RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
"मुझे पहले से ही सब पता था...जब आप और सुप्रिया दी ने वो हेल्प...उसी टाइम मैं भी पानी पीने अंदर आई थी और सुप्रिया दी कही नही दिखी तो मैं उपर अपने रूम मे जाने लगी. उसी वक़्त आपके कमरे से मुझे कुछ आवाज़ें सुनाई दी. तो मैने कान लगा कर सुन लिया वैसे कान लगाने की भी ज़रूरत नही थी..आप लोग इतनी आवाज़ कर रहे थे कि आराम से नीचे तक सुना जा सकता था..."
अरुण के चेहरा पर लाल रंग के कयि शेड्स उभरने लगे..
"वैसे तो मैं ये बात आपको अच्छे तरीके से परेशान करने के लिए यूज़ करने वाली थी..बट माइ बॅड लक आंड युवर गुड लक कि मुझे कभी मौका ही नही मिला. उसके बाद वो क्लब वाला सीन हो गया आंड आइ रीयलाइज़्ड दट आइ लव यू सो मच.." सोनिया ने हंस कर कहा और दोबारा किस करने लगी..
अरुण बेचारा किसी गुँगे आदमी की तरह पड़ा हुआ था..उसे समझ नही आया कि इस इन्फर्मेशन का करे तो क्या करे..
"और ट्रिप पर..., जब आरोही आकर आपकी गोद मे बैठ गयी थी..आपके चेहरे से आपकी हालत बहुत अच्छे तरीके से समझी जा सकती थी..उसके बाद मेरी नज़र वैसे भी आपके उस पर पड़ी..और फिर हमारी स्पेशल नाइट के बाद शवर मे से आती आवाज़ों ने मेरा शक कन्फर्म कर दिया...हीही" सोनिया ने खिलखिलाते हुए कहा...
अरुण सोचने लगा कि अब वो सफाई कैसे दे इस बात की..
"आंड भाई..यू डोंट हॅव टू वरी. आइ'म नोट जेलस..मुझे बाकी लोगो से कोई प्राब्लम नही है..उपर से मैं अकेली थोड़ी ना आपकी बहेन हूँ. बाकी सब का भी आपके उपर उतना ही हक़ है जितना कि मेरा.." सोनिया ने आँख मारते हुए कहा.."इनफॅक्ट, आइ'म हॅपी कि मेरे भाई के दिल मे इतना प्यार है सबके लिए.."
"बट आइ लव यू नाउ.. यस भाई मैं अब आपसे प्यार करने लगी हूँ और वैसा प्यार जो एक बहेन भाई के रिश्ते से बढ़कर है..मेरी सुबह तब तक नही होती जब तक मैं आपको ना देख लूँ..और रात तभी होगी जब तक मैं आपको महसूस ना कर लूँ.." सोनिया ने ये कह कर उसकी छाती को बेतहाशा चूम लिया..
"मैं जानती हूँ कि पहले मैने काफ़ी तंग किया है आपको, बट नाउ आइ लव यू मोर दॅन तट. मैं बस आपकी होकर रहना चाहती हूँ. मुझे किसी और की कोई ज़रूरत नही है...मैं आपसे शुरू और आप ही पर ख़त्म होना चाहती हूँ. हां..मुझे बाकी दी लोगो से कोई प्राब्लम नही है..लेकिन अगर मैने आपको इस घर के बाहर किसी और के साथ देख लिया ना, तो देख लेना मैं पहले वाली सोनिया बन जाउन्गी.."
अरुण की आँखों मे आसू आ गये ये सुनकर और उसने कसकर सोनिया को अपने उपर कर लिया और होठों को चूमने लगा...इस समय वो बस सोनिया को देख रहा था, उसी को सुन रहा था, उसी को महसूस कर रहा था..बाकी सब एक स्लो मोशन मे चल रहा था...एक ही अहसास उस पर छाया हुआ था...सोनिया....सोनिया....सोनियाअ..
