RE: Hindi Kamuk Kahani मेरे पिताजी की मस्तानी �...
अपडेट 5
रमेश ने मेरी चूत को अपने वीर्य से भर दिया
और हम दोनो एक दूसरे से चिपक कर खुद को नॉर्मल होने लगे
रमेश-कामिनी
कामिनी-ह्म
रमेश-तुम्हारी चूत ने मुझे दीवाना बना दिया
कामिनी-आपके भी लंड का जवाब नही
रमेश-अभी भी सोच लो
कामिनी-किस बारे मे
रमेश-मुझसे शादी की है अब तो हर रात ऐसी ही होगी
कामिनी-उसमे क्या सोचना है
रमेश-फिर तो तुम्हारी चूत को रोज रुलाउन्गा.
कामिनी-मेरी चूत रोने को तैयार है
रमेश-मुझे ऐसी चूत चाहिए थी, अब देखो मैं तुम्हे कितना प्यार देता हूँ.
कामिनी-देखना पड़ेगा ,अब उठो दर्द हो रहा है
रमेश-अभी से दूर करना चाहती हो
कामिनी-मैं तो आपके लिए हमेशा के लिए ऐसे रहने को तैयार हूँ .पर सुबह उठना भी है वरना तुम्हारी
बहनें क्या कहेंगी
रमेश-यही कि उसके भाभी को उनके भैया बहुत प्यार करते है.
कामिनी-प्यार दिखाने की ज़रूरत नही है
रमेश-थोड़ी देर ऐसे रहने दो ना.
कामिनी-क्यूँ?
रमेश-तुम्हारे साथ बिना कपड़ो के सोने से अच्छा लग रहा है.
कामिनी-जैसा आप कहे
रमेश-पक्का ना, फिर मना मत करना
कामिनी-आप को मना कर ही नही सकती.
रमेश-फिर तो हर रात सुहागरात करेंगे .अब बताओ पहली सुहागरात कैसी लगी
कामिनी-क्या बताऊ, ऐसा लगता है हर रोज ऐसी सुहागरात हो
रमेश-इसी बात पे एक किस हो जाए
और रमेश ने मुझे किस किया .
किस करने के बाद रमेश मेरे उपर से अलग हो कर बाजू मे लेट गया.
मैं ने अपनी चूत पर हाथ लगा कर देखा.
मेरे हाथ पे अपनी चूत का पानी, रमेश का वीर्य और खून लगा हुआ था.
मैं धीरे से खड़ी हो गयी .तो चूत पे दर्द होने लगा.
मैं लंगड़ा कर बाथरूम की तरफ जा रही थी कि रमेश मेरे पास आ गया.
और मुझे उठा कर बाथरूम मे ले गये.
उनका प्यार देख कर मैं सारा दर्द भूल गयी.
फिर क्या था हर रात सुहाग रात चलती रही
मैं तो रमेश का साथ पाकर खुश थी
मेरे तो सारे सपने पूरे हो गये
रमेश का प्यार हर रात को मिलता
सारी आग बुझ जाती
रमेश का प्यार बहुत मिला जिसका नतीज़ा ये हुआ कि मैं प्रेगनेंट हो गयी
ये न्यूज़ सुनकर तो रमेश बहुत खुश हुए
मेरी सास तो सबसे ज़्यादा खुश थी
वो दादी बनने वाली थी
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