RE: Indian Sex Story बदसूरत
ये सोच ककए सुहानी उठी और फ्रेश होने लगी। उन दोनों लोगो की बात को अनदेखा करके वो ख़ुशी ख़ुशी बाहर आने लगी ......
लेकिन बाहर आने के लिए जैसे ही उसने दरवाजा खोला उसके पाँव वाही जम गए....*
बाहर निशा (उसे क्लास की एकक। लड़की) किसी लडके का लंड चूस रही थी।*
लड़का:- जल्दी करो मेरी जान कोई आ जायेगा।
निशा :- (उसका लंड मुह से निकालते हुए) कोई नहीं आएगा यहाँ...ये रूम *सुहानी और मेरी है।
लड़का:- वो। *सुहानी आ गयी किसीके साथ तो??
निशा:- हा हा हा सुहानी और भी किसी लड़के के। साथ हा हा हा....तुमने उसे देखा नहीं इसलिए ऐसा बोल रहे हो.... उसे देखोगे ना तो ये तुम्हारा खम्बे जैसा खड़ा लंड एक मिनट में मुरझा जायेगा ...हा हा हा ....छोडो मुझे इस लंड का मजा लेने दो उम्म्म्म। बड़े दिनों बाद ऐसा तगड़ा लंड मिला है उम्म्म्म्म
सुहानी उसी बात सुनके थोड़ी दुखी हुई लेकिन जो उसके आँखों के समने चल रहा था उससे वो नजरे नहीं हटा पा रही थी।
निशा उस लड़क्के का लंड निचे से लेकर ऊपर तक जुबान से चाट रही थी। उसके सुपाड़े को मुह में लेकर चूस रही थी। ये सब देख के सुहानी के जिस्म में एक अलग ही लहर दौड़ पड़ी थी। और उसकी चूत में थोड़ी चुलबुलाहट सी महसूस कर रही थी।
निशा:-उफ्फ्फ्फ़ क्या मस्त लंड है तेरा उम्म्म्म्म*
लड़का:-स्स्स्स्स्स्स्स अह्ह्ह्ह मेरी जान चुस्ती ही रहोगी या चूत में भी लोगी???
निशा ये सुनके मुस्कुराई और अपना घाघरा ऊपर करके दोनों पैर फैला के लेट गयी। उसने अंदर पैंटी नहीं पहनी थी। उसके ऐसे करने से उसकी चूत थोड़ी खुल सी गयी अंदर की गुलाबी रंग की चूत देख वो लड़का थोडा मुस्कुराया....
लड़का:- वाओ मेरी जान क्या ख7बसुरत चूत है तुम्हारी उम्म्म्म्म
नीशा:-अह्ह्ह्हज स्स्स्स अब आ भी जाओ डालो न अंदर उम्म्म्म
लड़का:- बड़ी बेसब्री हो यार तुम
निशा:- क्या करू कॉलेज के बाद चुदाई का मौका बहोत कम मिलता है आर उसमे तुम्हारे लंड जैसा लैंड तो बहोत दिनों बाद मिला है...
लड़का:- कितनो से चुदवाया है अब तक??? कितने आशिक़ है तुम्हारे....
निशा:-उम्म्म्म उससे तुम्हे क्या आ जाओ मजा करो और चले जाओ.....
सुहानी निशा को अछि तरह जानती थी। वो एक नम्बर की चुद्दक्कड़ लड़की थी। कॉलेज में न जाने कितनो से चुदवाया होगा उसने। वो आखे फाड़ के निशा को चुदते हुए आज पहली बार देख रही थी।
*अब उस लड़के ने अपना लंड अपने हाथ में।लिया और निशा के चूत पे रखने लगा। सुहानी पहली बार किसी का रियल लंड देख रही थी। लंबा काला लंड देख स7हानि का गला सुख सा गया था। अपने आप ही उसका हाथ अपनी गीली हो रही चूत की और बढ़ने लगा।
उस लड़के ने निशा के चूत पे लंड रखा और अंदर डालने लगा। निशा निचे से अपनी गांड ऊपर उठा के उसका लंड अपनी चूत के अंदर लेने लगी। देखते ही देखते उसका पूरा लंड चूत के अंदर चला गया। सुहानी के आखो के सामने ये सब पहली बार हो रहा था।वो ये देख के हैरान थी की निशा की छोटी सी चूत में वो इतना मोटा लंबा लंड इतनी आसानी से चला गया। उसने ये देक्ख के अपनी चूत को हलके से भींच लिया। उसे एक अलग ही अनुभूति हो रही थी। ऐसा नहीं था की उसने कभी अपनी चूत में ऊँगली करके खुद को शांत नहीं किया था पर आज उसे अलग ही मजा आ रहा था।
