RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
सोनू चाहता तो वही के वही उसे चूम लेता,
पर उसकी हिम्मत ही नही हुई...
हालाँकि सोनिया इसके लिए बिल्कुल तैयार थी.... पर ये सोनू नही जानता था.
सोनू नीचे उतार आया और बोला : "रूको, मैं उसे थोड़ा उँचा कर देता हूँ ....''
इतना कहकर उसने न्यूसपेपर्स का एक बंडल उठा कर टेबल पर रख दिया....अब सोनिया को दूसरी तरफ का सॉफ दिखाई दे रहा था..
उसके बाद दोनो नीचे आ गये.
सोनिया उसे बार-2 छेड़ती रही की आज तो तेरे मज़े होने वाले है... वगेरह..वगेरह...
शाम को ठीक 6 बजे तनवी आ गयी.
अब असली खेल शुरू होने वाला था.
दरवाजा सोनिया ने ही खोला था...
और सच में ,वो आज ऐसे बन कर आई थी, जैसे किसी डेट पर आई हो...
उसके चेहरे की खुशी सब बयान कर रही थी की वो आज कितनी खुश है...
सोनू के साथ हुए पिछली बार के एनकाउंटर के बाद तो उसे पूरा विश्वास था की आज बात बहुत आगे तक जाएगी...
तन्वी ने एक ब्लेक कलर की सिंगल ड्रेस पहनी हुई थी, जो उसकी जाँघो तक आ रही थी...
भले ही उसकी चुचियाँ काफ़ी छोटी थी, पर उसने पुशअप ब्रा की मदद से जितना हो सकता था, उन्हे उपर की तरफ उभारा हुआ था.. जिसकी वजह से लाइफ में पहली बार सोनिया ने उसकी क्लिवेज देखी...
सच में वो काफ़ी सेक्सी बन कर आई थी.
उसने एक पाउट बना कर एक सेक्सी सा पोज़ मारा और सोनिया से पूछा : "कैसी लग रही हूँ मैं जानेमन...''
सोनिया को अंदर से तो इस वक़्त काफ़ी जलन सी हो रही थी, पर फिर भी मुस्कुरा कर उसने कह दिया : "वाव.... सेक्सी....''
ये सुनकर वो मुस्कुरा दी.. और बोली : "थॅंक्स.... और कहाँ है वो हीरो....''
सोनू के बारे में पूछते हुए उसके चेहरे पर एक अलग ही चमक आ गई..
सोनिया देखा की उसकी नन्ही ब्रेस्ट के उपर लगे निप्पल सॉफ चमकने लगे थे...
यानी वो काफ़ी एक्साईटिड थी इस वक़्त...
सोनिया ने इशारा करके कहा की उपर है....
तन्वी लगभग भागती हुई सी उपर की तरफ चल दी..
और जाते-2 उसे थेंक्स भी कहा... उसकी अंडरस्टॅंडिंग और सपोर्ट के लिए..
उधर दरवाजा बंद करके वो अंदर घुसी, इधर सोनिया लंबी छलांगे मारती हुई स्टोर रूम तक गयी और बड़े ही आराम से दरवाजा खोलकर अंदर आ गयी... और पहले से तैयार रखे अपने मंच पर जा चढ़ी..
अंदर झाँककर जब उसने देखा तो उसके होंठ काँप गये...
वो दोनो एक गहरी हग में डूबे हुए थे....
शायद अंदर आते ही तनवी से सब्र नही हुआ और उसने सोनू को गले से लगा लिया...
सोनू भी उसे इतने सेक्सी कपड़ो में पहली बार देखकर काफ़ी खुश हुआ...
भले ही उसकी ब्रेस्ट काफ़ी छोटी थी, पर उसका निचला हिस्सा काफ़ी सेक्सी था....
उसके हिप्स और चर्बी चढ़ी जाँघे काफ़ी मस्त लग रही थी...
दोनो एक दूसरे को अपनी बाहों में दबा कर एक दूसरे का रस निचोड़ने में लगे थे...
और जल्द ही उन दोनो ने एक दूसरे को चूमना शुरू कर दिया..
उनकी किस्सिंग करने का तरीका एकदम जंगली था...
जैसे लाइफ में पहली और आख़िरी बार किस्स करने को मिल रही है..
किस्स करते-2 वो बड़बड़ा भी रही थी..
''ओह सोनू....... उम्म्म्ममममम अहह ..... उफफफफफफ्फ़''
रोशनदान से ये सब देख रही सोनिया की बाजू पर ऐसा लगा की कोई चिंटी है...
उसने जब मसला तो कुछ नही था...
और फिर धीरे-2 उसके पूरे शरीर में ऐसा महसूस होने लगा की चिंटियाँ रेंग रही है...
बाद में वो समझी की ये उत्तेजना का असर है, अपने भाई को ऐसे किसी लड़की के साथ किस्स करते देखकर उसके शरीर पर चिंटियाँ रेंग रही थी...
सोनू के हाथ उसके शरीर पर घूमने लगे... वो उसकी ड्रेस को खींचकर उपर करने लगा..
तनवी तो कब से इस पल के लिए तड़प सी रही थी....
उसने भी सोनू का साथ दिया और कुछ ही देर में तनवी जन्मजात नंगी उसके सामने खड़ी थी..
लड़की चाहे पतली हो या मोटी, नंगी होने के बाद उसकी सुंदरता का कोई मुकाबला ही नही होता...
यही तनवी के साथ भी था...
उसे अपने सामने नंगा देखकर एक पल के लिए तो सोनू भी आँखे झपकाना भूल गया..
वो अपनी कमर पर हाथ रखकर, बड़ी बेशर्मी से कंप्यूटर टेबल के साथ खड़ी थी....
तनवी बोली : "क्यो.... कैसी लगी....''
सोनू अपने लंड को मसलता हुआ बोला : "हॉट एंड सेक्सी.....''
और एकदम से झपटकर उसके करीब आया और उसे दबोच लिया.... और एक बार फिर से दोनो के बीच स्मूचीन्ग वाला खेल शुरू हो गया..
''अहह सोनू....... उम्म्म्ममममममममम सक्क मी..... सक माय टिट्स....''
सोनू ने उसे सोनिया के बेड पर लिटा दिया...
क्योंकि उसका बेड तो दीवार के बिल्कुल नीचे था, वहां लिटाता तो झरोखे से सोनिया को कुछ ना दिख पाता...
सोनिया उसके दिमाग़ की दाद देती हुई उन दोनो का खेल देखने लगी..
सोनू ने उसे बेड पर लिटाकर उसकी उभर रही नन्ही छाती को अपने हाथों से मसला...
उसके निप्पल्स को अपनी उंगलियों से कचोटा...
और उन्हे खींचकर बाहर की तरफ उमेठ दिया.
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