muslim sex kahani खानदानी हिज़ाबी औरतें
01-06-2019, 10:52 PM,
#8
RE: muslim sex kahani खानदानी हिज़ाबी औरतें
फूफी खादीजा ने मुझे चूत देते हुए कभी ये नही किया था. हाँ फूफी नीलोफर मेरे टट्टे ज़रूर पकड़ा करती थीं . मै समझ गया के फूफी खादीजा बड़ी खुल के चुद रही थीं . ज़ाहिद फिर सीधा लेट गया और फूफी खादीजा को अपने लंड पर बिठा कर चोदने लगा. उस ने उनके मम्मे हाथों में पकड़ लिये. फूफी खादीजा ने उस के लंड को हाथ से अपनी चूत में डाला और थोड़ा सा आगे झुक कर अपनी चूत को आहिस्ता आहिस्ता उस के लंड पर ऊपर नीचे करने लगीं. अब वो खुद ही ज़ाहिद के लंड से अपनी चूत चुदवा रही थीं .

में फूफी शहनाज़ की फुद्दी ले रहा था और उन्होने भी अब मेरा साथ देना शुरू कर दिया था. 
“बता शहनाज़ तू खादीजा की तरह कुतिया है या नही?” मैंने फूफी शहनाज़ को गाली दी. वो अब समझ चुकी थीं के गालियाँ इस खेल का हिस्सा हैं. 
“हाँ इस वक़्त तो में किसी कुतिया से भी ज़ियादा हूँ.” उन्होने जवाब दिया.
“हम दोनो कुतिया हैं तभी तो ये दो कुत्ते हमें चोद रहे हैं.” फूफी खादीजा ने ज़ाहिद के लंड पर छलांग लगाते हुए कहा. वो तो शायद गालियों के बगैर चूत दे ही नही सकती थीं .

मैंने फूफी शहनाज़ को कुतिया बना कर चारों हाथों पैरों पर कर के उनकी चूत पीछे से अपनी तरफ की और उस में लंड डाल कर उन्हे चोदने लगा. फूफी शहनाज़ ने दोनो हाथों में चूड़ियाँ पहन रखी थीं जो मेरे घस्सों से खनक रही थीं . फूफी खादीजा की तरह उनकी गांड़ भी बहुत मोटी और गोश्त से भारी हुई थी. घस्से मारने के दोरान में दोनो हाथों से उनके गोरे चूतरों को गूधता रहा जिन पर मेरी उंगलिओ के निशान पड़ जाते थे. 

मैरा तजर्बा था के गांड़ का सुराख बहुत सी औरतों की कमज़ोरी होता है. मैंने अपनी उंगली पर थूक लगाया और फूफी शहनाज़ के ब्राउन छेद पर लगा दिया. उन्हे अच्छा लगा और वो ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे हो कर मेरे लंड को अपनी चूत में लेने लगीं. वो बहुत देर से कोशिश कर रही थीं के उनके मुँह से ज़ियादा आवाजें ना निकने पा’आयायन लेकिन खलास होने के क़रीब उन्होने काफ़ी देर तक ऊऊहह….. ऊऊऊहह…… उउउफफफफफफ्फ़…..ऊऊऊहह की और फिर अपने चूतड़ों को अकड़ाती हुई खलास हो गईं. उनकी साँस फूल गई थी और चूत पानी से भर चुकी थी मगर मैंने उन्हे चोदना जारी रखा. वो दो तीन मिनिट सर नीचे किये चुदवाती रहीं और फिर एक दफ़ा और डिसचार्ज हो गईं. पाँच मिनिट में वो दो दफ़ा खलास हुई थीं . 

ज़ाहिद ने फूफी खादीजा को करवट दिला के साइड से उनकी चूत में लंड डालने की कोशिश की मगर इस तरह चुदवाना उन्हे मुश्किल लगा जिस पर ज़ाहिद ने फिर उन्हे सीधा लिटाया और आगे से उनकी फुद्दी लेने लगा. 
“उफफफ्फ़ ज़लील गांडू चीर दिया तुम ने मेरी चूत को. तुम्हारी माँ की चूत में खोते का लंड दूँ. उस की चूत बहुत खुली है मेरी तो छोटी सी है.” फूफी खादीजा चाची फ़हमीदा को गालियाँ दे रही थीं . फिर अचानक वो भी खलास हो गईं और होंठ दाँतों में दबा कर अपने अंदर गुस्से हुए ज़ाहिद के मोटे और लंबे लंड का मज़ा लेतीं रहीं.
"अमजद चलो फूपियाँ बदलते हैं. तुम अब फूफी खादीजा को चोदो और में फूफी शहनाज़ की फुद्दी लेता हूँ." ज़ाहिद ने अचानक कहा और फूफी खादीजा की चूत से लंड निकाल कर मेरी और फूफी शहनाज़ की तरफ बढ़ा. ऐसा लग रहा था जैसे कोई जिन अपने जिसम के बीच में एक लंबा सा डंडा लगाए चलता हुआ आ रहा हो. 

