RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
अरुण ने अपना सिर हिला लिया तो सोनिया हँसने लगी.."यू नो, आइ लव यू.." तो सोनिया और ज़्यादा हँसने लगी.
"तब तो आपको पता ही होगा, कि ये जो कुछ आप करने की कोसिस कर रहे हो, ये नही होने वाला. आप हम मे से किसी एक तक को रेज़िस्ट नही कर सकते, फिर सबकी तो बात ही दूर की है."
अरुण ने हल्के से हंस कर जवाब दिया.."हां अब समझ मे आ रहा है.."
"तो क्यू भाई?? आप अभी तक जाने कितनी बार सेक्स कर चुके होते. मुझे तो कुछ समझ मे ही नही आ रहा. आपके पीछे तीन तीन लड़कियाँ पड़ी हैं जो आपको बेइन्तिहा प्यार करती हैं और कभी भी सेक्स के लिए रेडी और सबसे अच्छी बात तीनो को आपस मे सब कुछ पता है और शेयर करने को भी तय्यार हैं, फिर भी..कोई और होता तो अब तक तो ये पाने के लिए कत्ल-ए-आम कर चुका होता."
"सेकेंड जीनियस ऑफ दा हाउस." दिमाग़ की आवाज़ ने चुटकी लेते हुए कहा
"मैं बस खुद को प्रूव करना चाहता हूँ की मैं कुछ टाइम तक खुद को रोक सकता हूँ" अरुण ने कंधे उचकाते हुए कहा.
"कुछ टाइम तक.." सोनिया उसके नज़दीक आ गयी.
अरुण ने हल्के से हँस दिया तो वो और ज़्यादा पास आई और उसके गले मे बाहें डाल कर किस कर लिया, लेकिन फिर दोनो को रियलाइज़ हुआ कि बाकी लोग भी हैं माना कि वो लोग उनकी तरफ ध्यान नही दे रहे. तो वो जल्दी से दूर हट गयी.
फिर सोनिया बाथरूम की तरफ चली गयी. अंदर जाकर तुरंत ही वो बाहर आई और उसकी तरफ आँख मार कर अंदर आने का इशारा कर दिया.
अरुण के चेहरे पर बड़ी सी स्माइल आ गयी. उसे समझ मे आ गया कि वो क्या करना चाहती है. कुछ सेकेंड्स तक तो वो रुका लेकिन फिर बाथरूम की तरफ चल दिया.
"मैं जीतने वाला हूँ, है ना.." अरुण के दिमाग़ की आवाज़ ने कहा
"नोप.." अरुण बोला.
अरुण जल्दी से लॅडीस बाथरूम मे घुसा तो सोनिया एक शवर के नीचे खड़ी होके अपने नंगे बदन पर साबुन लगा रही थी. अरुण को अपने क्यूबिकल मे देखकर उसके चेहरे पर एक सेक्सी स्माइल आ गयी.
उसे देखकर अरुण को रियलाइज़ हुआ, कि ये पहली बार है कि वो उसे ढंग की रोशनी मे देख रहा है. वैसे तो उसने सिर्फ़ उसे चाँद की रोशनी मे ही देखा है. उसकी नज़रें उसके तराशे हुए बदन को निहारने लगी. दूध आरोही से हल्के से बड़े थे. गुलाबी निपल्स को देखकर अरुण के लंड मे झटका लगने लगे.
सोनिया ने उसे देखकर अपनी आँखें बंद कर ली, उसे पता था कि अरुण उसकी बॉडी को ताड़ रहा है. वो धीरे धीरे साबुन के झाग को अपने दूधों पर रगड़ने लगी..अपने हाथ को दोनो दूधों फिर पेट से लेकर नीचे तक ले गयी. चूत के पास जाकर उसने एक उंगली को कुछ सेकेंड्स तक चूत के अंदर किया फिर दोबारा उपर की तरफ चलाने लगी. दूसरे हाथ से एक निपल को पकड़कर ऐंठ दिया फिर उसी उंगली को अपनी चूत मे डाल लिया.
अरुण को चक्कर आने लगा ये देखकर. उसकी बहेन उसके सामने ही मास्टरबेट कर रही है. उसका मन साथ देने को होने लगा.
"अगर अभी मैं ये बात कहता, तो पक्का तू मना कर देता." अरुण के दिमाग़ ने कहा
तुरंत ही, बाथरूम का दरवाजा खुलने की आवाज़ आई और लड़कियों के हँसने की आवाज़ें आने लगी..अरुण ने तुरंत ही एक सेकेंड की भी देर ना करते हुए भागना सही समझा और सिर नीचा करके जल्दी से भाग गया.
