RE: Chudai kahani एक मस्त लम्बी कहानी
मेरा जैसा मूड हो मैं उसको बता देता हूँ, वो लड़की भेज देता है। अक्सर जैसी फ़र्माईश की जाती है, वो अरेन्ज कर देता है।" वो बोली-"प्लीज चाचु आज बुला लीजिए ना। मैंने कभी कौल्गर्ल नहीं देखी।" मैंने कहा-"पर मैं तो तुम्हारे बारे में सोच कर न कह रहा था, तुम क्या समझोगी मुझे अगर मै घर पे लड़की बुला लूँ तब, न ये ठीक नहीं होगा, तुम्हारे रहते"। पर अब जिद कर बैठी। शनिवार का दिन था, बोली आज वो कौलेज नहीं जायेगी, अगर मैंने हाँ नहीं कहा। करीब एक घन्टें बाद मैने कह दिया, "ठीक है, पर..."। वो तुरन्त मेरा फ़ोन लायी, कौल-बैक किया और स्पीकर औन कर के सामने बैठ गई। मैं कह रहा था-"हाँ सुरी, भेज देना आज ८ बजे, कोई ठीक-ठाक, घरेलु टाईप भेजना, पर नई भेजना, रचना या पल्लवी नहीं"। सुरी बोला-"नई वाली सही है सर, रेट थोड़ा ज्यादा लेगी, पर मस्त माल है। आप उसकी लाइफ़ के पहले १० कस्टमर में होंगे। मेरे से पहली बार बुक हो रही है। इसी साल +२ किया है, और यहाँ पढ़ाई के लिए इस शहर में आई तो हौस्टल से उसको रोजी मेरे पास लाई। दिखने में तौप क्लास चीज है सर, एक दम मस्त सर, मैंने कभी गलत सप्लाई आपको किया आज तक। ३४-२३-३६ है सर, एक दम टाईट।" मैंने रेट पूछा, तो उसने ५५०० कहा, फ़िर ५००० पर बात पक्की हुई। अचानक मुझे थोड़ा मस्ती का मूड हुआ, मैने कहा-"सुरी, कहीं वो छुई-मुई तो नहीं, जरा उससे बात करवा सकोगे पहले?" वो बोला-"नहीं सर घरेलु है, पर मस्त है, खुब मस्ती करती है, एक बार मैने भी टेस्ट किया है उसको, तभी तो आपको कह रहा हूँ। उसको मैं आपका नम्बर दे देता हूँ।" करीब १० मिनट बाद मेरा फ़ोन बजा, तो मैने स्पीकर औन कर के हैल्लो किया। उधर से वही लड़की बोली-"जी, मेरा नाम रागिनी है, सुरी साहब ने मुझे आपसे बात करने को कहा है।" मैंने गंभीर आवाज में कहा-"हाँ रागिनी, आज रात तुम्हारी मेरे साथ हीं बूकिंग है। असल में मै तुमसे एक बात जानना चाहता हूँ, तुम तो नई हो। सुरी जो पे करेगा तुम्को वो तो ठीक है, पर क्या तुम्हें ऐतराज होगा, अगर मेरे साथ कोई और भी हो तो। मैं एक्स्ट्रा पे करूँगा। थोड़ी चुप्पी के बाद बोली-"दो के साथ कभी किया नहीं सर"। मेरे मन में शैतान घुसा था, कि आज जब सानिया साली खुद मुझे रन्डी बुलाने को कह रही है, तब आज उसको दिखाया जाए की रन्डी चोदी कैसे जाती है। मैं प्लान बना रहा था, कहा-"अरे नहीं, वैसा नहीं है, करना तुम्हें मेरे साथ हीं होगा। असल में एक लड़की मेरे साथ होगी, वो देखेगी सब जो तुम करोगी।" मैं ये सब बोलते हुए सानिया की तरफ़ देख रहा था। उसके चेहरे पे शुकुन था, जैसे मैंने उसके मन की बात की हो। रागिनी अब थोड़ा रीलैक्स हो कर कहा-"कोई फ़ोटो-वोटो नहीं होगा ना?" मैंने कह-"बिल्कुल नहीं"। वो राजी हो गई, फ़िर पूछी-"सर आपको कोई खास ड्रेस पसंद हो तो?" मैंने कहा-"नहीं, जो तुम्हें सही लगे।", और कुछ याद करके पूछा-"रागिनी, बुरा मत मानना, पर तुम्हारी चूत साफ़ है या बाल है?" वो बोली-"जी बाल है, करीब महीने भर पहले साफ़ किया था, फ़िर अभी तक काम चल रहा है। सुरी सर ने भी कहा कि जब तक कोई औबजेक्ट न करे मैं ऐसे हीं रहने दूँ। आप बोलेंगे तो साफ़ करके आउँगी।" मैंने खुश हो कर कहा-"नहीं-नहीं, तुम जैसी हो वैसी आना।
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