मैंने भी फूफी शहनाज़ की गीली चूत से लंड निकाला और फूफी खादीजा के साथ लेट कर उनके मम्मे चूसने लगा. उन्होने मेरा लंड हाथ में पकड़ कर फॉरन छोड़ दिया क्योंके उस पर फूफी शहनाज़ की चूत का पानी लगा हुआ था. लेकिन कुछ देर बाद फूफी खादीजा ने दोबारा मेरा लंड हाथ में ले लिया. दूसरी तरफ ज़ाहिद ने फूफी शहनाज़ को खूब छूने चाटने के बाद अपने लंड पर बिठा लिया. उस ने उनके चूतड़ पकड़ कर अपना मोटा लंड पूरा उनकी चूत के अंदर किया और घस्से रोक दिये. अब उस का लंड फूफी शहनाज़ के अंदर ही था. फूफी शहनाज़ की चूत में बहुत दर्द हो रहा था और वो तक़लीफ़ से दोहरी हुई जा रही थीं .

मैंने फूफी खादीजा की टांगें खोल कर उनकी गोरी चूत में लंड घुसा दिया. उन्होने अपने गोरे गोरे बाज़ो मेरे गले में डाल दिये और चूतर हिला हिला कर मेरे घस्सों का भरपूर जवाब देने लगीं. मुझे लगा के वो मुझ से ज़ियादा आराम से चुदवा रही थीं . शायद इस की वजह ये थी के में उन्हे पहले से चोद रहा था जबके ज़ाहिद की आज पहली बार थी. खैर में उनकी फुद्दी के बिल्कुल दरमियाँ में घस्से मारता रहा. ये उनका वीक पॉइंट था. उनके मुँह से थूक उररने लगा और वो एक दफ़ा फिर डिसचार्ज हो गईं. 

ज़ाहिद भी डिसचार्ज होने वाला था. "अमजद फूफी खादीजा के अंदर में डिसचार्ज हूँ गा." उस ने फूली हुई साँस के साथ कहा और फूफी शहनाज़ में से अपना लंड निकाल लिया. फूफी शहनाज़ की जान में जान आ’ई. 
फिर उस ने पीछे से फूफी खादीजा की चूत में लंड डाला और उन्हे चोदने लगा. मै आ कर फूफी शहनाज़ की टाँगों के बीच में बैठ गया और उनकी फुद्दी में एक दफ़ा फिर लंड डाल दिया. उनकी फुद्दी अब फिर खुश्क थी और लंड लेते हुए उन्हे तक़लीफ़ हो रही थी. मैंने सात आठ घस्से लगए तो उनकी फुद्दी ने पानी छोड़ दिया और में आराम से उन्हे चोदने लगा. अब थोड़ी ही देर रह गई थी और में और ज़ाहिद दोनो डिसचार्ज होने वाले थे.

ज़ाहिद ने फूफी खादीजा की चूत लेते लेते ज़ोर की आवाज़ निकाली और उनकी चूत के अंदर खलास हो गया. उस ने अपनी मनी से उनकी चूत को भर दिया. "ज़ाहिद किया करते हो ये होटेल है बाहर आवाज़ चली जाए गी." मैंने फूफी शहनाज़ की फुद्दी में घस्से मारते मारते कहा. वो हंस पड़ा.

ज़ाहिद फूफी खादीजा को चोद कर अब साइड पर हो गया और बेड पर लेटा रहा. उस का लंड फूफी खादीजा की चूत के पानी में नहाया हुआ था और अब बैठ चुका था. मै भी अब फूफी शहनाज़ की चूत में डिसचार्ज होने वाला था. फूफी शहनाज़ को अंदाज़ा हो गया के में खलास होने वाला हूँ और वो गांड़ उठा कर मेरा लंड लानी लगीं. फिर कुछ देर बाद में और फूफी शहनाज़ एक साथ ही डिसचार्ज हुए और मैंने अपनी मनी उनकी फुद्दी के अंदर छोड़ दी. वो मुझ से लिपटी कांपती रहीं. उनकी आँखों से लग रहा था के उन्होने आज बहुत मज़े किये थे. यों हम ने अपनी दोनो फुफियों को चोद लिया. 
चुदाई का अगला सेशन अब अगले दिन होना था.