अरुण को ऐसे डर कर भागता देख सोनिया की हसी छूट गयी. वो भी जल्दी से नहा कर बाहर निकली. तो अरुण कार मे बैठा सिर स्टियरिंग व्हील पर रखे हुए था. सोनिया जैसे ही उसके पास वाली सीट पर बैठी बहुत तेज़ी से हँसने लगी. अरुण पहले तो उसे गुस्से से देखता रहा लेकिन फिर उसके चेहरे पर भी स्माइल आ गयी.
"तुम दी और आरोही से कम थोड़ी ना हो.."
सोनिया पहले तो हँसी फिर उसके गाल पर किस करके बोली..
"आख़िर बहनें है हम लोग, कुछ तो कामन होगा ना.."
फिर दोनो ऐसे ही हँसते खेलते घर को पहुच गये. अरुण जैसे ही अंदर घुसा तो देखा कि सुप्रिया कुछ कपड़े लिए अपने रूम मे जा रही थी. अरुण को देखकर उसने स्माइल किया लेकिन तुरंत ही उसके हाथ से कपड़े फर्श पर गिर पड़े. तो उसने अरुण की तरफ सेक्सी स्माइल पास करी फिर झुक कर कपड़े उठाने लगी. उसने आज स्कर्ट पहनी थी..तो झुकने के कारण स्कर्ट थोड़ी उपर उठ गयी तो उसकी चिकनी सफेद जांघें अरुण को दिखने लगी. सोनिया भी तभी अंदर आई तो अपने हाथ को मुँह पर रखकर हँसी को रोकने लगी.
अरुण ने एक बार अपने सिर पर हाथ मारा फिर आँखें बंद करके हॉल मे सोफे पर दूसरी तरफ मुँह करके बैठ गया. कुछ ही सेकेंड के बाद सुप्रिया ने नोर्मली कपड़े उठाए और अपने रूम मे चली गयी.
"बेस्ट सिस्टर्स इन दा वर्ल्ड..आइ लव देम.." अरुण के दिमाग़ की आवाज़ बोली
उसके बाद सबने कुछ टाइम के लिए उसे परेशान करना बंद कर दिया. रात तक सब कुछ नॉर्मल ही रहा. डिन्नर करके अरुण ने सबके गालों पर किस करके गुड नाइट कहा तो सोनिया ने भी सबको गुड नाइट कह दिया और दोनो साथ साथ उपर जाने लगे.
"गुड नाइट.." सुप्रिया ने भी उनको कहा लेकिन जिंदगी मे पहली बार उसके चेहरे पर वो स्माइल नही थी जो हमेशा होती थी.
उपर पहूचकर सोनिया ने अरुण का हाथ दबाकर उसे रोक दिया. अरुण ने उसकी आँखों मे देखा तो दोनो मुस्कुराने लगे. सोनिया ने आगे बढ़कर उसके गाल पर किस किया तो अरुण भी किस करने के लिए आगे बढ़ा. सोनिया ने अपना हाथ उसके मुँह पर रख कर रोक दिया. अरुण कन्फ्यूज़ होकर उसे देखने लगा.
"भाई, मैं समझ सकती हूँ कि आप अभी कुछ दिन कुछ करना नही चाहते हो. आइ नो आपके लिए खुद को प्रूव करना कितना इंपॉर्टेंट है. आइ लव और कुछ दिन तो बिना सेक्स के मैं रह ही सकती हूँ ना."
अरुण को उसकी बात सुनकर उसपर और ज़्यादा प्यार आने लगा. उसने बिना कुछ बोले उसे बाहों मे भरकर उठाया और अंदर जाकर रूम लॉक कर दिया. फिर प्यार से उसे बेड पर लिटा दिया और उसे किस करने लगा.
"वाउ.."सोनिया बोली जब अरुण ने उसके माथे, आँखों गालो, हर जगह किस कर दिया.."लगता है आज इंतजार नही करना होगा.."
अरुण ने उसे किस करना चालू रखा, उसके कानो से लेकर उसके गर्दन तक फिर गर्दन से लेकर कंधे तक. सोनिया की हल्की सी खिलखिलाहट और आहें उसके कानो मे रस घोलती जा रही थी. उसने कमर मे हाथ डाल कर उसे हल्का सा उपर उठाया और उसकी टीशर्ट के साथ साथ ब्रा को भी निकाल कर साइड मे डाल दिया.
