RE: behen sex kahani मेरी तीन मस्त पटाखा बहनें
मुझे होश ही नहीं था की कब तक दीदी ने गांड हिला हिला कर चुदवाया और कब वो भी झड़ गई लेकिन मजा बहुत आया और जब मैं होश में आया तो दीदी सुकून से मेरा लंड अपनी गांड में लिए हुए मेरे नीचे पड़ी हुई थी।
"बस भाई अब तो खुश हो ना जैसा तुम चाहते थे मैंने बिलकुल वैसे ही चुदवाया है आज, अब तो जाऊँ मैं। मजा तो कर लिया ना तुमने और भाई सच तो ये है की मुझे भी तब बहुत मजा आता है जब तुम्हारा लंड मुझे दर्द देता है, जब तुम जज़बाती होकर मेरी चुदाई करते हो, सच दिल करता है की तुम्हारा लंड मेरी गांड फाड़ दे उफ्फ्फ्फ़ भैया आई लव यू सच बहुत मजा आया मुझे" दीदी बोली और मुझे चुम लिया।
फिर दीदी ने उठ कर अपने कपड़े पहने और एक बार फिर मुझे किस करके अपने रूम में चली गई और मैं भी अपना लोअर पहन कर बेड पर लेट गया।।।।।।।।।।।।।।।
इस तरह दीदी की गांड मारने की जो शुरुआत हुई तो उसके बाद लगभग मैं दो महीनो तक दीदी की गांड मारता रहा लेकिन अभी तक दीदी ने मुझे अपनी चूत चोदने का मौका नहीं दिया था जब भी मैं उनकी चूत चोदने को कहता वो कोई ना कोई बहाना बना देती।
अगले महीने मेरे बर्थडे पर दीदी ने मुझे प्यारा परफ्यूम गिफ्ट किया और हम लोग मेरा बर्थडे सेलिब्रेट करते रहे।
पता ही नहीं चला की कब रात के १२ बज गए तो सभी अपने अपने रूम में सोने के लिए चले गए मैं और दीदी सोने के लिए ऊपर अपने रूम में आने लगे तो राखी दीदी के साथ सोने के लिए साथ आने लगी तो दीदी ने उसे मना कर दिया की आज मैं थकि हुई हूँ तुम कल मेरे साथ सोना।
मैने सोचा की दीदी आज थकि है तो आज शायद कुछ नहीं होगा खैर कोई बात नहीं वैसे भी हम रोज रात ही सेक्स करते थे तो एक रात नहीं भी करते तो फरक नहीं पड़ने वाला था।
उपर आकर जब मैं दीदी को गुड नाईट कह कर अपने रूम में जाने लगा तो दीदी ने मुझे अजीब नजरो से देखा।
"उधर कहाँ जा रहे हो? चलो मेरे रूम में आओ" दीदी बोली और अपने रूम की तरफ बढ़ गयी।
मै भी दीदी के पीछे उनके रूम में आगया और बेड पर बैठ गया जबकि दीदी बाथरूम में चली गई और कुछ देर बाद जब वापस आयी तो बहुत सेक्सी मूड में थी क्योंकि वो बहुत सेक्सी स्टाइल से चल रही थी और बहुत सेक्सी नजरो से मुझे देख रही थी और उसने ड्रेस भी बहुत सेक्सी पहन रखी थी।
मैं दीदी का इशारा समझ गया और दरवाजा बंद करके भाग कर दीदी के पास आया और उसे बेड पर पटक कर किस्स करने लगा।
"नही आज तुम कुछ नहीं करोगे जो करना है मैं करुँगी, ओर अभी तुम अपनी आँखे बंद करो" दीदी मुझे अपने ऊपर से हट' ते हुए बोली।
"ओके" मैं बोला और मैंने अपनी आँखे बंद कर ली।
दीदी ने पास पड़ा उसका दुपट्टा उठाया और मेरी आँखों पर बांध दिया फिर मेरे सारे कपड़े उतार दिए मैं दीदी के सामने नंगा पड़ा था और रूम की लाइट भी ऑन थी फिर दीदी ने अपने भी कपड़े उतार दिए और मुझे माथे पर किस्स किया और फिर वो नहीं रुकि और मेरे सारे बदन पर किस्स करने लगी सिर्फ लंड पर किस्स नहीं किया और फिर दीदी ने अपना एक बूब मेरे मुँह में डाल दिया।
|