सब किया..
जय- इसका मतलब ये गेम भी फिक्स था.. मुझे सबने मिलकर हराया है.. और ये कोमल भी शायद नकली है..
साजन- हाँ रे.. मेरे भोले दोस्त ये कोई मेरी बहन नहीं है.. कॉलगर्ल है और तू इसके लिए अपनी सग़ी बहन को ले आया.. हा हा हा हा..
रंगीला- जाओ साजन तुम तीनों साथ जाओ एक-एक करके टाइम खराब मत करो..
साजन- ठीक है बॉस.. जैसा आपका हुकुम मगर ये विजय साथ था.. ये बात हमको क्यों नहीं बताई..
रंगीला- तुम्हें याद है.. मैंने कहा था ताश में 4 इक्के होते हैं और हम चारों वो इक्के हैं।
साजन- हाँ बॉस याद है अच्छे से..
रंगीला- तो बस हम चार इक्के हैं और इस गेम का असली खिलाड़ी विजय है.. ये सब इसके दिमाग़ का खेल है..
रंगीला ने शुरू से अब तक की सारी कहानी बताई कि कैसे रश्मि को नशा देकर जय के करीब ले गया.. वो एसी खराब होना विजय का जय को बार-बार मना करना ताकि इसको जरा भी शक ना हो.. सब कुछ एक प्लान था इनका..
जय की तो गाण्ड फट गई ये सब सुनकर… वो कुछ बोलने की हालत में नहीं था..
रानी उसके पास आई और एक तमाचा उसके गाल पर जड़ दिया।
रानी- आशा को मारा तुमने कुत्ते.. अब भुगत अपने किए की सज़ा..
जेम्स- अरे बस कर.. मेरी बुलबुल अभी नहीं.. पहले इसकी बहन को चुद जाने दे.. उसके बाद मार लेना इसको अभी तो मेरा लौड़ा तुझे देख कर मचल रहा है.. चल थोड़ा चूस दे..
विजय- जाओ तुम लोग और मज़ा करो.. तब तक मैं कोमल के साथ थोड़ी मस्ती कर लेता हूँ.. बहुत सुना है इसके बारे में आज उसको भी टेस्ट करके देख लेता हूँ..
साजन- ठीक है भाई.. आप भी मज़ा करो तब तक उस रंडी को हम मसल कर आते हैं।
रंगीला- यार जेम्स बुरा ना लगे तो मैं भी रानी को थोड़ा सा प्यार करना चाहूँगा।
जेम्स- अरे इसमें बुरा क्या लगना.. ये कौन सी मेरी बीवी है.. आ जा तू भी साथ में मज़ा करेंगे..
रंगीला- बहुत खूब यार.. चल चल.. और तुम लोग सुनो.. रश्मि को अभी कुछ मत बताना.. पहले सब मिलकर उसका मज़ा ले लो.. उसके बाद ही बताएँगे कि उसके साथ क्या हो रहा है.. और इस कुत्ते के मुँह पर पट्टी बाँध दो.. ताकि ये साला शोर ना मचा सके..
रश्मि बिस्तर पर लेटी हुई सोच रही थी कि अब साजन आएगा.. तो उसके साथ वो कैसे पेश आएगी.. तभी वो तीनों अन्दर आ गए..
रश्मि- आह्ह.. हैलो.. ये क्या है तुम एक साथ क्यों आए हो? हाँ?
साजन- सुना है तू बहुत बड़ी रंडी है.. तो हमने सोचा एक-एक करके तुझे मज़ा नहीं दे पाएँगे.. इसी लिए एक साथ आ गए..
रश्मि- जाओ यहाँ से.. नहीं मैं किसी को हाथ लगाने नहीं दूँगी हाँ।
साजन उसके पास गया बोला- चुप साली छिनाल.. अब यहाँ तेरी नहीं.. हमारी मर्ज़ी चलेगी.. प्यार से चुदवा ले.. नहीं साली तुझको हम तड़पा-तड़पा कर चोदेंगे..
