RE: bahan ki chudai ग़लत रिश्ता ( भाई बहन का )
सोनू झिझकता हुआ सा किचन की तरफ आया और वहां पड़ी एक चेयर पर बैठ गया...सोनिया ने उसके लिए भी जूस डाल दिया..सोनू भी जूस पीते हुए अपनी बहन को और करीब से देखने लगा..
वो बड़े ही इत्मीनान से अपना जूस पी रही थी.
पर उसकी नज़रें सोनू पर भी थी, वो अपने भाई की नज़रों की चुभन को सॉफ महसूस कर पा रही थी और ऐसा करते हुए उसके चेहरे पर एक शरारती स्माइल भी थी..
"क्या देख रहे हो सोनू....सब ठीक है ना....''
सोनिया की ये बात सुनकर वो हड़बड़ा सा गया...उसके मुँह में गया जूस एकदम से बाहर निकल आया... सोनिया ने जैसे उसकी चोरी पकड़ ली थी , उसकी ऐसी हालत देखकर सोनिया की हँसी निकल गयी और वो खिलखिलाकर हंस पड़ी..
सोनू की समझ में नही आ रहा था की उसे हुआ क्या है...
कुछ देर बाद जब वो हंसी थमी तो वो बोली : "ओह्ह्ह माय गॉड ....आई कांट बिलिव इट.... मेरा भाई मुझे चेक आउट कर रहा था..... हा हा ''
सोनू एकदम से बौखला सा गया....वो बोला : "अर्रे.... न.... नही तो.... ऐसा कुछ नही है.... वो तो मैं बस......आई वाज़ जस्ट....''
बेचारे से बोला ही नही गया....और उसे ऐसे हकलाता हुआ देखकर वो एक बार फिर से हंस पड़ी..
''हा हा .... ओ मेरे भोले भाई...... तुमसे तो झूट भी नही बोला जाता....''
और फिर अचानक उसके चेहरे पर गम्भीरता वाले एक्शप्रेशन आ गये और वो ग्लास को काउंटर पर रखकर उसके पास आकर खड़ी हो गयी....सिर्फ़ 2 फुट की दूरी पर...अब तो सोनू और भी करीब से उसके उठे हुए निप्पल के इंप्रेशन देख पा रहा था...और उसकी टाँगो की चिकनाई देखकर ऐसा एहसास हो रहा था जैसे वो काँच की बनी है...एकदम स्मूथ और गोरी-गोरी...
सोनिया : "तुम्हारे कहने का मतलब ये है की तुम मुझे नही देख रहे थे....क्या मैं हॉट नही हूँ .... ऐसे देखकर तुम्हे कुछ नही हो रहा क्या....''
एकदम से अपने उपर ऐसा प्रहार होता देखकर उसकी तो सिट्टी पिटी गुम हो गयी.... ये कैसा सवाल पूछ रही है उसकी बहन... जिसका जवाब वो ना तो हाँ में दे सकता है और न ही ना में ..
सोनू : "पर...पर ये तुम मुझसे क्यो पूछ रही हो..... और ऐसी ड्रेस में ... क्यो.... तुम घूम रही हो घर में ...''
उसने बोल तो दिया पर अंदर ही अंदर वो जानता था की अपनी बहन को ऐसी ड्रेस में देखकर उसे कितना मज़ा आ रहा है...
वो उसके और करीब आई और सिप लेकर उसकी आँखो में झांकती हुई बोली : "क्यों .... इसमें क्या प्राब्लम क्या है....''
वो फिर से हकला गया...उसका गला चॉक हो गया
"देखो....दी....ये...मेरा मतलब... मॉम या डेड देखेंगे तो वो क्या बोलेंगे....''
सोनिया : "और तुम.... तुम्हे तो बुरा नही लग रहा ना...''
सोनू : "वो...मैं ..... आई मीन..... मुझे क्यों ....''