सोनिया की मस्ती भरी चीख निकल गयी जब अरुण ने जीभ बाहर निकालकर उसके निपल को मुँह मे भर लिया..सोनिया के हाथ अपने आप अरुण के सिर को दबाने लगे तो अरुण उसकी बात समझ गया और अपनी चूसने की स्पीड को बढ़ा दिया और दूसरे हाथ से दूध को दबाने भी लगा. और एक हाथ से उसकी पीठ के नीचे से उपर उठाने लगा..
"आहहा,,उम्म्म्म..आइ लव यू भाई....हाः..उम्म.." सोनिया आह भरकर बोली..
अरुण ने नीचे बढ़ना स्टार्ट किया लेकिन सोनिया ने रोक दिया.."भाई आज मेरी बारी है..." जिसे सुनकर अरुण की आँखें चमक गयी. सोनिया ने जल्दी से उसे लिटा दिया और खुद उसके उपर आ कर लेट गयी. उसने जल्दी से पॅंट और शर्ट को उतार दिया. बॉक्सर के उतारते ही लंड पूरे जोश मे खड़ा हो गया जिसे देखकर सोनिया के चेहरे पर विजयी मुस्कान आ गयी.
"मैं गोआ के बाद से ये करने को तड़प रही थी.."
उसने धीरे से लंड को पकड़ा और अपने मुँह को उसके उपर लेक जीभ को बाहर निकला और सुपाडे पर जीभ फिरा दी. अरुण ने मस्ती मे आँखें बंद कर ली. सोनिया ने भी देर ना करते हुए लंड के उपर अपना मुँह उपर नीचे करना स्टार्ट कर दिया.
माना कि सोनिया उतने अच्छे से नही चूस रही थी जितना अच्छे से बाकी दोनो चूस्ति थी लेकिन उसका चूसने का अंदाज़ अलग था बस यही अरुण के लिए काफ़ी था.
"क्या फ़र्क पड़ता है, कोई भी चूसे..." दिमाग़ के अंदर की आवाज़ ने चुटकी ली
सोनिया चूस्ति रही जब तक उसकी साँस तक नही गयी..फिर उसने मुँह को उपर उठाया और साँस भर के धीरे धीरे चाटने लगी. चुसते चूस्ते वो अरुण की आँखों मे देखने लगी..
कुछ देर बाद उसने अपने शॉर्ट्स और पैंटी को उतार दिया और आगे बढ़कर उसके कंधे पर अपने हाथ रख दिए और उसके लंड के उपर अपनी कमर को ले गयी. अरुण ने उसकी कमर को पकड़कर उसे सहारा दिया हुआ था.
जैसे जैसे उसके लंड और उसकी चूत का मिलन हो रहा था..सोनिया ने अरुण की आँखों मे देखते हुए कहा.."आइ वॉंट टू बी युवर्ज़, भाई, हमेशा के लिए..आइ लव यू.." और फिर अपनी कमर को पूरा लंड पर धसा दिया. दोनो की आहें निकल गयी इस मिलन से.."आइ लव यू टू, गुड़िया.." अरुण ने उसे किस करने से पहले कहा. सोनिया ने अपना चेहरा नीचे करके अरुण के निपल्स पे जीभ फिराने लगी और साथ मे अपनी कमर को भी उपर नीचे करती रही.
"मैं सिर्फ़ आपकी और आपकी ही रहना चाहती हूँ..हुहह.." सोनिया बोलती रही. अरुण ने अपने धक्के तेज कर दिए और उसके निपल्स को प्यार करने लगा..
"मैं सिर्फ़ आपके लंड को चूसना चाहती हूँ...सिर्फ़ आपके.." गहरी साँस लेते हुए सोनिया बोली..
सोनिया ने कमर को पूरा उपर किया फिर तुरंत ही नीचे किया तो अरुण की आह निकल गयी..
"ओह..माइ..गॉड..उम्म.." अरुण मस्ती मे बोला.
"मैं चाहती हूँ आप जब भी मुझे प्यार करो हमेशा मेरे अंदर अपना कामरस डालो...आइ वॉंट यू आंड ओन्ली यू..आहूहम्म्म्मम..." कमरे मे सिर्फ़ चप चॅप की आवाज़ आ रही थी.
अरुण के लंड ने अंत मे स्पर्म छोड़ ही दिया और उसने सारा का सारा गर्म स्पर्म सोनिया की चूत के अंदर डाल दिया. उस गर्म गर्म स्पर्म के अहसास से सोनिया भी झड़ने लगी और दोनो एक दूसरे को सहलाते हुए एक ही बात बार बार बोलने लगे.."आइ लव यू. आइ लव यू.." क्लाइमॅक्स के बाद दोनो पस्त होकर बिस्तर पर गिर पड़े. अरुण वैसे ही सोनिया को अपनी छाती पर रख रखे सो गया.
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