रश्मि भी जिद्दी थी वो कहाँ मानने वाली थी.. मगर वो अकेली उन तीन के सामने कहाँ टिक पाती.. आनंद और सुंदर ने उसके हाथ पकड़ लिए और साजन ने उसकी चूत को चूसना शुरू कर दिया। वो जानता था.. एक बार ये गर्म हो जाए तो अपने आप लाइन पर आ जाएगी और हुआ भी वैसा ही.. थोड़ी देर बाद रश्मि उत्तेजित हो गई..
रश्मि- आह्ह.. इससस्स.. आह.. मेरे हाथ छोड़ो आह्ह.. चूसो आह्ह.. मेरी चूत में आह्ह.. कुछ हो रहा है.. आह्ह.. तुम दोनों क्या बैठे हो.. मेरे मुँह में लौड़ा घुसा दो.. आह्ह..ईईइ आह..
अब सुंदर और आनंद भी शुरू हो गए..
तीनों नंगे होकर रश्मि के इर्द-गिर्द लेट गए.. कोई उसके मम्मों को चूस रहा था तो किसी का लौड़ा वो चूस रही थी।
लगभग 25 मिनट तक ये तीनों बारी-बारी से रश्मि को चोद कर ठंडे हो गए। इस दौरान साजन ने रश्मि की गाण्ड भी मारी और उसको ज़ोर-ज़ोर से चोदा ताकि वो तेज आवाज में चीखे.. और बाहर जय तड़पे..
जब तीनों का हो गया.. तो वो बाहर आ गए.. अन्दर इन्होंने रश्मि का हाल बेहाल कर दिया था.. इनके लौड़े भले ही बड़े नहीं थे.. मगर इन्होंने उसको काट कर.. चूस कर बहुत परेशान किया था।
जब ये तीनों बाहर आए.. तो इनके चेहरे पर जीत की ख़ुशी साफ नज़र आ रही थी.. जिसे देख कर जय आग-बबूला हो गया।
साजन ने उसका मुँह खोला और उसके मुँह पर थूक दिया- साला बहनचोद कहीं का.. पहले ही चूत और गाण्ड को ढीला कर दिया.. मज़ा ही नहीं आया..
आनंद- बॉस आपने साली को चोद-चोद कर लाल कर दिया.. उसमें कुछ तो मज़ा आया ही होगा ना आपको.. हा हा हा हा..
जय- सालों में किसी को जिंदा नहीं रहने दूँगा.. मैं एक-एक को चुन-चुन कर मारूँगा..
साजन- अरे.. अरे.. कुत्ते को गुस्सा आ गया.. देखो कैसे भौंक रहा है.. साले तेरी बहन की अभी चूत गाण्ड और मुँह को चोद कर आ रहे हैं.. ये तो पहला राउंड है.. अभी तो पूरी रात बाकी है.. उसके बाद सुबह तेरे साथ क्या करेंगे.. तू सोच भी नहीं सकता.. फिर चुन-चुन कर हमें अपना जीजा बोलना.. हा हा हा हा हा..
जय गुस्से में था.. मगर वो कर भी क्या सकता था.. बस वो खून के घूँट पीकर रह गया।
ये तीनों अन्दर थे तो जेम्स और विजय ने क्या गुल खिलाए.. हम वो भी देख लेते हैं।
विजय ने कोमल को अलग कमरे में ले जाना ठीक समझा क्योंकि दूसरे कमरे में रंगीला और जेम्स साथ में रानी को ले गए थे।
विजय- आ जा मेरी जान.. पहले लौड़ा चूस कर मज़ा दे.. उसके बाद मैं तेरी चूत का मज़ा लूँगा।
कोमल- क्यों क्या तुम रश्मि के साथ चुदाई नहीं करोगे?
विजय- नहीं.. वो कैसी भी है.. मगर रिश्ते में मेरी बहन लगती है.. और मुझे बहनचोद शब्द से ही नफ़रत है.. इसलिए मैं उसके साथ कुछ नहीं करूँगा.. मगर उसको रंडी शब्द का मतलब बता दूँगा।
कोमल बड़े प्यार से विजय के लण्ड से खेलने लगी और उधर जेम्स ने रानी को कस कर चुम्बन किया, उसके चूतड़ों को दबा कर मज़ा लेने लगा।
रंगीला- अरे बस भी कर यार.. कोमल को चोद के आया है और रश्मि को चोदना अभी बाकी है.. अब इसको तो बख्श दे.. क्यों तू नन्ही सी जान को परेशान कर रहा है?
