RE: Nangi Sex Kahani अय्याशी का अंजाम
साजन समझ गया अब ज़्यादा बोलने से कोई फायदा नहीं और वो वहाँ से निकल चुपचाप निकल गया।
इनकी ये बहस जब चल रही थी तब जेम्स ने क्या किया वो भी देख लो।
जेम्स वापस अन्दर गया और कोमल को बाँहों में लेकर किस करने लगा.. उसके चूतड़ों को सहलाने लगा।
कोमल- अरे हटो भी.. क्या हुआ बाहर.. उन सबको क्या बोलकर आए हो?
जेम्स- बारात को भेज दिया है मेरी जान.. बस अब मैं दूल्हा और तू मेरी दुल्हन.. चल अब देर ना कर.. तेरे मस्त चूचे और चूत के दीदार करा दे।
कोमल तो पहले ही गर्म हो गई थी.. ऊपर से जेम्स का लंबा लौड़ा उसको मदहोश किए जा रहा था। उसने देर ना करते हुए एक-एक करके सारे कपड़े निकाल दिए।
कोमल- ले राजा.. तेरी दुल्हन तैयार है सुहागरात के लिए.. अब तू भी तो नंगा हो जा.. ताकि दो जिस्मों का मिलन अच्छे से हो सके।
कोमल की 34″ नाप की मस्त चूचियां और 36″ की जबरदस्त गाण्ड को देख कर जेम्स पागल हो गया, उसने भी कपड़े निकाल दिए और बिस्तर पर कोमल को लेकर चूमने लगा।
रंगीला जब अन्दर आया तो जेम्स और कोमल किसी साँप के जोड़े की तरह एक-दूसरे से लिपटे हुए थे।
रंगीला- वाह.. भाई तूने तो बहुत जल्दी नंगा कर दिया इस छमिया को..
रंगीला की आवाज़ सुनकर कोमल थोड़ा सा चौंक गई और जल्दी से जेम्स से अलग होकर बैठ गई।
कोमल- ओह्ह.. तो आप नहीं गए बारात के साथ.. मुझे तो पहले ही आपकी नियत पर शक हो गया था कि आपके मन में भी मेरे लिए कुछ काला है।
रंगीला- अब ये काला-पीला तो मैं जानता नहीं.. हाँ एक बात है.. आज तेरी चूत को हम दोनों मारकर लाल जरूर कर देंगे हा हा हा हा हा..
कोमल- ऐसी बात है.. तो दूर क्यों खड़े हो.. आप भी नंगे होकर आ जाओ.. मैदान में..
कोमल की जवानी देखकर रंगीला का लौड़ा भी पैन्ट में अकड़ा हुआ था।
रंगीला ने देर ना करते हुए फ़ौरन अपने कपड़े निकाल दिए.. जब कोमल की नज़र लौड़े पर गई.. तो उसके होश उड़ गए क्योंकि यह भी छोटा-मोटा लण्ड नहीं था.. पूरे 8″ का मूसल था।
कोमल- हाय राम.. आज तो लगता है मैं मर ही जाऊँगी.. तेरा भी बहुत बड़ा है और इसका तो तेरे से भी बड़ा है.. अब मेरा क्या होगा!
कोमल की बात सुनकर दोनों ज़ोर से हँसने लग गए।
रंगीला- अबे साली.. नाटक मत कर, आनंद और सुंदर ने सब बता दिया उस दिन उनके लौड़े देख कर तू क्या बोली थी.. इतने से लौड़े लेकर मेरे पास आए हो, इससे बड़े-बड़े तो मैंने चूस कर फेंक दिए हैं. याद आया कुछ?
कोमल- अरे वो तो मैंने उन पर धौंस मारने के लिए ऐसे ही कह दिया था.. सच बताऊँ आज तक 6 इन्च से ज़्यादा बड़ा मेरी चूत और गाण्ड में नहीं गया और इतना मोटा लौड़ा तो कभी मैंने देखा भी नहीं.. जितना इस जेम्स का है..
रंगीला- आज देख भी ले और चख भी ले.. तेरी जैसी लड़की को डबल चुदाई का मज़ा लेना चाहिए.. हम जैसे लड़कों से.. ताकि आगे चलकर तुम्हें किसी भी छेद में लौड़ा लेने में कोई परेशानी ना हो.. बस घुसवाए जा घुसवाए जा.. और माल कमाए जा..