जब साँस लेना मुश्किल हो गया तो दोनो अलग हुए और सोनिया ने अपना चेहरा उसके सीने मे छुपा दिया.
"प्लीज़ कुछ भी करना बट पुरानी वाली सोनिया मे कॉनवर्ट मत होना.." अरुण ने एक नॉटी स्माइल के साथ कहा..
तो सोनिया उसके सीने पर अपनी नाक रगड़ने लगी.."ष्ह्ह्ह...कभी नही..बस आप ऐसे ही मुझे प्यार करते रहो....वी विल ऑल्वेज़ कंप्लीट ईच अदर.."
इसके बाद अरुण काफ़ी देर तक उसके सिर को सहलाता रहा और सोनिया ऐसे ही लेटे लेटे उसके सीने को चूमती रही..फिर वो नहाने वग़ैरह के लिए अपने रूम चली गयी.
कुछ मिनिट बाद अरुण ने अपना गेट खोला तो सोनिया कुछ कपड़े लेकर नीचे उतर रही होती है. तो अरुण जल्दी से नीचे उतरा और पीछे से उसकी कमर मे हाथ डाल कर अपनी बाहों मे उठा लिया..फिर उसे साइड की दीवार से लगाकर पहले उसकी गर्दन चूमि, फिर अपने होठों को उपर बढ़ाकर उसके कानो मे गुदगुदी करने लगा...वहाँ से गाल और फिर दोनो की जीबे आपस मे प्यार करने लगी..अरुण ने आगे बढ़कर उसके दूधों को अपने सीने पर महसूस किया तो और मस्ती मे किस करने लगा..
प्यार भरे कुछ मिनटों के बाद अरुण ने उसे नीचे उतारा और अपनी पकड़ ढीली कर दी..
"सॉरी, आइ कॅंट कंट्रोल इट..यू मेक मी...सो..." अरुण बोल रहा था...
सोनिया एक दम से उछल कर उसकी गोद मे चली गयी और दोबारा उनके मुँह किसी चुंबक की तरह आपस मे जुड़ते चले गये..फिर कुछ मिनटों बाद अरुण ने उसे नीचे किया...
"आइ नो..भाई.." उसने मुस्कुरकर कहा और फिर सीढ़ियों पर पड़े कपड़े उठाकर बाथरूम चली गयी..
अरुण ने हॉल की खिड़की से बाहर देखा तो अभी बहुत ज़्यादा टाइम नही हुआ था..यानी कि बाकी सब सो रहे होंगे..
"चले, कन्फर्म करते हैं...आइडिया...अपना लंड लगा के देखना गान्ड मे जो भी हिलेगा वो सोने की आक्टिंग कर रहा होगा..जीनियस, आइ आम." अरुण के दिमाग़ की आवाज़ ने कहा
"यार कभी तो कोई बात सेक्स के अलावा भी कर दिया करो...नॉर्मली तुम्हारे आइडियास परवरटेड होते हैं लेकिन आज..इट वाज़ यक.." अरुण सोफे पर बैठते हुए सोचने लगा..
"चूत कभी भी यक नही होती..इट'स टेस्टी माइ बॉय...आहह..उम्म्म...स्लूर्प्प..उम्म." अरुण के दिमाग़ की आवाज़ ने चटखारे लेकर कहा
अरुण ने उसे इग्नोर करते हुए टीवी ऑन की तो टीवी पर म्यूज़िक चॅनेल ऑन था और भीगे होठ तेरे गाना आ रहा था..
"देख...यहाँ भी सब चूत के पीछे पड़े हैं..चल ना..मान जा ना..." अरुण के दिमाग़ की आवाज़ ने कहा
"यार, अभी मुस्किल से 3 घंटे हुए होंगे.." अरुण ने घड़ी की तरफ देखते हुए कहा..