जेम्स- तुझे पता है ना.. गाड़ी को जितना चलाओ.. वो उतनी रवां होती है.. अब मैं इसको चोदूँगा थोड़े ही.. बस टाइम पास कर रहा हूँ यार.. और तू भी तो अभी रश्मि को चोद कर आया है।
रंगीला- अरे ऐसे जल्दबाज़ी में मज़ा नहीं आया.. साले वो तीनों जो लाइन लगा के खड़े थे.. अब दोबारा करूँगा तो आराम से करूँगा।
जेम्स- अब मैं मौका दूँगा दोबारा तब करेगा ना.. हा हा हा हा..
रानी- कोई बात नहीं बाबूजी.. मैं किस लिए हूँ.. आप मेरे साथ मज़ा कर लेना। वैसे भी जेम्स तो अब रश्मि को चोद-चोद कर बेहाल कर देगा.. तो आप कहाँ उसको चोद पाओगे।
रानी की बात सुनकर रंगीला खुश हो गया और उसने रानी को गोद में उठा कर बिस्तर पर पटक दिया।
दोनों रानी को चूमने-चाटने लग गए और वो भी उनका साथ देने लगी।
काफ़ी देर तक ये चलता रहा.. रानी को नंगा करके दोनों उसका रस पीने में लगे हुए थे।
उधर विजय ने भी कोमल की मस्त चुदाई की और बियर पीने का बोलकर वो बाहर आ गया।
जब विजय बाहर आया.. उस वक्त तीनों जय का मजाक बना रहे थे।
जय- विजय, रोक ले ये गंदा खेल.. मत कर ऐसा प्लीज़..
विजय- चुप कुत्ते.. इस खेल की शुरुआत तेरे बाप ने की थी.. अब इसका अंत मैं करूँगा।
साजन- विजय भाई.. अब जेम्स को बोल दो, लास्ट में उसका नम्बर है.. फिर दोबारा राउंड घुमाना है।
विजय के चेहरे पर मुस्कान आ गई.. वो उस कमरे में गया.. जहाँ वो दोनों रानी का रसपान कर रहे थे।
विजय- वाह.. तो यहाँ मस्ती चल रही है और वहाँ वो तीनों बाहर आ गए हैं।
जेम्स- क्या बात करते हो.. बड़ी जल्दी आ गए साले.. क्या सब 5-5 मिनट वाले हैं?
विजय- लगता तो ऐसा ही है.. अब क्या इरादा है तुम्हारा.. वो बोलो?
रंगीला- रूको अब लास्ट काम को अंजाम देने दो.. मेरी रानी.. मैं बस अभी आया.. तू तब तक जेम्स से चूत चटवा।
रंगीला वहाँ से सीधा रश्मि के कमरे में गया, उसको देख कर रश्मि थोड़ी चौंक सी गई।
रश्मि- रंगीला तुम वापस कैसे आ गए जेम्स कहाँ है?
रंगीला- डर मत मेरी जान.. मैं तुझे दोबारा चोदने नहीं आया हूँ.. बस इतना बताने आया हूँ कि जेम्स के साथ ऐसे करेगी क्या.. वो हमारा खास मेहमान है.. ज़रा नहा कर फ्रेश हो जा.. उसके बाद करना।
रश्मि- तुम लोगों ने मुझे रंडी समझ लिया क्या.. वो तीन कुत्ते मेरी क्या हालत करके गए हैं.. देखो कैसे जगह जगह निशान बना गए.. अब जैसी हूँ ठीक हूँ.. जेम्स को बोल दो आ जाए।
रंगीला- अगर ऐसी बात है.. तो वो नहीं आएगा.. आज रात भर के लिए तुम्हें उन तीनों के हवाले कर देता हूँ ओके.. खुश?