इतना कहकर रंगीला भी बिस्तर पर आ गया और कोमल के मुँह में लौड़ा घुसा दिया।
जेम्स उसके मम्मों को दबाने लगा और रंगीला उसके मुँह को चोदने लगा।
दोनों कुछ ज़्यादा ही मस्ती में आ गए और कोमल को कभी नीचे लेटा कर चूसते.. तो कभी हवा में उठा कर उसके मुँह को चोदते।
लगभग 15 मिनट तक वो दोनों बारी-बारी उसको मसलते रहे और लौड़ा चुसवाते रहे.. कभी उसकी चूत को चाटते.. तो कभी उसके निप्पल को निचोड़ते।
कोमल- आह्ह.. बस भी करो.. आह्ह.. मैं आ गई.. आह्ह..
जेम्स- अरे रुक रानी.. तेरा रस मुझे पीना है.. ऐसे नीचे मत गिराना उस अनमोल रस को..
इतना कहकर जेम्स कोमल की चूत से चिपक गया और रंगीला उसके मम्मों को चूसने लगा।
जेम्स अपनी जीभ की नोक से कोमल की चूत को चोदने लगा.. कुछ ही देर में कोमल की चूत का बाँध टूट गया और रस की धारा जेम्स अपनी जीभ से चाटने लगा।
कोमल जब शान्त हो गई तो जेम्स और रंगीला दोनों बिस्तर पर टेक लगा कर बैठ गए और कोमल को इशारा किया कि अब दोनों लौड़ों को बारी-बारी से चूस कर मज़ा दो।
कोमल तो बस हुकुम की गुलाम थी.. वो शुरू हो गई.. दोनों लौड़ों को चूसने में उसको बहुत मज़ा आ रहा था।
रंगीला- आह्ह.. चूस कोमल.. तू बहुत मस्त है साली.. उस रश्मि को बाद में चोदेंगे.. तेरी चूत का बाजा पहले बजाएंगे.. आ चूस आह..
थोड़ी देर लण्ड चुसवाने के बाद जेम्स ने कोमल को नीचे लेटा दिया और उसके पैरों के बीच आकर बैठ गया।
कोमल- आराम से डालना तुम्हारा लौड़ा बहुत बड़ा है.. सच में मुझे डर लग रहा है।
जेम्स- तू इतने प्यार से बोल रही है तो आराम से ही करूँगा.. नहीं तो आज मैं तेरी चूत को फाड़ ही देता।
रंगीला- यार अब जल्दी कर मेरा लौड़ा भी परेशान कर रहा है.. कब इसको चोदूँ.. कब सुकून आए।
जेम्स- बस 5 मिनट सबर कर ले यार.. उसके बाद हमें इसको डबल का मज़ा भी देना है न..
जेम्स ने सुपारे को चूत पर लगाया और धीरे से धक्का मारा।
कोमल- आह्ह.. बस राजा ऐसे ही धीरे से आगे डालना.. चूत की दीवार फ़ैल गई है.. तेरा बहुत मोटा है आह्ह..
जेम्स का सुपारा ही अन्दर गया था और कोमल की ‘आह्ह..’ निकल गई। जेम्स ने एक ज़ोर का धक्का मारा.. तो पूरा लौड़ा चूत को चीरता हुआ जड़ तक अन्दर घुस गया और कोमल की उस दर्द से चीख निकल गई।
कोमल- आह ह.. मर गई रे.. आह्ह.. मैंने कहा था ना.. आराम से डालना.. तूने तो आह्ह.. एक साथ ही पूरा घुसा दिया आह्ह..
जेम्स- अरे जानेमन.. अब इतना बड़ा लौड़ा धीरे डालूँ.. या तेज.. दर्द तो होगा ही ना.. चल अब चुदाई का मज़ा ले..
इतना कहकर जेम्स शुरू हो गया और ‘दे..दनादन..’ लौड़ा पेलने लगा।
कोमल- आह्ह.. आह.. छोड़ो आह्ह.. मर गई रे.. आह्ह.. तू आदमी है.. आह्ह.. या घोड़ा.. तेरा लौड़ा आह्ह.. मेरी बच्चेदानी तक जा रहा है आह्ह..
जेम्स तो बस कोमल की टाँगें कंधे पर डाल कर लौड़ा स्पीड से पेले जा रहा था और कोमल सिसकारियाँ ले रही थी.. आहें भर रही थी।
रंगीला- अबे तेरा स्टेमिना बहुत पावरफुल है.. अब तू लगा ही रहेगा या मुझे भी मौका देगा?
