RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
दादू अपने पोते को देख जमाने के रोके आँसू बहा दिया ऑर वीर से लिपट के रोने लगा
वीर : दादू आपको बहुत याद किया बहुत मिस किया आपकी कहानियाँ आपका साथ
दादू : मेरे बच्चे मैं ने भी बहुत मिस किया अपने पोते को अब तुम आ गये तो अब मैं चैन से मर सकता हूँ
वीर : मरे आपके दुश्मन अभी तो आप अपने पोते के पोतो को भी कहानियाँ सुनानी है
पिता जी कहाँ है..
संजना..वो काम पर गये है..
बड़ी मुश्किल से एक नौकरी मिली है...
वीर के घर की माली हालत देख उसके आँसू निकल आते है..
वीर..आप सब यहाँ नही रहेंगे
.मेरे बंगले मे रहेंगे..
पिता जी को बुला लाओ..
संजना...बंगला ..ये तू क्या कह रहा है वीर..
वीर..हां.बांग्ला ..मैं बता ता हूँ.
फिर वीर उन्हे बता देता है कि कैसे उसे एक अमीर आदमी ने गोद लिया ओर मरते वक्त अपनी सारी प्रॉपर्टी वीर के नाम कर गया... वीर ने ये सारी कहानी *झूठ मूठ मे बोली थी
आज उसकी सारी कंपनी को मैं ही हॅंडल करता हूँ....
संजना..फिर कॉलेज मे नॉर्मल लाइफ क्यूँ जी रहे हो...
वीर...ऐसे ही देख रहा था नॉर्मल लाइफ कैसी होती है..
तभी थोड़ी देर मे पिता जी आ जाते है..ऑर जैसे ही वीर को देखते है तो वो भी उसे पहचान लेते है ऑर भाग कर उसके गले लग जाते है..
डॅड....कहाँ था तू मेरा बच्चा कहाँ कहाँ नही ढूँढा तुझे..तू ठीक तो है ना मेरा बच्चा..
वीर..हाँ डॅड मैं ठीक हूँ...आज घर के सारे मेंबर बहुत खुश थे....
बिस्वा ऑर आशीष की भी आँखो मे आँसू थे..फॅमिली का प्यार देख..
फिर वीर सबको बिस्वा ऑर आशीष से मिलवाता है...
माँ..जी आपको पता है मेरा लल्ला आज बहुत बड़ा आदमी बन गया है..
पिता जी..क्या मैं कुछ समझा नही..
फिर माँ पिता जी को सब कुछ बता देती है..
वीर..जी पिता जी आज के बाद आप मेरे साथ बंगले मे रहेंगे.....
पिता जी..बेटा अब तेरे से दूर नही रहना..
वीर..आशीष *गाड़ी मंगवाओ....
ऐसे सभी एक दूसरे से बात करते है
...संजना वीर को ही देखे जा रही थी...
थोड़ी देर मे गाड़ी आ जाती है..
वीर..आप सभी अपने डॉक्युमेंट्स साथ ले ले .ऑर कुछ भी साथ लेने की कोई ज़रूरत नही..
माँ..पर बेटा कपड़े तो उठा लें..
वीर..नही माँ सब कुछ है वहाँ..
फिर वीर सबको अपने साथ बंगले पर ले जाता है.
सभी बंगले को देखते ही रह जाते है..वीर सभी को अंदर ले जाता है *
ऑर सभी सिटिंग हॉल मे बैठ जाते है..
तभी वहाँ एक नौकरों की टीम आती है जो सब को ड्रिंक्स सर्व करती है..
वीर... दादाजी..ये क्या हाल बना रखा है आपने..
दादाजी..तेरे जाने के बाद बस इसी आस मे जी रहे था कि बस तुझे कभी देख सकूँगा..
वीर...आप चिंता मत कीजिए..तभी वीर किसी को फोन मिलाता है.ऑर बात करता.है.
ऑर कोई आधे घंटे मे यहाँ डॉक्टर की टीम आती है..ऑर वीर दादा जी का चेक अप करने को बोल देता है..
फिर वीर सब को रूम दिखाता है..पर संजू वीर के रूम मे ही रहेगी ज़िद करने लगती है..
जिस से सभी मान जाते है..
ऐसे ही शाम जो जाती है..
वीर..चलो दी शॉपिंग करके आते है..
संजना..हाँ चलो.
फिर वीर अपनी गाड़ी बाहर निकालता है ऑर चल देता है माल की तरफ..
माल पहुँच वीर पहले संजू को गर्ल्स सेक्षन मे ले जाता है.. ऑर उसके लिए बहुत सारी ड्रेसस लेता है.उसके लिए ज्यूयलरी *शूज .सॅंडल...फिर दादाजी के लिए भी न्ड मोम डॅड के लिए भी..
वीर....चले *...
संजू..ऐसे कैसे चले..तुम्हारी शॉपिंग..
वीर दी मैने कल ही शॉपिंग की है..
संजू..नही आज के बाद तू मेरी पसंद के कपड़े पहनेगा ..जो मैं बोलुगी..
फिर संजू वीर के लिए बहुत सारे कपड़े सेलेक्ट करती है
.
बाद मे सभी समान कार मे रखवा देता है..
फिर वीर काउंटर पर जा बिल पे करता है. जिसका बिल 2 लाख 200000 रूप बन गया था...
इतना बिल देख संजू शॉक हो जाती है .
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