RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
उसके मासूम से चेहरे को देखकर और उसके अंदर चल रहे अंतर्द्वंद को समझकर सोनू का दिल पसीज गया.... वो उसके साथ वाली चेयर पर बैठ गया और अपनी एक बाजू उसके पीछे से लेजाकर उसे अपनी तरफ खींच लिया और उसे अपने सीने में समेट कर हग कर लिया... और बोला : "आई एम सॉरी दी.... आई थिंक तुम सही कह रही हो.... हमें इन सब बातों की चिंता नही करनी चाहिए...''
उसकी बात सुनकर सोनिया का चेहरा खिल उठा...वो उछल पड़ी और बोली : "सच.... वाउ .... मुझे खुशी है की तू मेरी बात समझता है...''
सोनू : "यस ... मैं तो समझ गया ... पर माँ - पापा .... उनके सामने भी क्या तुम ऐसे ही ...''
सोनिया : "पागल है क्या..... मुझे माँ का लेक्चर नही सुनना, वरना वो तो मुझे कल ही वापिस बुला लेंगी.... और मैने तो अभी कॉलेज लाइफ भी देखनी है वहाँ की....''
वो जैसे कहीं खो सी गयी.... सोनू समझ गया की वो इस वक़्त खुली आँखो से आने वाली लाइफ के सपने देख रही है...
और सपने तो सोनू भी देखने लग गया... जो बातें सोनिया ने कही थी, उनके बारे में सोचकर उसके दिल मे गुदगुदी सी हो रही थी... और वो जानता था की अब उसकी लाइफ में बहुत कुछ बदलने वाला है...
कुछ ही देर में दोनो अपने-2 बेड पर जाकर सो गये... सोनिया को हमेशा से ही लाइट बंद करके सोने की आदत थी और सोनू को लाइट जलाकर..इसलिए अक्सर दोनो मे बहस होती थी...
पर इस बार जब से सोनिया वापिस आई थी, सोनू उस बात को लेकर झगड़ा ही नही...
सोनिया ने लाइट ऑफ की और उछलकर अपने बिस्तर में घुस गयी...
सोनू उसकी तरफ करवट लेकर सोया हुआ था, खिड़की से आ रही हल्की चाँदनी में उसे अपनी बहन का उठता-गिरता सीना सॉफ नज़र आ रहा था...उसने अपने दिल को लाख समझाया पर उसकी नज़रें वहां से हटी ही नही...
हल्की चाँदनी में उसका मासूम सा चेहरा कितना प्यारा लग रहा था...
अगर वो उसकी बगल में सो रही होती तो वो उसके माथे को चूम लेता....
या शायद होंठों को.......
उसके होंठों को चूमने का ख्याल आते ही उसने अपने सिर को झटका दिया.... और मन ही मन बड़बड़ाया 'नही नही... वो मेरी बहन है... ऐसे कैसे मैं उसके लिप्स पर किस्स कर सकता हूँ .... ये तो बिल्कुल ग़लत है...'
और शायद इस बार उसने कड़ा दिल करके ये बात कही थी, इसलिए उसकी नज़रें उसकी बात मानकर नीचे झुक गयी....बंद हो गयी...
वो सोने की कोशिश करने लगा... पर कुछ ही देर में सोनिया को उसके बिस्तर में कसमसाते देखकर वो एक बार फिर से टकटकी लगाकर देखने लगा... उसे लगा था की वो सो चुकी है...पर वो जाग रही थी.
उसकी नज़रें सोनू की तरफ ही थी... सोनू के बेड पर घुप्प अंधेरा था... पर फिर भी सोनू ने अपनी आँखे भींच कर इतनी बंद कर ली की वो दिख भी रहा होता तो सोया हुआ ही लगता...वो सोनू को ही देख रही थी,शायद ये देखने की कोशिश थी की वो सो गया है या नही...
कुछ देर तक उसे देखते रहने के बाद सोनिया का हाथ चादर के अंदर चला गया...और फिर धीरे-2 उसका पूरा शरीर लहराने लगा... जैसे समुंदर में लहरे उठती है,ठीक वैसे ही...
एक पल के लिए तो सोनू को लगा जैसे उसकी तबीयत खराब हो रही है... वो काँप सी रही थी... उसके मुँह से अजीब सी आवाज़ें निकल रही थी.... वो उठकर उसके करीब जाने ही वाला था की उसके मुँह से एक तेज सिसकारी निकली...
''सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स..... आआआहह.....''
और ये ठंडी सी सिसकारी ऐसी थी की उसे सुनकर सोनू समझ गया की वो क्या कर रही है...
वो मास्टरबेट कर रही थी...
यानी उसकी बहन, उसी के सामने अपनी चूत में उंगलियाँ डालकर मुठ्ठ मार रही थी...
उसके मास्टरबेशन की कल्पना मात्र से ही सोनू का शरीर काँप उठा.... वो एकदम ठंडा सा पड़ गया... उसके दिल की धड़कने इतनी ज़ोर-2 से चलने लगी मानो वो सीना फाड़कर बाहर आ जाएँगी...
सोनू ने ज़ोर से अपनी आँखे मूंद ली, पर उसकी बहन की एक और सिसकारी ने उसे आँख खोलने पर मजबूर कर दिया... वो पूरे उन्माद में आकर अपनी चूत को मसल रही थी....
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