जेम्स ने एक झटके से लौड़ा बाहर निकाल लिया और खड़ा हो गया।
जेम्स- ले भाई.. मैं तो बस इसकी चूत का टेस्ट ले रहा था.. वैसे मेरी नज़र तो इसकी मोटी गाण्ड पर है.. अब तू नीचे से चोद.. मैं इसकी गाण्ड का बैंड बजाता हूँ।
कोमल- नहीं नहीं.. कभी नहीं.. तूने इतनी सी देर में मेरी चूत की हालत पतली कर दी.. अब गाण्ड को तो बख्श दे.. ना जाने मेरी गाण्ड का क्या हाल करेगा।
रंगीला- अब बस ज़्यादा सती सावित्री ना बन.. पूरी कीमत मिल जाएगी तुझे.. अब जल्दी से आ जा.. बैठ जा मेरे लण्ड पर.. कब से तेरी राह देख रहा हूँ।
कोमल ने थोड़ा ‘ना-नुकुर’ किया तो जेम्स ने उसको उठा कर रंगीला के ऊपर लेटा दिया.. फच्च की आवाज़ के साथ पूरा लौड़ा चूत में समा गया और कोमल एक बार फिर दर्द से कराह उठी- आह्ह.. आज तो तुम दोनों मेरी जान लेकर ही रहोगे।
जेम्स ने कोमल की बाँहें पकड़ लीं और उसको रंगीला के लौड़े पर ऊपर-नीचे करने लग गया। उधर नीचे से रंगीला ने भी ‘दे..दनादन..’ झटके देने शुरू कर दिए।
कोमल- आह्ह.. आईईइ.. यह..यह.. आइ चोदो.. आह्ह.. फास्ट आह्ह.. फाड़ दो मेरी चूत को.. आह्ह.. आ..
जेम्स ने देखा कि अब रंगीला का लौड़ा चूत में बराबर सैट हो गया है.. तो उसने रंगीला को इशारा कर दिया कि कोमल को अपने ऊपर लेटा कर अच्छे से चिपका ले.. ताकि वो उसकी गाण्ड में अपना लौड़ा घुसा सके।
रंगीला ने कोमल की कमर में हाथ डालकर उसको अपने सीने से चिपका लिया और धीरे-धीरे नीचे से झटके मारता रहा।
जेम्स ने अपने लौड़े को देखा वो एकदम रूखा सा हो गया था.. तो वो रंगीला के साइड में गया और कोमल के मुँह के पास लौड़ा कर दिया।
कोमल मस्ती में चुदाई करवा रही थी जेम्स के लौड़े को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।
कुछ देर में जेम्स का लौड़ा कोमल के थूक से सराबोर हो गया था.. तो जेम्स ने लौड़ा उसके मुँह से निकाल दिया।
कोमल- अरे क्या हुआ.. डालो ना मेरे मुँह में.. आह्ह.. मज़ा आ रहा था लौड़ा चूसने में..
जेम्स- मेरी जान तेरे मुँह में तो बस लौड़े को गीला करने के लिए दिया था.. अब ये तेरी मोटी गाण्ड में जाएगा.. तब मज़ा आएगा।
कोमल- नहीं जेम्स.. ऐसा मत करना.. ये बहुत मोटा और बड़ा है.. मेरी गाण्ड को फाड़ देगा.. प्लीज़ नहीं..
रंगीला ने कोमल को अपनी बाँहों में कस कर पकड़ लिया और नीचे से झटके देने लगा.. इधर जेम्स उसके पीछे आ गया और हाथ से लौड़े को पकड़ कर गाण्ड के छेद पर रख दिया।
कोमल ना.. ना.. करती रही.. मगर जेम्स कहाँ मानने वाला था, उसने तो एक ही झटके में पूरा लौड़ा गाण्ड की गहराई में उतार दिया.. अगर वक़्त रहते रंगीला अपने होंठों से कोमल के होंठ ना बन्द करता तो एक दर्दनाक चीख कमरे में गूँज जाती।
जेम्स ने पूरा लौड़ा बाहर निकाला और डबल स्पीड से वापस अन्दर कर दिया.. बेचारी कोमल की तो आँखें बाहर को निकल आई थीं.. मगर वो कर भी क्या सकती थी.. बस उसकी आँखों से आँसू आने लगे और दोनों तरफ़ से उसको झटके लगने शुरू हो गए।
|