इधर वो लड़का अब निशा को खच खच चोद रहा था। निशा भी उसका साथ दे रही थी। निशा ने उसे अपने ऊपर खीच लिया और उसके ओठों को अपने होठो में लेकर चूसने। लगी।
इधर सुहानी अपने होश खो चुकी थी। उस लड़के का लंड निशा की चूत में अंदर बाहर होते उसे दिख रहा था।
सुहानी ने अपना हाथ अपने घगरे के अंदर डाल दिया था और अपने चुत के दाने को मसलने लगी थी। उसकी चूत बहोत जादा गीली हो चुकी थी। उसे इतना मजा अपनी चूत रगड़ने में कभी नहीं आया था।
निशा:-स्सस्सस्स हाय रे क्या मस्त चुदाई करते हो तुम उफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ़ चोदो मेरी जान। *उम्म्म्म्म और ...,और....हा ऐसेही उफ्फ्फ जोर से उम्म्म्म्म्म
लड़का:- अह्ह्ह्ह्ह स्सस्सस्स तेरी चूत का तो भोसड़ा बना हुआ ....मेरा लंड तो आसानी से अंदर बाहर हो रहा है
निशा:- उम्म्म्म्म पर मुझे तो। बहोत मजा आ रहा है स्सस्सस्स बस और थोड़ी देर अह्ह्ह्ह्ह मेरा होने वाला है स्स्स्स्स्
लड़का:- अह्ह्ह्ह्ह मजा तोमुझे भी आ रहा है स्सस्सस्स*
निशा:-तो फिर चोद न जोर से स्सस्सस्स
ये सुन के वो लड़का जोर जोर से निशा की चूत चोदने लगा। पूरा कमरा चुदाई के आवाज से भर गया।
पुरे रूम में। *अह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स उफ्फ्फ्फ्फ़। और थप थप की आवाजे थी *और फिर अगले ही पल सब शांत हो गया। निशा और वो लड़का दोनों झड़ गए थे।
सुहानी ये देख के दरवाजा बंद कर लिया और अंदर आके निचे बैठ गयी अपनी चूत ओ देखने लगी उसकी सावली सी चूत बहोत गीली हो चुकी थी। अंदर का गुलाबी हिस्सा पानी की वजह से चमक रहा था। सुहानी ने धीरे से अंदर एक उंगली डाली और अपनी चूत को ऊँगली से चोदने लगी। थोड़ी ही देर में वो भी झड़ गयी लेकिन पहली बार वो इतना तेज झड़ी थी। लगभग 1 मिनट तक उसकी चूत फड़फड़ाते हुए पानी छोड़ रही थी।
वो उठी और अपने कपडे ठीक किये और बाहर देखा....निशा और वो लड़का जा चुके थे।
वो भी धीरे से बाहर आयी और हॉल में चली गयी।
पूनम ने उसे देखा तो उसे इशारे से बुला लिया।
पूनम:- कहा चली गयी थी?? और तुझे कहा था मेरे साथ रह करके।
सुहानी:- रूम में थी...और मई तेरे साथ नहीं रह सकती तुझे पता है ना....
पूनम:- देख तू फिर शुरू हो गयी...बकवास करना बंद कर और चुपचाप खड़ी रह यहाँ।
सुहानी:- घुस्सा क्यू होती है...मई यहाँ पीछे रहती हु...
पूनम उसे कहना चाहती थी पर फिर से ल9ग उनक्को बधाई देने आने लगे तो चुप हो गयी।
ऐसेही धीरे धीरे सब प्रोग्राम खत्म होने लगे।
बिदाई का टाइम जैसे जैसे नजदीक आ रहा था वैसे सुहानी बेचैन हो रही थी। उसके आंसू रुक ही नहीं रहे थे।
पूनम का भी यही हाल था। जब भी वो सुहानी को देखती उसके आँखों से पानी दुगनी तेजी से निकल पड़ते। सुहानी को लगा की पूनम मुझे ऐसे देख के जादा दुखी हो रही है। वो पूनम के पास गयी...पूनम ने उसे झट से गले लगा लिया। दोनों भी फुट फुट कर र9ने लगी।
सुहानी को लगा की बस अब बहोत हो गया पूनम ख़ुशी ख़ुशी विदा करना चाहिए।
सुहानी:- बस कर अब मुझे और मत रुला....उसने पूनम के आंसू पोछते हुए कहा।
पूनम:- हा तुझे ऐसे देख इ रोना आ रहा है...
सुहानी:- मैं बहोत खुश हो रे...तू चिंता मत कर...और तुझे पता है मैं अभी क्या देखा??
सुहानी आगे हुई और उसके कान में निशा वाली सारी बात बता दी....ये सुनके दोनों जोर जोर से हँसने लगी।
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