रश्मि- नो नो प्लीज़.. उन जानवरों को दोबारा यहाँ मत आने दो.. मैं अभी फ्रेश हो जाती हूँ.. जेम्स से कहो कि वो दस मिनट बाद आ जाए।
रंगीला- ठीक है.. मैं बोल दूँगा और सुनो अगर उनसे बचना है.. तो जेम्स को पटा लो.. वो मान गया ना.. तो किसी की हिम्मत नहीं.. उसके आगे आने की आख़िर एसीपी है वो.. तुम समझ रही हो ना बात को..
रश्मि ने ‘हाँ में गर्दन हिला दी और रंगीला वहाँ से वापस बाहर निकल आया… वो जय के पास रुक गया।
रंगीला- अरे कमीनो.. अकेले-अकेले शराब पी रहे हो.. मेरे खास दोस्त को नहीं पिलाओगे क्या?
साजन- अरे इसको पिलाने की क्या जरूरत है.. हम पीकर साले के मुँह में मूत देंगे.. तो इसको भी नशा हो जाएगा।
जय- कुत्ते एक बार मेरे हाथ खोल दे.. उसके बाद देखना मैं क्या करता हूँ?
रंगीला- खोल देंगे यार.. थोड़ा सबर तो कर.. बस ये जेम्स बाकी है तेरी बहन की चूत और गाण्ड की असली ठुकाई यही करेगा.. उसके बाद तुझे आज़ाद कर देंगे.. हम भी तो देखें.. तू क्या करता है?
जय- रंगीला तुम लोगों का वो हाल करूँगा.. तुम सोच भी नहीं सकते..
साजन- अबे चुप साले.. तू क्या बिगाड़ लेगा.. हाँ अभी थोड़ी देर रुक.. हाल तो जेम्स तेरी बहन का खराब करेगा.. साला वो पूरा हब्शी है.. खा जाएगा उसको.. हा हा हा.. अब तेरी बहन की असली चुदाई होगी।
रंगीला- सच कहा तूने साजन.. उसका लौड़ा ऐसा है कि कोई गधी को भी चोदे.. तो वो भी चीखने लगे.. इसकी बहन तो चिल्ला कर घर उठा लेगी।
साजन- बॉस प्लीज़.. एक बात बोलूँ.. कुछ ऐसा नहीं हो सकता कि साली रंडी को जेम्स चोदे और हम सब उसको देख कर मज़े करें.. प्लीज़ कुछ करो ना..
रंगीला- वैसे आइडिया बुरा नहीं है.. चल तू भी क्या याद करेगा.. इस कुत्ते को भी तो दिखा देते हैं.. इसकी रंडी बहन की चुदाई..
आनंद- वाह.. मज़ा आएगा.. तो चलो सब उस कमरे में चलते हैं।
रंगीला- अबे चुप साला चूतिया वहाँ जाने की जरूरत नहीं है.. ये इतनी बड़ी एलसीडी किस लिए लगी है.. इसमें देखना.. सब मिलकर आज तक ट्रिपल एक्स फिल्म देखी है ना.. आज रियल देखना।
साजन- वो कैसे बॉस.. क्या अन्दर कैमरा लगा हुआ है?
रंगीला- हाँ साजन जिस दिन से ये गेम की शुरुआत हुई है.. तब से ये कुत्ते और इसकी बहन का एक-एक सीन रेकॉर्ड किया है हमने.. अब देख मैं कनेक्ट करता हूँ.. साली को नहाता हुआ देखो सबके सब.. उसके बाद जेम्स उसकी कैसी ठुकाई करता है.. वो भी मज़े से देखना सब के सब.. हा हा हा हा हा..
रंगीला ने टीवी ऑन कर दिया जिसमें रश्मि बाथरूम में नहाती हुई सामने आई.. वो अपनी चूत को रगड़-रगड़ कर साफ कर रही थी और मज़े से नहा रही थी।
साजन और सब रश्मि को देख कर गंदी बातें कर रहे थे.. जिससे जय का रहा सहा खून भी सूख गया.. वो तो बस नजरें झुकाए सबकी सुनता जा रहा था।
रंगीला वापस रानी के पास चला गया और जेम्स से कहा- तुम्हारी दुल्हन नहा रही है.. जाओ जाकर आख़िरी सीन पूरा कर दो.. उसके बाद तो उसकी ऐसी दुर्गति होनी है कि वो सपने में भी नहीं सोच सकती।
|