अपनी दोनो फुफियों को चोदने के तक़रीबन दो घंटे बाद हम फिर बैठ गए और बातें शुरू हो गईं. फूफी शहनाज़ हमें अपनी चूत देने के बाद अब परेशां नज़र नही आ रही थीं . 
"ज़ाहिद यार चाची फ़हमीदा भी यहाँ होतीं तो मज़ा आ जाता." मैंने कहा क्योंके मुझे याद था के फूफी खादीजा को चोदने के बदले में उस ने चाची फ़हमीदा को मुझ से चुदवाने का वादा किया था. फिर फूफी खादीजा भी यही चाहती थीं . 
“हाँ ये ठीक है ज़ाहिद फोन करो उससे और बुला लो." फूफी खादीजा ने ज़ाहिद से कहा. 
"फ़हमीदा यहीं आ जायेगी तो बहुत बेहतर रहे गा घर पर कोई प्राब्लम ही ना बन जाए." फूफी शहनाज़ ने भी उनकी हाँ में हाँ मिलाई. 

में अपनी दोनो फुफियों की ग़मे समझ रहा था. वो चाहती थीं के चाची फ़हमीदा को नतियागली बुलवा कर चुदवाते हुए देखें और उनकी पोज़िशन खराब हो. वो शायद ये समझती थीं के में और ज़ाहिद चाची फ़हमीदा को चोदेंगे और वो तमाशा देखें गी. लेकिन ज़ाहिर है के चाची फ़हमीदा के साथ उन्हे भी चूत देनी थी और ऐसी सूरत में हिसब बराबर हो जाता और किसी की पोज़िशन भी खराब ना होती. 

कुछ देर की बहस के बाद हम सब ने यही फ़ैसला किया के ज़ाहिद अपनी माँ को फोन कर के बुला ले जो पिंडी से कोच पर हसनबदल तक आ जाएं और ज़ाहिद कार पर जा कर उन्हे हसनबदल से नतियागली ले आइ. ज़ाहिद रात ही को कार ले कर निकल गया और हम तीनो सोने के लिये लेट गए. 

सुबा कोई 11 बजे ज़ाहिद और चाची फ़हमीदा होटेल पुहँच गए. चाची फ़हमीदा की उमर भी 40 से ऊपर ही थी. वो बड़ी तेज़ थर्रार औरत समझी जाती थीं और दोनो फुफियों से कई बार उनका झगड़ा हो चुका था. इसी लिए वो दोनो खाहिसमंद थीं के चाची फ़हमीदा को किसी तरह नीचा दिखा सकैं. वो लंबे क़द की बड़े भारी बदन वाली औरत थीं . उनको मोटा तो हरगिज़ नही कहा जा सकता था क्योंके उनके जिसम का सारा चर्बी उनके चूतड़ों और मम्मों में थी. शादी शुदा औरतों की तरह उनका जिसम गोश्त से भरा हुआ था और थोड़ा सा पेट भी निकला हुआ था. लेकिन लंबे क़द की वजह से मम्मे और गांड़ और भी बड़े लगते थे. उनका रंग सांवला और नाक नक़्शा बस वजबी सा ही था. मेरी दोनो फुफियों के मुक़ाबले में वो बिल्कुल भी खूबसूरत नही थीं मगर जिस्मानी तौर पर बड़ी ज़बरदस्त थीं . 

चाची फ़हमीदा के जिसम का सब से शानदार हिस्सा उनके चूतड़ थे जो 48 इंच मोटे तो ज़रूर हूँ गे. उनके चूतड़ बिल्कुल गोल और बहुत ज़ियादा बाहर निकले हुए थे. आज से दस साल पहले भी उनकी गांड़ बहुत मोटी हुआ करती थी मगर वक़्त के साथ साथ उनके चूतर और भी बड़े और भारी हो गए थे. पता नही कब से मेरा दिल कर रहा था के में चाची फ़हमीदा के चूतरों में लंड डाल कर घस्से मारूं और उनके छेद में अपनी मनी छोडूं. आज वो दिन आ ही गया था. वो खानदान की सब से पहली औरत थीं जिस की मोटी गांड़ देख कर में इन्सेस्ट की तरफ मा’आइल हुआ था. चाची फ़हमीदा के मम्मे भी उनकी गांड़ की तरह ही इंतिहा मोटे थे. वो ब्रा के बावजूद अपने मम्मे संभाल नही सकती थीं और और हमेशा क़मीज़ के ऊपर से भी ऐसा लगता जैसे अभी उनके मम्मे ब्रा से बाहर आ जायेंगे. ब्रा कभी भी उनके मम्मों को टाइट नही रख सका और जहाँ तक मेरी यादाश्त काम करती थी वो जब भी चलती फिरतीं तो उनके मम्मे हिलते रहते थे. 
Reply


Messages In This Thread
RE: muslim sex kahani खानदानी हिज़ाबी औरतें - by sexstories - 01-06-2019, 10:52 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,505,109 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 544,812 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,233,424 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 932,676 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,655,996 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,082,778 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,954,358 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,066,960 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,036,097 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 285,238 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)