"तो.." उसके दिमाग़ ने कहा
"तो...यार आदमी हूँ...कोई कृष या सूपरमन थोड़ी ना हूँ..आराम की ज़रूरत होती है बंदे को..मरना थोड़ी ना है.." अरुण ने आह भरते हुए कहा..
"चूतिया साला..सुना नही किसी महान आदमी ने कहा है..आराम हराम है..और वैसे भी जब तू मर जाएगा तब आराम कर लेना..अब जल्दी से पीछे मूड चाहे तो बाथरूम मे जा नही तो सामने रूम मे जा दो दो चूत तय्यार पड़ी हैं..." दिमाग़ की आवाज़ ने फिर कहा
"इतनी क्या आग है भाई..." अरुण थोड़ा झल्लाते हुए सोचता है.
"अरे जा ना, क्यू इतने नखरे कर रहा है.." अरुण के दिमाग़ की आवाज़ ने फिर से कहा
अरुण बार बार की बात से परेशान हो गया तो उसने सोचा आज फ़ैसला हो ही जाए..."नही दिक्कत क्या है..चलो मैं जाके अभी वो कर लूँगा जो तुम कह रहे हो..लेकिन इस सबसे फ़ायदा क्या है..?"
"आर यू सीरियस्ली आस्किंग मी दिस क्वेस्चन कि इस सबका फ़ायदा क्या है..??" उसके दिमाग़ ने फिर पूछा
"यॅ, मुझे जानना है.." अरुण ने कहा
"चबन्नी हट गयी क्या...चूत के अंदर ये लॉडा घुसाने से जो फ़ायदा होता है वही फ़ायदा है.." दिमाग़ की आवाज़ ने जबाब दिया
"नही मैं बस ये जानना चाहता हूँ...मेरे ये सब करने से तुम्हे क्या मिलता है..तुम क्यू इतना फोर्स करते रहते हो मुझे..?" अरुण ने दिमाग़ की आवाज़ से पूछा
"चूत..चूत मिलती है मुझे.." अरुण के दिमाग़ की आवाज़ ने कहा
"तो एक तरीके से तुम चाहते हो कि हम दोनो को सिर्फ़ और सिर्फ़ चूत ही मिलती रहे?" अरुण ने फिर पूछा
"नही, सिर्फ़ चूत नही..लेकिन चूत मेरी लिस्ट का टॉपेमोस्ट आइटम है..हाहाहा" दिमाग़ के आवाज़ ने जबाब दिया
ये सुन के अरुण की आँखें चौड़ी हो गयीं..
"एक सेकेंड, यू हॅव आ लिस्ट..मतलब एक लिस्ट है तुम्हारे पास कि क्या हमें यानी कि तुम्हे चाहिए?" अरुण ने चौकते हुए दिमाग़ की आवाज़ से पूछा
"यस, बेटा जी. देखो नंबर. 1 इस चूत. अब जल्दी से जाओ..या तो दो की एक साथ ले लो नही तो बाथरूम मे घुस जाओ..वो पक्का तुम्हे कभी मना नही करेगी...शी लव्स अस ड्यूड, मीन्स यू..शी लव्ज यू.." अरुण के दिमाग़ ने जबाब दिया
"शांत शांत, लिस्ट पर वापस आओ..पहली चूत आंड सेकेंड..??" अरुण को पक्का यकीन था कि सेकेंड क्या पूरी लिस्ट मे सिर्फ़ और सिर्फ़ चूत ही भरी पड़ी होगी..लेकिन आवाज़ ने एक पल की भी देरी ना करते हुए बता दिया..
"सेकेंड नंबर है सभी को प्रेग्नेंट करना..जिस से कि वो सभी हमारी होकर रहेंगी..वेल टेक्निकली ये नंबर 2 नही है लेकिन नंबर2 पाने का यही तरीका है.." अरुण के दिमाग़ ने जबाब दिया
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