वो मुस्कुरा दी और बोली : "वही तो.....देखो भाई, मुझे तो अपने होस्टल में ऐसे ही रहने की आदत है... ज़्यादा कपड़ो में ना तो मैं घूम सकती हूँ और ना ही सो सकती हूँ .... इंफेक्ट वहां तो मैं न्यूड ही सोया करती थी....वो तो तुम्हारी वजह से मुझे यहाँ थोड़ा डिसेंट होकर रहना पड़ रहा है....वरना...''
उसने बात अधूरी छोड़ दी...पर जितनी बात कही थी,उसे सुनकर सोनू का मुँह खुला का खुला रह गया..
सोनिया तो उसके बाद शुरू ही हो गयी बोलना
''देखो यार... तुम्हारे और मेरे बीच में ये सब फॉरमेलिटीस नही होनी चाहिए...आई मीन भाई बहन टाइप की.... जस्ट बी माय फ्रेंड.... मेरे दोस्त बनकर रहो ना... ऐसे हर बात पर , हमारे रिश्ते की, सोसायटी की या मॉम डेड की दुहाई देना बंद करो.... उन सबसे मुझे कोई मतलब नही है.... तुम मेरे भाई हो... मेरी लाइफ के सबसे करीब तुम हो .... और तुम्हारे साथ मैं वैसे ही रहना चाहती हूँ जैसे मैं खुद के साथ रहती हूँ .... वो सब बाते , जो मैं अंदर ही अंदर खुद से किया करती हूँ ,मैं चाहती हूँ की तुम उन्हे सुनो... अपनी सुनाओ... तुम्हारे और मेरे बीच किसी भी बात को लेकर ना लड़ाई हो, ना मनमुटाव हो और ना ही परदा हो...''
उसकी ऐसी बातें सुनकर वो अचंभित सा रह गया.... वो इस वक़्त ऐसी बातें कर रही थी जैसे कोई प्रवचन दे रही हो... और अंदर ही अंदर वो सब सोनू को बहुत अच्छा लग रहा था..
पर फिर भी सोनू ने कहा : "पर....ये ... ये ग़लत है दी...''
वो एकदम बिफर सी गयी 'ये ग़लत है' सुनकर....
वो लगभग चिल्लाती हुई बोली : "क्या ग़लत है... बोलो.... हम बचपन मे एक दूसरे के साथ ऐसे ही रहा करते थे ना, तब ठीक था, अब ग़लत क्यों ?..सिर्फ़ बॉडी से ऐसे रिश्ते होते है क्या...हमारी बॉडी अब वैसी नही रही तो हमारे नज़रिए फ़र्क में आ जाएगा क्या ?... वो ग़लत नही है क्या ??.... अपने भाई को एक दोस्त मानने की बात कर रही हूँ , ये ग़लत है क्या ?... डेम इट ... हम सैक्स नही कर रहे और अगर कर भी रहे होते तो दुनिया में किसी से डरने की ज़रूरत नही है हमें...''
सोनू फटी आँखो से उसे देखता रह गया...
सोनिया : "ओह....आई एम सॉरी... ये लास्ट वाली लाइन के लिए, आई थिंक ये कुछ ज्यादा हो गया .... बट ट्राइ टू अंडरस्टॅंड सोनू.... इन खोखले रीति रिवाजों और रिश्तों के जंजाल में फंसकर अपनी लाइफ को हेल मत बनाओ.... मैने देखी है ओपन लाइफ... हॉस्टिल लाइफ.... वो जिंदगी जीने के बाद इस तरह घुटन भरी जिंदगी मुझसे नही जी जाएगी....''
इतना कहकर वो एकदम चुप सी हो गयी....और चेयर पर बैठकर उसने अपना सिर काउंटर पर रख दिया और अपना चेहरा छुपा लिया... सोनू को लगा की वो रो रही है... लेकिन जब उसके करीब गया तो वो कुछ सोच रही थी...
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